न कोई कोचिंग, न कोई शहरी माहौल, आरएएस भर्ती में अरिहंत ने पा ली ऊंची रैंक

राजस्थान के अलवर जिले के अरिहंत जैन ने गांव में रहकर बिना कोचिंग के आरएएस 2023 में 81वीं रैंक हासिल की। उनका सफलता का मंत्र था टास्क बेस्ड तैयारी और सकारात्मक सोच। पढ़ाई में निरंतरता और आत्ममंथन से उन्होंने सफलता पाई।

author-image
Gyan Chand Patni
New Update
ras n
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

Jaipur. न कोई कोचिंग और न ही कोई शहरी माहौल। बस, मन में संकल्प प्रशासनिक सेवा में जाने का रहा। इसी संकल्प के साथ अरिहंत जैन ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) की भर्ती परीक्षा 2023 में 81वीं रैंक हासिल की है। 

आरएएस भर्ती 2023 का बुधवार रात फाइनल परिणाम आया तो अरिहंत जयपुर में था। परिणाम आने के साथ ही उसके पास परिजनों और दोस्तों के बधाई के फोन आने लगे। उनकी मम्मी इंद्रा जैन ने कहा कि हमें तुम पर गर्व है। अरिहंत को भी सफलता का भरोसा था। 

arihant 2
आरएएस भर्ती 2023 में अरिहंत जैन को मिली 81वीं रैंक। Photograph: (Thesootr)

तैयारी टास्क बेस्ड हो

अरिहंत जैन को आरएएस भर्ती 2023 में मिली 81 वीं रैंक। अरिहंत ने 'द सूत्र' से बातचीत में कहा कि अपने स्तर पर ही आरएएस की तैयारी की थी। अधिक समय गांव में रहकर पढ़ाई की। घंटों के हिसाब से तैयारी नहीं करता था। तैयारी पूरी तरह टास्क बेस्ड थी, जो मुझे सफलता के मुकाम तक ले आई। 

अरिहंत का यह दूसरा प्रयास था। इससे पहले वह 2021 की आरएएस परीक्षा में इंटरव्यू में रह गया था। हालांकि, अरिहंत ने आरएएस 2024 की मैन्स भी क्लियर कर ली है। इसमें जल्द ही इंटरव्यू होने वाला है। उनका कहना है कि वह बैटरमेंट के लिए इस इंटरव्यू में बैठेगा।

ये खबरें भी पढ़ें

जयपुर जिला कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, सुरक्षा एजेंसियां सत​र्क, तलाशी अभियान जारी

राजस्थान में अब स्कॉर्पियो में लगी भीषण आग, देररात चार दोस्तों की जलकर मौत

मम्मी-पापा गांव में ही टीचर 

अरिहंत राजस्थान में अलवर जिले के परवैनी गांव के रहने वाले हैं। उनकी माता इंद्रा जैन और पिता जेनेंद्र जैन गांव में ही टीचर हैं। अरिहंत भी वर्तमान में गांव के पास रामचंद्रपुरा के स्कूल में ग्रेड 3 के टीचर हैं। उनका कहना है कि नौकरी उनके आरएएस तैयारी में बाधक नहीं बनी। छुट्टियों के दौरान वह जयपुर आ आते थे। 

arihant father
अरिहंत जैन के पिता जैनेंद्र जैन और माता इंद्रा जैन। Photograph: (Thesootr)

इंटरव्यू में रहा तो किया आत्ममंथन

अरिहंत जैन के मुताबिक, जब पहले प्रयास में इंटरव्यू में रह गया था तो निराश नहीं था। मम्मी-पापा ने भी कहा कि कर्म करते रहो, परिणाम अच्छा आएगा। मैं भी सफलता - असफलता से अधिक कर्म के सिद्धांत पर चलता रहा। जब आप अच्छा करते हो तो एक दिन परिणाम आपके पक्ष में आता है। अरिहंत कहते हैं कि आरएएस के पहले प्रयास में विफल होने पर सबसे पहले अपना आत्मविश्लेषण किया। उन कमियों को दूर किया, जो विफलता का कारण बनीं। विफलता को दिलो-दिमाग पर हावी होने नहीं दिया। आखिर आरएएस परीक्षा-2023 सफलता मिली गई। आरएएस परीक्षा टॉपर सतत अध्ययन को सफलता के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं।

ये खबरें भी पढ़ें

तीन साल बाद फिर कारों की खरीद, राजस्थान के मंत्रियों को मिलेगा तोहफा

जैसलमेर बस अग्निकांड : मृ​तकों की संख्या 22 हुई, 18 शवों की पहचान, राजस्थान सरकार देगी 10-10 लाख मुआवजा

गांव में रहना सफलता में बाधा नहीं 

अरिहंत का संयुक्त परिवार है। परिवार के सभी सदस्य गांव में ही रहते हैं। उनके छोटे भाई ने एमबीबीएस किया है। अरिहंत कहते हैं कि किसी कंपीटिशन में सफल होने के लिए जरूरी नहीं है कि आप शहर में ही रहो। गांव में रहकर भी आप सफल हो सकते हैं। आजकल ऑनलाइन मेटेरियल खूब है। आप इसके जरिए अपनी तैयारी कर सकते हैं। प्रयास हो कि आपके दोस्तों का ग्रुप अच्छा हो, क्योंकि थोड़ी सी नेगेटिविटी भी आपको परेशान कर सकती है। 

आरपीएस अंकित और दिवाकर का मार्गदर्शन आया काम 

अरिहंत ने अपनी सफलता के राज में पॉजिटिविटी को अहम माना। उनका कहना है, अच्छे दोस्त बनाएं, जो आपकी सफलता में मददगार बनें। उनके साथ डिस्कशन करो।

उन्होंने अपनी सफलता के लिए आरपीएस अंकित जैन और जिला समाज कल्याण अधिकारी दिवाकर जैन के मार्गदर्शन को भी श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि दोनों ने उसे बताया कि आरएएस भर्ती परीक्षा को किस तरह पास किया जा सकता है। आरएएस परीक्षा 2023 परिणाम में यह नजर भी आया।

आरएएस परीक्षा 2023 परिणाम आरएएस परीक्षा-2023 आरएएस परीक्षा टॉपर अरिहंत जैन अरिहंत जैन को आरएएस भर्ती 2023 में मिली 81 वीं रैंक
Advertisment