राजस्थान के भाजपा विधायकों में डर का माहौल, कांग्रेस के पूर्व मंत्री हेमाराम ने कसा तंज, उठाए सवाल
राजस्थान में पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने भाजपा विधायकों की स्थिति पर चिंता जताई। उनका कहना था कि विधायक विपक्ष से भी कमजोर हो गए हैं और जनता में उनका विश्वास नहीं रहा।
राजस्थान कांग्रेस के पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने हाल ही में भाजपा विधायकों की स्थिति पर गंभीर टिप्पणी की। उनका कहना था कि भाजपा के विधायकों में एक प्रकार का डर व्याप्त है और वे विपक्ष से भी ज्यादा कमजोर हो गए हैं।
चौधरी ने यह बयान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के निर्देश पर आयोजित बाड़मेर में धरना प्रदर्शन के दौरान दिया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा विधायक जनता के बीच जाने में असमर्थ हो रहे हैं, क्योंकि उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
हेमाराम चौधरी ने इस बात पर भी जोर दिया कि भाजपा के विधायकों को डर है कि अगर वे कुछ भी विरोध में बोलते हैं तो उनका हाल भी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जैसा हो सकता है, जो हाल ही में सत्ता के खिलाफ बोलने की वजह से विवादों में रहे हैं।
चौधरी ने भाजपा विधायकों के बारे में क्या कहा?
हेमाराम चौधरी ने कहा कि भाजपा विधायकों में डर फैल गया है। उनका मानना है कि भाजपा विधायक अब विपक्ष से भी कमजोर हो गए हैं और उनका जन समर्थन खत्म हो चुका है। वे जनता के बीच नहीं जा पा रहे हैं और उनकी आवाज़ सुनने वाला कोई नहीं है। कांग्रेस प्रदर्शन
कांग्रेस का बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजस्थान सरकार की विफलताओं को उजागर करने के लिए बाड़मेर में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में प्रमुख मुद्दों को उठाया गया, जिसमें बिजली, पानी, टूटी सड़कों, रोजगार, नरेगा की पेमेंट आदि शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन जिला कलेक्टर टीना डाबी को सौंपा, जिसमें राज्य सरकार की विफलताओं के बारे में बताया गया।
ऐसे समझिए भाजपा विधायकों पर कांग्रेस नेता के तंज को
हेमाराम चौधरी का बयान: पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने भाजपा विधायकों की स्थिति पर चिंता जताई, कहा कि वे विपक्ष से भी कमजोर हो गए हैं और जनता के बीच नहीं जा पा रहे हैं।
कांग्रेस का प्रदर्शन: बाड़मेर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार की विफलताओं के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया और राज्यपाल के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर टीना डाबी को सौंपा।
राज्य सरकार की आलोचना: चौधरी ने राज्य सरकार की नीतियों की आलोचना की, जिसमें भ्रष्टाचार और बिना पैसे के काम नहीं होने की बात कही, साथ ही स्मार्ट मीटरों के घोटाले का आरोप लगाया।
कानून व्यवस्था पर सवाल: कांग्रेस जिलाध्यक्ष गफूर खान ने भी राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए, कहा कि यह पूरी तरह से चरमरा चुकी है।
चुनावों को टालने का आरोप: कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर नगर निकाय और पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों को परिसीमन के नाम पर टाल रही है।
हेमाराम चौधरी ने की राज्य सरकार आलोचना
पूर्व वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल में जनता को कोई राहत नहीं मिली है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पैसे के कोई काम नहीं हो रहा है और भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ गया है कि काम बिना घूस के संभव नहीं है। चौधरी ने स्मार्ट मीटरों के बारे में भी गंभीर आरोप लगाए, कहा कि ये मीटर बार-बार बदले जा रहे हैं और उपभोक्ताओं पर भारी आर्थिक बोझ डाला जा रहा है।
चौधरी के अलावा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गफूर खान ने भी राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार के शासन में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर नगर निकाय और पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों को टाल रही है, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है। इन चुनावों को समय पर कराना जरूरी है, लेकिन सरकार इसे जानबूझकर टाल रही है।