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राजधानी जयपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजस्थान (एंटी करप्शन ब्यूरो) की जांच में इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान जयपुर के एसोसिएट प्रोफेसर (एक्सईएन) रामावतार मीणा के खिलाफ गंभीर आरोप सामने आए हैं। एसीबी ने उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में घेरते हुए उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान करोड़ों की संपत्तियां और अवैध दस्तावेज बरामद किए गए। इंदिरा गांधी पंचायती राज विकास संस्थान में एक्सईएन रामावतार मीणा एसोसिएट प्रोफसर भी है। उसके खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति होने की शिकायत एसीबी को मिली थी। शिकायत के आधार पर एसीबी की टीमों ने छापे की कार्रवाई की।
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रामावतार मीणा के खिलाफ एसीबी के छापे
एसीबी को लंबे समय से रामावतार मीणा के खिलाफ भ्रष्टाचार और संपत्ति बनाने की शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों के बाद एसीबी ने बुधवार को राज्य भर के 12 ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी में मीणा के घर से सोने के जेवरात, महंगे वाहन, 3 लाख रुपए नकद और कई दस्तावेज बरामद किए गए। इन दस्तावेजों में जयपुर, गंगापुर सिटी, करौली, चाकसू जैसे क्षेत्रों में करोड़ों रुपए की जमीनें और संपत्तियों के कागजात शामिल हैं।
करोड़ों की संपत्ति का खुलासा
Anti Corruption Bureau action छापेमारी में एसीबी को जयपुर के इंदिरा गांधी नगर में 6 प्लॉट-मकान, टीलावाला और महल रोड पर करोड़ों की जमीनें, कोटखावदा में जमीन, गंगापुर सिटी में मकान-प्लॉट और करौली के खिरखिड़ा गांव में फार्म हाउस के दस्तावेज मिले। साथ ही, चाकसू में 25 बीघा बेनामी जमीन के दस्तावेज भी मिले हैं। यह सभी संपत्तियां रामावतार मीणा ने अवैध तरीके से जुटाई थीं।
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रिश्वत के पैसे जमीनों में निवेश
माना जा रहा है कि रामावतार मीणा ने रिश्वत के पैसे जमीनों में निवेश किए थे और यह संपत्तियां उन्होंने अपने रिश्तेदारों के नाम से खरीदी थीं। इसके अलावा, उन्होंने पत्नी के नाम से एक कंस्ट्रक्शन फर्म भी रजिस्टर्ड करवाई थी। एसीबी के अनुसार, मीणा के और उनके परिवार के नाम पर 8 बैंक खातों में करोड़ों रुपए का लेन-देन हुआ है।
अवैध संपत्तियों की जांच जारी
एसीबी ने मीणा और उनके परिवार के सभी खातों और संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है। जांच के दौरान बैंक लॉकर, इंश्योरेंस पॉलिसी के दस्तावेज भी मिले हैं। एसीबी ने इस ऑपरेशन का नाम "भू-देव" रखा है।
एसीबी की 2 टीमों ने मारे छापे
एसीबी के एएसपी भूपेंद्र के नेतृत्व में 12 टीमों ने जयपुर, उदयपुर, सवाई माधोपुर, करौली और गंगापुर सिटी में एक साथ छापेमारी की। इस छापेमारी में आरोपी के रिश्तेदारों के नाम पर भी करोड़ों की संपत्तियां बरामद की गई हैं। एसीबी की जांच अभी जारी है, और आरोपी के अन्य ठिकानों पर भी सर्च की जा रही है।