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Photograph: (The Sootr)
राजस्थान के डीडवाना-कुचामन क्षेत्र में डीडवाना पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स और हथियार तस्करी गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह का सरगना असगर अली है, जो दुबई से इस नेटवर्क को चला रहा था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए भारत सरकार से लुकआउट नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
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गिरफ्तार आरोपियों से क्या जानकारी मिली?
डीडवाना के एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि इस गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं। इन आरोपियों से भारी मात्रा में ड्रग्स, विदेशी पिस्टल, मैगजीन और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। यह गिरोह न केवल ड्रग्स बल्कि खतरनाक हथियारों की भी तस्करी करता था, और इसकी जड़ें सीमाओं के पार तक फैली हुई थीं।
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पाकिस्तानी अपराधियों से संबंध
हैरान करने वाला तथ्य यह था कि इस नेटवर्क के पाकिस्तानी अपराधियों से भी संपर्क के सबूत मिले हैं। पुलिस ने आरोपियों की मोबाइल चैट्स डिकोड की, जिसमें पाकिस्तानी नागरिकों से लेन-देन के स्पष्ट सबूत पाए गए। इस खुलासे से यह साफ हो गया कि यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय था और विभिन्न देशों में अपनी तस्करी के नेटवर्क को चला रहा था।
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लुकआउट नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू
पुलिस (राजस्थान पुलिस) ने असगर अली की गिरफ्तारी के लिए लुकआउट नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि जैसे ही लुकआउट नोटिस जारी होगा, इंटरपोल और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की मदद से असगर अली को पकड़ने के प्रयास तेज हो जाएंगे। पुलिस ने इस गिरोह को पूरी तरह से खत्म करने के लिए अपनी कार्रवाई को लगातार जारी रखने का संकल्प लिया है।
एक और विदेशी पिस्टल और कारतूस बरामद
पूछताछ के दौरान, एक आरोपी इलियास की निशानदेही पर पुलिस ने एक और विदेशी पिस्टल, दो मैगजीन और जिंदा कारतूस बरामद किए। यह दिखाता है कि गिरोह का नेटवर्क हथियारों की तस्करी में भी शामिल था, जो सुरक्षा एजेंसियों के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
लुकआउट नोटिस क्या है?लुकआउट नोटिस को लुकआउट सर्कुलर (LOC) भी कहा जाता है। यह एक कानूनी दस्तावेज है जो किसी व्यक्ति की देश से बाहर जाने की गतिशीलता को रोकने के लिए जारी किया जाता है। यह विशेष रूप से उन व्यक्तियों पर लागू होता है जो आपराधिक मामलों में वांछित हैं या जिनके खिलाफ जांच चल रही है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ऐसे व्यक्ति देश छोड़कर न भाग सकें और जांच में सहयोग करें। लुकआउट नोटिस मुख्य रूप से इन किनके खिलाफ जारी किया जाता है?
लुकआउट नोटिस कैसे काम करता है?जब किसी व्यक्ति के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया जाता है, तो यह जानकारी देश के सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों, बंदरगाहों और सीमाओं पर तैनात आव्रजन अधिकारियों को भेज दी जाती है। जब वह व्यक्ति यात्रा करने की कोशिश करता है, तो आव्रजन अधिकारी उसके नाम की जांच करते हैं। यदि उसके नाम पर लुकआउट नोटिस जारी किया गया है, तो उसे हिरासत में ले लिया जाएगा और आगे की जांच के लिए संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। लुकआउट नोटिस का क्या प्रभाव है?
लुकआउट नोटिस की वैधता कितनी होती है?लुकआउट नोटिस आमतौर पर एक वर्ष के लिए वैध होता है। यदि आवश्यक हो, तो इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। नोटिस जारी करने वाली एजेंसी को यह सुनिश्चित करना होता है कि नोटिस जारी करने का कारण अभी भी मौजूद है और व्यक्ति अभी भी वांछित है। |
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