/sootr/media/media_files/2025/10/10/chandi-2025-10-10-20-46-00.jpeg)
Photograph: (the sootr)
राजस्थान के झुंझुनूं और पिलानी पुलिस ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 6.4 करोड़ रुपए की चोरी की चांदी बरामद की है। यह चांदी चेन्नई से चुराई गई थी और पिलानी कस्बे में छिपाकर रखी गई थी। एजीटीएफ की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया।
राजस्थान के छात्रों को 30 लाख तक का एजुकेशन लोन देगी भजनलाल सरकार
संदिग्धों की गिरफ्तारी और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देश पर एएसपी देवेन्द्र सिंह राजावत और वृत्ताधिकारी विकास धींधवाल के मार्गदर्शन में थानाधिकारी रणजीत सिंह सेवदा के नेतृत्व में इस ऑपरेशन को चलाया गया। इस दौरान तीन आरोपियों विकास जांगिड़ (33), निखिल जांगिड़ (24) और राजबीर जांगिड़ (31) को गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों से कुल 365 किलो 715 ग्राम चांदी (चांदी के बर्तन, ईंटें और सजावटी सामान) बरामद की गई है, जिसकी कीमत 6.4 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
राजस्थान में हथियारों की तस्करी का बड़ा खुलासा : मध्य प्रदेश से हो रही है तस्करी, छह गिरफ्तार
गोपालपुरा से पिलानी तक पीछा कर दबोचा
पुलिस टीम को चेन्नई पुलिस से सूचना मिलने के बाद संदिग्धों का पीछा शुरू किया गया। एजीटीएफ टीम ने जयपुर से पिलानी तक के दर्जनों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की और तकनीकी आसूचना का सहारा लिया। टीम ने अथक प्रयासों के बाद पिलानी के राजगढ़ रोड स्थित धर्मपाल जांगिड़ के घर की सटीक लोकेशन ट्रैक की। जब पुलिस ने वहां दबिश दी, तो उन्हें चांदी की खेप मिली, जो मकान के अंदर छिपाई गई थी।
तीन साल बाद फिर कारों की खरीद, राजस्थान के मंत्रियों को मिलेगा तोहफा
आगे की कार्रवाई का इंतजार
फिलहाल तीनों संदिग्धों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, ताकि उन्हें पुलिस हिरासत में रखा जा सके। आगे की कार्रवाई के लिए झुंझुनूं पुलिस अब चेन्नई पुलिस का इंतजार कर रही है। जैसे ही चेन्नई पुलिस वहां पहुंचेगी, इस मामले में और भी बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राजस्थान पुलिस को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत, बना रहेगा आमेर तहसील की जमीन पर कब्जा
टीम की मेहनत, गोपनीयता से सफलता
एजीटीएफ और पिलानी पुलिस की संयुक्त टीम ने इस ऑपरेशन को बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया। उन्होंने कई दिनों तक लगातार मेहनत की और हर कदम पर तकनीकी जानकारी और सीसीटीवी कैमरों के जरिए संदिग्धों का पीछा किया। इस तरह की कार्रवाई से यह साफ हो जाता है कि राजस्थान पुलिस अब संगठित अपराधियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और अधिक मजबूत और प्रभावशाली बना रही है।
FAQ