/sootr/media/media_files/2025/10/19/naresh-meena-2025-10-19-10-06-37.jpg)
Photograph: (the sootr)
Baran. राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां मैदान में पूरी ताकत झोंक रही हैं, लेकिन इस बार चर्चा का केंद्र बने हैं निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा। कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर नरेश मीणा ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रमोद जैन भाया के आगे मेरी चमक फीकी पड़ गई है।
अंता उपचुनाव : वसुंधरा राजे का वीटो पड़ा भारी, नहीं चली लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पसंद
भाया के पैसों से कांग्रेस की राजनीति
नरेश मीणा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर खुला हमला बोला। एक यूट्यूब इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि सुना है कुछ कांग्रेसी नेताओं के घर की दाल-रोटी प्रमोद जैन भाया के पैसों से चलती है। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाया ने कांग्रेस कार्यालय के निर्माण के लिए बड़ी रकम दान दी थी। नरेश के इन बयानों ने कांग्रेस के भीतर खलबली मचा दी है।
भाया के धन-बल से मेरी पकड़ कमजोर पड़ी
कांग्रेस से टिकट कटने के बाद नरेश मीणा का गुस्सा अब खुलेआम सामने आ गया है।
उन्होंने कहा कि प्रमोद जैन भाया के धन-बल से मेरी पकड़ कमजोर हो गई है, मेरी मेहनत और जनाधार सब फीका पड़ गया। नरेश ने आरोप लगाया कि उनके टिकट कटने के पीछे डोटासरा की व्यक्तिगत रंजिश है। उन्होंने कहा कि जब बारां में संविधान बचाओ रैली हुई थी, तब डोटासरा संविधान नहीं, बल्कि भाया को बचाने की बात कर रहे थे।
अंता उपचुनाव : भाजपा नहीं कर पा रही उम्मीदवार का नाम तय, जानिए कहां फंसा हुआ है पेंच
आंतरिक राजनीति सामने आई
अंता उपचुनाव के बीच कांग्रेस की आंतरिक राजनीति खुलकर सामने आ रही है। कई कार्यकर्ता नरेश मीणा के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं, जिससे कांग्रेस के भीतर असंतोष का माहौल है। नरेश मीणा पहले भी आधा दर्जन बार टिकट मांग चुके हैं, पर हर बार उन्हें निराशा हाथ लगी। उनके अनुसार, कांग्रेस में अब मेहनत नहीं, बल्कि पैसा बोलता है।
अंता विधानसभा उपचुनाव : नरेश मीणा और प्रमोद जैन भाया पर आपराधिक मामले, जानें पूरा ब्योरा
त्रिकोणीय मुकाबले का संकेत
इस उपचुनाव में मुकाबला तीन तरफा होता दिख रहा है। एक तरफ कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया, दूसरी ओर बीजेपी प्रत्याशी मोरपाल सुमन और तीसरे मोर्चे पर नरेश मीणा हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मीणा वोट बैंक के कारण यह चुनाव बेहद नजदीकी हो सकता है। बीजेपी इस मौके को कांग्रेस की अंदरूनी कलह बताकर जनता के बीच मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है।
अंता विधानसभा बनी हॉट सीट : भाजपा-कांग्रेस के समीकरण बिगाड़ सकते हैं निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा
राजस्थान की राजनीति में नया समीकरण
अंता की सीट हमेशा से कांग्रेस का गढ़ रही है, लेकिन इस बार समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं। यदि नरेश मीणा को पर्याप्त जनसमर्थन मिला, तो वह दोनों प्रमुख दलों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। राजनीतिक पर्यवेक्षक मानते हैं कि यह चुनाव कांग्रेस की साख और नेतृत्व दोनों की परीक्षा बन गया है।