साइबर अपराध (Cyber Crime): अजमेर में बकरी फार्म के नाम पर 2.7 करोड़ की धोखाधड़ी

राजस्थान के अजमेर में बकरी फार्म के नाम पर 2.7 करोड़ रुपए की साइबर ठगी का खुलासा हुआ है। कई राज्यों की पुलिस को ऐसे मामले जांच के ​लिए भेजे गए हैं।

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Gyan Chand Patni
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साइबर ठग लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए नए-नए तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं। बकरी फार्म को भी साइबर ठगी का जरिया बनाया गया है।

राजस्थान के अजमेर में बकरी फार्मों के नाम पर साइबर ठगों ने 2 करोड़ 70 लाख रुपए का फ्रॉड किया। आई4सी  की जांच में इस तरह की मामले सामने आए हैं।

गृह विभाग और आई4सी के उप निदेशक ने अजमेर पुलिस को इस मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

अजमेर में कैसे की जा रही थी साइबर ठगी

अजमेर जिले में कई अनधिकृत बकरी फार्म चल रहे थे, जिनके नाम पर ठगी की जा रही थी।

इन बकरी फार्मों के संचालक यूपीआई के जरिए पैसे ट्रांसफर करवा कर धोखाधड़ी कर रहे थे। अब तक, इन ठगों ने 2.7 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है।

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बकरी फार्मों के नाम पर साइबर ठगी

अजमेर में विभिन्न स्थानों पर संचालित बकरी फार्मों के नाम पर साइबर ठगी की जा रही थी। इन फार्मों में आर.के. बकरी फार्म, हंस बकरी फार्म, डीएसपी बकरी फार्म, जेएमके बकरी फार्म, राजस्थान बकरी फार्म और कई अन्य शामिल हैं। इन फार्मों के संचालकों ने अपंजीकृत नामों से धोखाधड़ी की थी।

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साइबर अपराध समन्वय केंद्र की सक्रियता

भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र यानी आई4सी  ने Cyber ​​crime के इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई शुरू की है। इस केंद्र ने अब तक 3160 मामले दर्ज किए हैं। इन मामलों को विभिन्न राज्यों की पुलिस को भेजा गया है, जो इन मामलों का निस्तारण करने की प्रक्रिया में हैं।

बैंक खाते हुए फ्रीज

आयकर विभाग और पुलिस ने बकरी फार्म संचालकों के अनधिकृत बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। इन खातों से अन्य लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है, जिनके माध्यम से ठगी की जा रही थी।

ई-जीरो एफआईआर का महत्व

साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने इस मामले में ई-जीरो एफआईआर दर्ज करने की व्यवस्था की है। इसका मतलब है कि बिना पंजीकरण के संचालित बकरी फार्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद संबंधित राज्य की पुलिस और समन्वय केंद्र दिल्ली को सूचित किया जाएगा।

अजमेर में बकरी फार्म के नाम पर साइबर ठगी जैसे मामले देशभर में सामने आ रहे हैं। इस साइबर ठगी के मामले में अजमेर में बैंक खाते हुए फ्रीज, इसके बावजूद लोग जागरूक नहीं हैं। 

FAQ

1. क्या अजमेर में साइबर ठगी के मामले में कोई गिरफ्तारी हुई है?
अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। मामले में कई अपंजीकृत फार्म के संचालक शामिल हैं।
2. अजमेर में किस प्रकार की साइबर ठगी हो रही है?
अजमेर में बकरी फार्मों के नाम पर धोखाधड़ी की जा रही है। यूपीआई के जरिए व्यापारी और आम जनता से पैसे ट्रांसफर करवा कर ठगी की जा रही है।
3. साइबर ठगी से बचने के लिए क्या उपाय किए जाएं?
साइबर ठगी से बचने के लिए हमेशा पंजीकृत और विश्वसनीय प्लेटफार्म का इस्तेमाल करें। अनजान व्यक्तियों से पैसे ट्रांसफर करने से बचें और ऑनलाइन लेन-देन करते समय सतर्क रहें।

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