मजदूर दिवस : एमपी में बढ़ रही मजदूरों की संख्या, 1.87 करोड़ का आंकड़ा पार

अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर मध्य प्रदेश के मेहनतकश लोगों ने अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। राज्य में 1.87 करोड़ लोग लेबर फोर्स का हिस्सा हैं, जिसके साथ मध्य प्रदेश देश में चौथे स्थान पर है।

author-image
Thesootr Network
New Update
majdoor diwas story
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

BHOPAL :  1 मई अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर मध्य प्रदेश के मेहनतकश लोगों ने अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। राज्य में 1.87 करोड़ लोग लेबर फोर्स का हिस्सा हैं, जिसके साथ मध्य प्रदेश देश में चौथे स्थान पर है। सिर्फ उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल ही हमसे आगे हैं। यहाँ कुशल, अर्ध-कुशल और अकुशल, हर तरह के मजदूर शामिल हैं। इनमें से 21 लाख लोग संगठित क्षेत्र में काम करते हैं, यानी जहाँ नौकरी की पक्की व्यवस्था और कुछ सुविधाएँ होती हैं। बाकी 66 लाख लोग असंगठित क्षेत्र में हैं, जो दिहाड़ी या छोटे-मोटे कामों से जुड़े हैं।

ये खबर पढ़ें...सीएम मोहन यादव का आज जबलपुर, खंडवा और सागर दौरा, इन कार्यक्रमों में होंगे शामिल

देश के टॉप 10 राज्यों में कौन ?

देश में सबसे ज्यादा मजदूर उत्तर प्रदेश में हैं, जहां 8.38 करोड़ लोग लेबर फोर्स का हिस्सा हैं। इसके बाद बिहार में 2.98 करोड़, पश्चिम बंगाल में 2.64 करोड़ और फिर मध्य प्रदेश का नंबर आता है। टॉप 10 में महाराष्ट्र (1.77 करोड़), राजस्थान (1.46 करोड़), ओडिशा (1.35 करोड़), गुजरात (1.20 करोड़), कर्नाटक (1.02 करोड़) और झारखंड (0.97 करोड़) भी हैं। मध्य प्रदेश का यह स्थान यह दिखाता है कि यहाँ के लोग मेहनत में किसी से पीछे नहीं हैं।

ये खबर पढ़ें...मध्य प्रदेश में हर कॉलोनी में सीसीटीवी अनिवार्य, सरकार की नई पहल

कितना मिलता है मेहनताना ?

मध्य प्रदेश में मजदूरों को उनकी स्किल के हिसाब से दिहाड़ी मिलती है। उच्च कुशल मजदूरों को रोज़ाना 633 रुपये तक मिलते हैं। कुशल मजदूरों को 571 रुपये, अर्ध-कुशल को 505 रुपये और अकुशल मजदूरों को 466 रुपये तक की कमाई होती है। यह राशि न्यूनतम वेतन के साथ कुछ अतिरिक्त पैसे जोड़कर दी जाती है, ताकि मेहनत का सही दाम मिले।

ये खबर पढ़ें...मध्य प्रदेश कैबिनेट की बैठक में यूनिफाइड पेंशन योजना के लिए समिति बनाने की मंजूरी

खेती से लेकर हर क्षेत्र में योगदान...

देश में कुल 30.81 करोड़ लोग लेबर फोर्स में हैं, जिनमें से 55% यानी 16 करोड़ लोग खेती का काम करते हैं। मध्य प्रदेश में करीब 15 लाख लोग संगठित क्षेत्र में खेती से जुड़े हैं। इसके अलावा यहाँ के लोग कंस्ट्रक्शन, टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी जैसे क्षेत्रों में भी मेहनत कर रहे हैं। ये लोग राज्य की तरक्की में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

मध्य प्रदेश IPS सीनियरिटी लिस्ट में बदलाव, मऊगंज SP दिलीप सोनी को 9 साल पुरानी सीनियरिटी का तोहफा

मजदूरों की मेहनत का सम्मान...

मजदूर दिवस पर यह खबर मध्य प्रदेश के मेहनतकश लोगों के लिए गर्व की बात है। उनकी मेहनत से ही राज्य और देश आगे बढ़ रहा है। मजदूरों की ताकत ही देश कीअसली शक्ति है!

मजदूर दिवस अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मजदूर 1 मई अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस Bhopal