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Photograph: (TheSootr)
Jaipur . राजस्थान के धौलपुर जिले के सैंपऊ थाना क्षेत्र में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई, जिसमें दर्जनभर से ज्यादा महिलाओं ने थाने में घेराव कर जमकर हंगामा किया। यह घटना तब घटी जब महिलाओं ने धोखाधड़ी के आरोपी को पुलिस हिरासत से छुड़ाने की कोशिश की। उनके इस विरोध प्रदर्शन में राजस्थान पुलिस और महिलाओं के बीच हाथापाई भी हुई, और पुलिसकर्मियों की वर्दी भी फाड़ दी गई। इस घटना के बाद सैंपऊ थाना में करीब आधे घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा, जिसने पुलिस प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं।
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सैंपऊ थाने पर क्या हुआ?
सूचना के अनुसार, सैंपऊ थाना पुलिस ने तसीमों गांव में धोखाधड़ी के आरोपी निरोती लाल को गिरफ्तार किया था। पुलिस को यह जानकारी एक मुखबिर से मिली थी कि आरोपी गांव में छिपा हुआ है, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में लिया। लेकिन, जैसे ही आरोपी को पुलिस की गिरफ्त में देखा, बड़ी संख्या में महिला और पुरुष इकट्ठा हो गए और उन्होंने पुलिस से आरोपी को छुड़ाने के प्रयास किए। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को वापस थाने आना मुश्किल हो गया, और अंततः उन्हें किसी तरह थाने पहुंचने में सफलता मिली।
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धौलपुर के सैंपऊ में महिलाओं का उग्र प्रदर्शन
थाने में आरोपी को लाने के बाद, महिलाओं और पुरुषों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उन्होंने थाने का घेराव कर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान, महिलाओं ने थाने के कक्षों में तोड़फोड़ की, सरकारी रिकॉर्ड को फाड़ दिया और कुर्सियों को तोड़ दिया। यहां तक कि उन्होंने थाने के कक्ष के गेट को भी पत्थर और ईंटों से तोड़ने का प्रयास किया। इन महिलाओं के उग्र प्रदर्शन से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई, और थाने की सुरक्षा व्यवस्था चुनौतीपूर्ण हो गई।
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पुलिस थाने में हुई इस घटना के बाद पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया, ताकि थाने के बाहर और आसपास शांति बनी रहे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले में पूरी जांच करेंगे और दोषियों को सजा दिलवाने की पूरी कोशिश करेंगे। सैंपऊ थाने में हुई इस हिंसा ने प्रशासन को और अधिक सतर्क कर दिया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटा जा सके।
सीओ की समझाइश पर भी नहीं मानी महिलाएं
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सर्किल ऑफिसर (सीओ) RPS अनूप कुमार यादव को सूचित किया गया। वह मौके पर पहुंचे और महिलाओं के गुस्से को शांत करने की कोशिश की। हालांकि, महिलाओं का विरोध जारी रहा और उन्होंने पुलिसकर्मियों से हाथापाई की। सीओ ने कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रित किया। इस दौरान पुलिस ने कई महिलाओं और युवकों को हिरासत में लिया, जिनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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महिलाओं को लिया गया हिरासत में
पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया है। जानकारी के अनुसार, महिलाओं और पुरुषों के खिलाफ कानून व्यवस्था को बिगाड़ने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस के काम में हस्तक्षेप करने के आरोप लगाए गए हैं। इसके साथ ही, पुलिस ने इन गिरफ्तारियों के बाद मामले में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, और जल्द ही कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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सैंपऊ पुलिस थाने पर महिलाओं का हमला
यह घटना पुलिस प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गई। एक ओर जहां पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था, वहीं दूसरी ओर उस आरोपी के समर्थकों ने हिंसा का सहारा लेकर पुलिस की कार्रवाई को बाधित करने की कोशिश की। पुलिसकर्मियों को अपनी सुरक्षा का भी डर था, क्योंकि महिलाएं और पुरुष बहुत उग्र हो गए थे। इस घटना ने पुलिस प्रशासन की रणनीतियों और अपराध नियंत्रण पर सवाल खड़ा किया है, खासकर ऐसे मामलों में जब आम नागरिकों का समर्थन हिंसा के रूप में सामने आता है।
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