/sootr/media/media_files/2025/10/10/arm-2025-10-10-17-35-22.jpg)
राजस्थान के झालावाड़ जिले में अंतरराज्यीय हथियार तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने गिरोह के सरगना सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो मध्य प्रदेश से हथियारों की तस्करी कर राजस्थान के विभिन्न जिलों में सप्लाई करते थे।
यह कार्रवाई राजस्थान पुलिस की विशेष अभियान के तहत की गई है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं। यह मामला हथियार तस्करी की जटिलताओं और इस पर पुलिस की कड़ी कार्रवाई को उजागर करता है।
राजस्थान में अवैध हथियार बन रहे हैं अपराधों की वजह
झालावाड़ पुलिस ने संगठित अपराध, मादक पदार्थ तस्करी और हथियार तस्करी की रोकथाम के लिए एक विशेष अभियान चलाया था। इसके तहत, पुलिस ने विभिन्न टीमों का गठन किया और सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई की। पुलिस को सूचना मिली थी कि सूरजपोल गेट, झालरापाटन निवासी लालचंद उर्फ लालू खटीक अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त में लिप्त है। उसके नेतृत्व में यह गिरोह मध्यप्रदेश से हथियार खरीदकर राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में तस्करी कर रहा था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लालचंद उर्फ लालू को गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर अन्य आरोपियों को भी पकड़ा।
ये खबरें भी पढ़िए
राजस्थान में वेंटिलेटर पर स्वास्थ्य सेवाएं, CAG ऑडिट रिपोर्ट ने दिखाई असली तस्वीर, हालात भयावह
राजस्थान में 18 से 25 अक्टूबर तक रहेंगे कॉलेजों में दीपावली की छुट्टियां
हथियार तस्करी गिरोह का सरगना गिरफ्तार
मध्य प्रदेश में बन रहे हैं अवैध हथियार। पुलिस ने बताया कि लालचंद उर्फ लालू हथियार तस्करी गिरोह का सरगना था। प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वह मध्यप्रदेश के मनावर क्षेत्र से हथियार खरीदकर राजस्थान लाकर सप्लाई करता था। पुलिस ने उसकी जानकारी के आधार पर तस्करी के रूट और अन्य आरोपियों की पहचान की है। लालचंद ने बताया कि यह गिरोह मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से हथियार लाता था, जिनमें खरगोन, धार, बड़वानी और बुरहानपुर शामिल हैं।
मध्य प्रदेश से राजस्थान में हथियारों की तस्करीराज्य पुलिस के सूत्रों के अनुसार, मध्यप्रदेश के धार, खरगोन, बड़वानी और बुरहानपुर जिलों के जंगलों में अवैध हथियार बनाने के कई गिरोह सक्रिय हैं। इन क्षेत्रों में हथियारों का निर्माण किया जाता है और फिर इन्हें विभिन्न राज्यों में तस्करी कर भेजा जाता है। खासकर, सिगनूर, काजलपुरा, सतीफालिया और धूलकोट जैसे गांवों में हथियार बनाए जाते हैं। सबसे ज्यादा हथियारों का निर्माण बुरहानपुर के पाचोरी क्षेत्र और धार जिले के लालबाग, बारिया गांवों में किया जाता है। | |
पुलिस की कार्रवाई
झालावाड़ पुलिस ने पिछले 5 वर्षों में 200 से अधिक प्रकरण दर्ज किए हैं और 250 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, पुलिस अब तक हथियार बनाने वाली किसी फैक्ट्री तक नहीं पहुंच पाई है। 7 अक्टूबर को पुलिस ने लालचंद को भैरूपुरा बस्ती से देशी पिस्टल और दो जिंदा कारतूस के साथ पकड़ा। इसके बाद, अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों में सुसनेर मप्र निवासी हफीजउल्ला उर्फ हाफिज खान, नंदलाल उर्फ नंदा गुर्जर, देवसिंह गुर्जर और रामनारायण दांगी शामिल थे।
ये खबरें भी पढ़िए
राजस्थान के थाने में घुस महिलाओं ने मचाया तांडव, तोड़फोड़ कर फाड़ी वर्दी, जानें पूरा मामला
अमित शाह 13 अक्टूबर को राजस्थान में, तीन माह में आएंगे तीसरी बार, जानें दौरे की जानकारी
अवैध हथियारों की तस्करी के खिलाफ अभियान
झालावाड़ पुलिस अब मादक पदार्थ तस्करी के बाद अवैध हथियार तस्करों पर भी कड़ी कार्रवाई करेगी। एसपी अमित कुमार के अनुसार, पुलिस द्वारा अवैध हथियार तस्करी को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह कार्रवाई इस बात की पुष्टि करती है कि राजस्थान पुलिस अवैध हथियारों की तस्करी को जड़ से उखाड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
विशेष दल कर रहा है जांच
फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहरी जांच कर रही है। पुलिस के अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मध्यप्रदेश से यह अवैध हथियार किस स्थान से आ रहे हैं और उनका निर्माण कहां हो रहा है। इसके लिए पुलिस का एक विशेष दल इन क्षेत्रों में जांच कर रहा है, ताकि इस अवैध कारोबार के स्रोत का पता चल सके।