सिस्टम की मौत : पोता 70 साल की दादी को पीठ पर लादकर अस्पताल पहुंचा, एक किमी तक पैदल चला

राजस्थान के सिरोही से एक दिल छूने वाली घटना सामने आई है। साथ ही यह सरकार और प्रशासन की नाकामी की भी पोल खोलती है। पोते ने 70 साल की दादी को पीठ पर लादकर एक किमी चलकर अस्पताल पहुंचाया।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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राजस्थान के सिरोही जिले से एक दिल को छू लेने वाली और साथ ही सोचने वाली तस्वीर सामने आई है, जिसने सभी को भावुक कर दिया है। आबू रोड के निचलागढ़ गांव से सामने आई इस तस्वीर में पोते कालाराम ने अपनी 70 साल की बीमार दादी सोमी बाई को अपनी पीठ पर लादकर 1 किलोमीटर का कच्चा और दुर्गम रास्ता तय किया। 

उसने अपनी दादी को इलाज के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने के लिए यह लंबा रास्ता पार किया। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग इस पोते के समर्पण और जज्बे की तारीफ कर रहे हैं, वहीं प्रशासन की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं।

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आदिवासी क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की कमी

निचलागढ़ गांव राजस्थान के एक आदिवासी बहुल इलाका है, जहां बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है। यहां के लोगों को चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने के लिए कई किलोमीटर तक पैदल चलने पर मजबूर होना पड़ता है। इस क्षेत्र में सोलंकीफली गांव के पास पिछले 42 सालों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण नहीं हुआ है। 

प्रशासन ने नहीं उठाया कोई कदम

ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधा के लिए कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। यह घटना इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि बुनियादी सुविधाओं का अभाव आज भी इस क्षेत्र में बड़ा मुद्दा है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां के लोग 1983 से स्थापित एक ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर हैं। इस लंबे समय से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा का इंतजार है, लेकिन प्रशासन ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। 

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ग्रामीणों का बुनियादी सेवाओं के लिए संघर्ष

राजस्थान के आबूरोड ब्लॉक का यह इलाका टीएसपी क्षेत्र में आता है, और यहां के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का इंतजार है। यहां की 32 ग्राम पंचायतों में से 30 पंचायतों के ग्रामीण पिछले कई दशकों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है। सोलंकीफली गांव के लोग आशा करते हैं कि सरकार और जनप्रतिनिधि इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए कदम उठाएंगे।

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बुनियादी सुविधाएं और सरकार की अनदेखी

राजस्थान में आदिवासी क्षेत्रों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इन क्षेत्रों में जाने के लिए उपयुक्त मार्गों और संसाधनों की कमी है। ग्रामीणों का मानना है कि अगर राजस्थान सरकार इन समस्याओं का समाधान करती है, तो यह उनकी जिंदगी को बेहतर बना सकता है। यहां की स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करने के लिए नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की तत्काल आवश्यकता है।

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प्रमुख तथ्य

स्थान : निचलागढ़, सिरोही
चिकित्सा सुविधा : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
ग्रामीणों की मांग : नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
मुख्य मुद्दा : स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव
समाधान की आवश्यकता : बेहतर चिकित्सा सुविधाएं

FAQ

1. पोते ने अपनी दादी को अस्पताल कैसे पहुँचाया?
पोते कालाराम ने अपनी 70 साल की बीमार दादी को पीठ पर लादकर लगभग 1 किलोमीटर की कच्ची और दुर्गम सड़क तय की, ताकि उन्हें उप स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचा सके।
2. निचलागढ़ क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति क्या है?
निचलागढ़ क्षेत्र में पिछले 42 वर्षों से कोई नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) नहीं खोला गया है, और यहां के लोग चिकित्सा सुविधाओं के लिए काफी परेशानी का सामना करते हैं।
3. ग्रामीणों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं क्यों जरूरी हैं?
इस क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं (Better Health Services) उपलब्ध नहीं हैं, जिससे ग्रामीणों को इलाज के लिए भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। वे नई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की मांग कर रहे हैं।

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