नीली बत्ती की कार में सवार फर्जी IPS गिरफ्तार: तलाशी में मिले कई तरह के हथियार

राजस्थान के धौलपुर में फर्जी आईपीएस अधिकारी सुप्रियो मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया। नीली बत्ती वाली कार और कई हथियार बरामद हुए। फर्जी वर्दी का इस्तेमाल प्रभाव जमाने के लिए करता था।

author-image
Gyan Chand Patni
New Update
fake police raj
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

राजस्थान के धौलपुर में पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है, जो खुद को एडीजी (ADG) का अधिकारी बताकर रौब झाड़ रहा था। आरोपी के पास से नीली बत्ती लगी एक कार, एयर रिवॉल्वर, एयर पिस्टल, दो एयर राइफलें और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं। आरोपी की पहचान पश्चिम बंगाल निवासी सुप्रियो मुखर्जी के रूप में हुई है।

नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तारी  

धौलपुर के सदर थाने के पास आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग के चौराहे पर पुलिस ने नाकाबंदी की थी। उसी दौरान एक तेज रफ्तार से आ रही अर्टिगा कार की सूचना मिली, जिसमें पुलिस की वर्दी पहने एक व्यक्ति था। पुलिस ने गाड़ी को रुकवाया और शख्स से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान, शख्स ने खुद को नेशनल सिक्योरिटी फोर्स (NSF) का अधिकारी बताया, लेकिन पुलिस ने उसे कड़ी पूछताछ की और उसकी सच्चाई सामने आ गई।

सुप्रियो मुखर्जी की पहचान और सबूत 

पुलिस ने आरोपी के पास से कई पहचान पत्र बरामद किए, जिनमें तीन स्टार वाली वर्दी दिखाई दे रही थी। आरोपी ने पुलिस को इंडियन कोस्ट गार्ड, नेशनल सिक्योरिटी कोर और अन्य फर्जी पहचान पत्र दिखाए। जांच के दौरान गाड़ी से एयर पिस्टल, एयर रिवॉल्वर, एयर राइफल, 138 एयर कारतूस, मोबाइल फोन, लैपटॉप और टैबलेट भी बरामद हुए।

राजस्थान हाईकोर्ट ने रद्द की एसआई भर्ती 2021, परीक्षा के पेपरों की हुई थी खरीद-फरोख्त

राजस्थान में भाजपा नेता के बेटे पर डीजीजीआई की रेड, 10 करोड़ की जीएसटी चोरी का मामला

फर्जी अधिकारी का उद्देश्य  

पुलिस के अनुसार, सुप्रियो मुखर्जी अपनी फर्जी वर्दी का इस्तेमाल प्रभाव जमाने, टोल टैक्स से बचने और चेक-पॉइंट्स से बचने के लिए करता था। उसने विभिन्न स्थानों पर अपनी पहचान छिपाकर अपनी गतिविधियाँ की थीं।

राजस्थान पुलिस कई तरह के फर्जीवाड़ के मामले में कार्रवाई करती है, लेकिन इस बार राजस्थान में फर्जी आईपीएस गिरफ्तार किया गया है। धौलपुर में पुलिस की नाकाबंदी के दौरान फर्जी आईपीएस पकड़ में आया। धौलपुर पुलिस की कार्रवाई के दौरान हथियार भी बरामद हुए।

आसाराम 30 अगस्त को होगा जेल की सलाखों के पीछे, जानें राजस्थान हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर क्या कहा

पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच 

पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, आरोपी के पास से मिले सभी दस्तावेज और हथियार इस बात का प्रमाण हैं कि वह अपनी पहचान का गलत इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ने फर्जी दस्तावेज कहां से प्राप्त किए थे और उसका उद्देश्य क्या था।

FAQ

1. धौलपुर में गिरफ्तार फर्जी आईपीएस अधिकारी कौन था?
 धौलपुर में गिरफ्तार फर्जी आईपीएस अधिकारी की पहचान सुप्रियो मुखर्जी के रूप में हुई, जो पश्चिम बंगाल का निवासी है और खुद को एडीजी का अधिकारी बताता था।
2. पुलिस ने फर्जी अधिकारी से क्या-क्या सामान जब्त किया?
 पुलिस ने आरोपी के पास से एक नीली बत्ती वाली कार, एयर पिस्टल, एयर रिवॉल्वर, दो एयर राइफलें, 138 एयर कारतूस, मोबाइल फोन, लैपटॉप और फर्जी पहचान पत्र बरामद किए।
3. फर्जी अधिकारी ने अपनी पहचान का गलत इस्तेमाल क्यों किया?
फर्जी आईपीएस अधिकारी सुप्रियो मुखर्जी अपनी वर्दी का इस्तेमाल प्रभाव जमाने, टोल टैक्स से बचने और चेक-पॉइंट्स से बचने के लिए करता था।

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट केसाथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

धौलपुर में पुलिस की नाकाबंदी नेशनल सिक्योरिटी फोर्स धौलपुर पुलिस की कार्रवाई राजस्थान में फर्जी आईपीएस गिरफ्तार राजस्थान पुलिस