/sootr/media/media_files/2025/10/05/harish-choudhary-2025-10-05-16-37-31.jpg)
Photograph: (the sootr)
Barmer. पश्चिमी राजस्थान की राजनीति में पूर्व विधायक मेवाराम जैन का कांग्रेस में कमबैक पार्टी के भीतर विवाद का कारण बन गया है। जैन की वापसी ने पार्टी के कई नेताओं को असहज कर दिया है और इसका विरोध भी तेज हो गया है। बायतू विधायक और मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने पहली बार खुलकर इस मुद्दे पर अपनी राय दी है।
मेवाराम जैन के आपत्तिजनक पोस्टर से अटा बाड़मेर, लोग जागे तो दिखा यह नजारा
चौधरी ने बिना नाम लिए किया हमला
विधायक हरीश चौधरी ने खुलकर कहा कि वे किसी भी चरित्रहीन ताकत से समझौता नहीं करेंगे, चाहे इसके लिए उन्हें किसी भी संघर्ष का सामना क्यों न करना पड़े। चौधरी ने यह बयान बाड़मेर जिला मुख्यालय के हरलाल जाट छात्रावास में आयोजित लाइब्रेरी उद्घाटन और अंतरराष्ट्रीय रग्बी खिलाड़ी सुशीला खोथ के सम्मान समारोह में दिया।
अश्लील सीडी विवाद में घिरे पूर्व विधायक मेवाराम जैन समेत छह नेताओं की कांग्रेस में वापसी
मूल मुद्दों से भटकाने की चाल
चौधरी ने अपने भाषण में साफ कहा कि जो भी सवाल उठाए जा रहे हैं, वे केवल मूल मुद्दों से भटकाने की एक साजिश हैं। उन्होंने इस बात को भी स्पष्ट किया कि उन्होंने इस्तीफे की बात जरूर की थी, लेकिन वे कभी पीछे हटने वाले नहीं हैं। उनके अनुसार, इस संघर्ष में उन्हें कोई डर नहीं है और वे इसे हर हाल में लड़ने के लिए तैयार हैं।
बासनपीर जा रहे कांग्रेस नेताओं को रोका, एमएलए हरीश चौधरी की पुलिस से धक्का-मुक्की
हर तरह की लड़ाई का संकल्प
चौधरी ने यह भी कहा कि यह लड़ाई सिर्फ राजनीति की नहीं, बल्कि सामाजिक और नैतिक दृष्टिकोण से भी लड़ी जाएगी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि मेवाराम जैन की कांग्रेस में वापसी को लेकर उनका विरोध मजबूत है। उनका मानना है कि ऐसे समझौतों से कांग्रेस को नुकसान होता है और पार्टी को किसी भी अनैतिक ताकत से समझौता नहीं करना चाहिए।
जयपुर में हरीश चौधरी ने सुनाई खरी-खरी, कहा कांग्रेस दुनिया की अमीर नेताओं की सबसे गरीब पार्टी
घर भी बैठना पड़े तो बैठ जाएंगे
हरीश चौधरी ने अपनी बात को और दृढ़ करते हुए कहा कि अगर इस संघर्ष के लिए उन्हें राजनीति छोड़नी पड़े तो वे घर भी बैठ जाएंगे, लेकिन वे किसी भी चरित्रहीन व्यक्ति से समझौता नहीं करेंगे। यह बयान कांग्रेस के भीतर उनके दृढ़ नायक के रूप में उभरने की ओर इशारा करता है। इस बयान के बाद मेवाराम जैन का विरोध और बढ़ना तय है।