भरतपुर में बनेगा हनी एक्सीलेंस सेंटर, सरसों की नगरी अब हनी हब के रूप में भी बनाएगी पहचान

राजस्थान के भरतपुर में हनी एक्सीलेंस सेंटर बनेगा। यह सेंटर शहद उत्पादन, प्रोसेसिंग, ट्रेनिंग और बच्चों के लिए हनी पार्क का होगा। बजट में इस सेंटर की घोषणा की गई थी।

author-image
Amit Baijnath Garg
New Update
bharatpur

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

राजस्थान के भरतपुर जिले में अब सरसों की नगरी शहद के लिए भी मशहूर होगी। राजस्थान सरकार ने 2025-26 के बजट में हनी एक्सीलेंस सेंटर बनाने की घोषणा की है। यह केंद्र न केवल शहद उत्पादन, प्रोसेसिंग और ट्रेनिंग का प्रमुख ठिकाना बनेगा, बल्कि यहां चिल्ड्रन्स बी पार्क और हनी पार्लर जैसे आकर्षण भी होंगे। यह सेंटर भरतपुर को हनी हब के रूप में एक नई पहचान दिलाएगा।

भरतपुर के मोतीमहल में घुसे बदमाश! ध्वज फाड़ने की कोशिश, ध्वजस्तंभ किया क्षतिग्रस्त

हनी एक्सीलेंस सेंटर के मुख्य घटक

हनी एक्सीलेंस सेंटर में कई महत्वपूर्ण सुविधाएं होंगी, जिनमें हनी टेस्टिंग लैब, हनी प्रोसेसिंग यूनिट, हनी पार्लर और बच्चों के लिए बी पार्क शामिल हैं। उद्यान विभाग के उपनिदेशक जनकराज मीणा ने बताया कि सेंटर में मधुमक्खी पालन के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षण और उपकरण उपलब्ध होंगे। साथ ही परिसर में फ्लोरा का विकास किया जाएगा, ताकि मधुमक्खियां पूरे साल पराग प्राप्त कर सकें।

मोतीमहल पर भरतपुर रियासत का झंडा बदलने से उबाल, पूर्व राजघराने के बेटे को दिया अल्टीमेटम

शहद से बने उत्पादों का नया बाजार

हनी एक्सीलेंस सेंटर में स्थापित हनी पार्लर लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। यहां शहद से बने विभिन्न उत्पादों जैसे हनी ड्राई-फ्रूट्स, हनी स्वीट्स, बिस्किट आदि का लाइव डेमोंस्ट्रेशन और बिक्री होगी। इससे मधुमक्खी पालकों को अपने शहद को प्रोसेस कर विभिन्न रूपों में बेचने का मौका मिलेगा।

शहद और सरसों का संगम

भरतपुर पहले से ही देश के प्रमुख सरसों बेल्ट में शामिल है, जहां लगभग 1.47 लाख हेक्टेयर में सरसों की बुवाई होती है। वैज्ञानिक अध्ययन यह साबित करते हैं कि अगर सरसों के खेतों में मधुमक्खियों के बॉक्स रखें जाएं, तो परागण की प्रक्रिया तेज होती है, जिससे पैदावार में 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ोतरी होती है। सेंटर में करीब 1000 मधुमक्खी बॉक्स रखे जाएंगे, जो इस प्रक्रिया में मदद करेंगे।

राजस्थान | मोतीमहल पर भरतपुर रियासत का बदला झंडा, मचा बवाल; अल्टीमेटम वरना...

प्रशिक्षण और नए अवसरों का मार्ग

सेंटर में मधुमक्खी पालकों के लिए आवास की भी सुविधा होगी, ताकि वे यहां रहकर प्रशिक्षण ले सकें। इस प्रशिक्षण केंद्र का उद्देश्य ना केवल शहद उत्पादन को बढ़ावा देना है, बल्कि भरतपुर को कृषि में नई ऊंचाई तक पहुंचाना है। इस योजना का कुल बजट करीब 10 करोड़ रुपए है, जो मधुमक्खी पालन और राजस्थान में सरसों उत्पादन दोनों को बेहतर बनाने में मदद करेगा।

भरतपुर के गांव में रात में उड़ रहे ड्रोन से ग्रामीणों में दहशत, चोरी की बढ़ती घटनाओं का हो रहा शक

मुख्य बिंदु

हनी एक्सीलेंस सेंटर : शहद उत्पादन, प्रोसेसिंग और ट्रेनिंग का प्रमुख केंद्र
चिल्ड्रंस बी पार्क : बच्चों को मधुमक्खियों के जीवन के बारे में सीखने का मौका मिलेगा
हनी पार्लर : शहद से बने उत्पादों का प्रदर्शन और बिक्री
सरसों उत्पादन में वृद्धि : मधुमक्खी पालन से सरसों की पैदावार में 10-15 फीसदी वृद्धि 

FAQ

1. हनी एक्सीलेंस सेंटर में क्या सुविधाएं होंगी?
हनी एक्सीलेंस सेंटर (Honey Excellence Center) में हनी प्रोसेसिंग यूनिट (Honey Processing Unit), हनी टेस्टिंग लैब (Honey Testing Lab), हनी पार्लर (Honey Parlor), और बच्चों के लिए चिल्ड्रन्स बी पार्क (Children's Bee Park) जैसी सुविधाएं होंगी।
2. यह सेंटर किस उद्देश्य से स्थापित किया जा रहा है?
हनी एक्सीलेंस सेंटर का उद्देश्य मधुमक्खी पालन (Beekeeping) को बढ़ावा देना, शहद उत्पादन (Honey Production) में वृद्धि करना और स्थानीय विकास (Local Development) के लिए प्रशिक्षण देना है।
3. शहद से बने उत्पादों की बिक्री कहां होगी?
हनी पार्लर (Honey Parlor) में शहद से बने उत्पादों (Honey-based Products) जैसे हनी ड्राई-फ्रूट्स, हनी स्वीट्स (Honey Sweets), और बिस्किट (Biscuits) का लाइव डेमोंस्ट्रेशन (Live Demonstration) और बिक्री होगी।

हनी एक्सीलेंस सेंटर राजस्थान में सरसों उत्पादन मधुमक्खी पालन घोषणा बजट भरतपुर राजस्थान
Advertisment