साइबर ठगी : अब शादी के नाम पर आएगी APK फाइल, क्लिक करते ही हो जाएगा खाता खाली

राजस्थान में शादियों के सीजन में साइबर ठगों का नया तरीका सामने आया। APK फाइल से भेजे गए शादी के कार्ड के लिंक पर क्लिक करते ही बैंक अकाउंट हैक हो सकता है। इस पर सावधानी बरतने की जरूरत है।

author-image
Amit Baijnath Garg
New Update
cyber fraud

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

Jaipur. जैसे-जैसे शादी का सीजन नजदीक आता है, वैसे-वैसे साइबर ठग भी सक्रिय हो जाते हैं। अब ये अपराधी एक नए तरीके से ठगी कर रहे हैं शादी के कार्ड के नाम पर APK फाइल भेजकर लोगों के बैंक खाते खाली कर रहे हैं। 

अगर आपके व्हाट्सएप पर किसी अनजान नंबर से शादी का न्योता आता है और उसमें कोई लिंक या फाइल डाउनलोड करने के लिए दी जाती है, तो सावधान हो जाइए। यह महज एक शादी का निमंत्रण नहीं, बल्कि आपकी आर्थिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हो सकता है।

Cyber Fraud: साइबर ठगी का नया तरीका, भूलकर भी Dial न करें ये कोड पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

साइबर ठगी का नया तरीका

साइबर ठग APK फाइल के रूप में एक नकली शादी का कार्ड तैयार करते हैं और उसे सोशल मीडिया या मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स के जरिए लोगों तक पहुंचाते हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति इस लिंक पर क्लिक करता है, उसके मोबाइल में एक वायरस इंस्टॉल हो जाता है। यह वायरस आपके फोन का एक्सेस ठगों तक पहुंचा देता है, जिससे वे आपके बैंक खाते से लेकर ओटीपी और पर्सनल डाटा तक हासिल कर लेते हैं।

एमपी साइबर ठगी का नया जाल: आपके व्हाट्सएप और बैंक अकाउंट की सुरक्षा खतरे में, जानें कैसे

आगे बढ़ता है धोखे का सिलसिला

साइबर क्राइम विंग के एसीपी सोनचंद के अनुसार, अपराधी पहले एक व्यक्ति का मोबाइल हैक करते हैं और फिर उसी फोन के कॉन्टैक्ट लिस्ट में मौजूद नंबरों पर वही लिंक ऑटोमैटिक भेज देते हैं। इस तरह यह ठगी का सिलसिला एक से दूसरे तक फैलता जाता है।

APK फाइल कैसे करती है फोन हैक?

जब आप APK फाइल डाउनलोड करते हैं, तो यह एक ऐप के रूप में आपके फोन में इंस्टॉल हो जाती है। यह ऐप आपके एसएमएस, कॉन्टैक्ट्स, बैंक डिटेल्स और नोटिफिकेशन तक पहुंच बना लेती है। फिर यह सभी जानकारी एक असुरक्षित सर्वर पर भेज दी जाती है, जहां से ठग आपके क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, पैन और ओटीपी का इस्तेमाल करके वित्तीय ठगी करते हैं।

सचिन मित्तल ने संभाली जयपुर पुलिस कमिश्नर की कमान, बोले-क्राइम कंट्रोल और साइबर सुरक्षा प्राथमिकता

साइबर ठगों के दूसरे जाल

यह सिर्फ शादी के कार्ड तक सीमित नहीं है। ठग अब शेयर बाजार में निवेश, सरकारी पेंशन सत्यापन और लोन ऑफर के नाम पर भी लोगों को ठग रहे हैं। वे आकर्षक रिटर्न का लालच देकर पीड़ितों को फर्जी वेबसाइट्स या लिंक पर क्लिक करवाते हैं।

कैसे करें खुद को सुरक्षित

किसी भी अनजान नंबर से आए लिंक या फाइल को क्लिक न करें। अगर कोई शादी का कार्ड भेजता है और उसमें फाइल डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है, तो पहले भेजने वाले की पहचान पक्की करें। इसके अलावा, बैंक डिटेल्स या पैन कार्ड की जानकारी किसी के साथ साझा न करें। वीडियो कॉल और अनजान नंबरों से आए कॉल्स का जवाब देने से पहले सावधानी बरतें।

सरकारी योजनाओं में साइबर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा, अब तक 30 गिरफ्तार, 11 हजार फर्जी खाते फ्रीज

कहां करें साइबर ठगी की शिकायत?

अगर आप साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत निकटतम साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं। इसके अलावा आप राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं। आप साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी कॉल कर सकते हैं। राजस्थान पुलिस मुख्यालय ने भी दो हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं 9256001930 और 9257510100।

बैंकिंग सेक्टर में बड़े बदलाव कर सकता है RBI, साइबर फ्राॅड की तीन दिन में दी सूचना तो नहीं होगा नुकसान

साइबर ठगी से बचने के 5 उपाय

अनजान लिंक से दूर रहें : किसी भी अनजान फाइल या लिंक को न खोलें
बैंक जानकारी न दें : OTP या कार्ड डिटेल किसी को साझा न करें
नियमित पासवर्ड बदलें : बैंक और सोशल मीडिया पासवर्ड अपडेट करें
ऑफिशियल वेबसाइट का उपयोग करें : किसी भी लेनदेन के लिए केवल सरकारी वेबसाइट पर जाएं
तुरंत रिपोर्ट करें : ठगी होते ही 1930 या cybercrime.gov.in पर शिकायत करें

शेयर बाजार साइबर क्राइम व्हाट्सएप राजस्थान साइबर ठगी
Advertisment