cyber fraud : कलेक्टर से ठगी करने वाला साइबर ठग जयपुर में पकड़ा गया, प्रॉपर्टी ब्रोकर बनकर देता था झांसा

राजस्थान की राजधानी जयपुर पुलिस ने 50 लाख रुपए की साइबर ठगी करने वाले बदमाश को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने तत्कालीन जयपुर कलेक्टर सहित कई लोगों को ठगा था। जानिए कैसे होती थी ठगी।

author-image
Gyan Chand Patni
New Update
collector
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

जयपुर पुलिस ने 50 लाख रुपए की साइबर ठगी Cyber ​​fraud करने वाले बदमाश परमिंदर सिंह उर्फ सन्नी को गिरफ्तार किया है। आरोपी का खुलासा हुआ है कि उसने तत्कालीन जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को भी ठगा था। इसके खिलाफ जयपुर शहर में लगभग 80 से 85 साइबर ठगी के मामले दर्ज हैं।

तत्कालीन जयपुर कलेक्टर से ठगी

जयपुर में प्रॉपर्टी ब्रोकर बनकर ठगी करने के मामले में जिस बदमाश को पुलिस ने पकड़ा है, उसने बताया कि वह पूर्व आईएएस अंतर सिंह नेहरा से साइबर ठगी कर चुका है। पुलिस के अनुसार, परमिंदर सिंह ने तत्कालीन कलेक्टर के मकान को किराए पर दिलवाने के नाम पर उनसे 90 हजार रुपए लिए थे। आरोपी ने एक RAS अधिकारी का नाम लेकर कलेक्टर से संपर्क किया था और मकान किराए पर देने का झांसा दिया। बाद में आरोपी ने पैसे लेने के बाद अपना फोन बंद कर दिया। इस मामले में कलेक्टर ने शिप्रापथ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।

ये खबरें भी पढ़िए

राजस्थान हाई कोर्ट की फटकार : अधिकारी कोर्ट के आदेश को कितने समय तक दबाकर रख सकते हैं?

चपरासी बनने को तैयार हैं एमबीए पास युवा : राजस्थान चतुर्थ श्रेणी भर्ती परीक्षा 2025 में ओवर क्वालिफाइड उम्मीदवार

anter singh nehara
Photograph: (पूर्व आईएएस अंतर सिंह नेहरा)

बैंककर्मी को ठगने का मामला

इसके बाद, परमिंदर सिंह ने एक बैंककर्मी से फ्लैट दिलवाने के नाम पर ठगी की। उसने एक फ्लैट को किराए पर देने के लिए शिकार बनाए गए व्यक्ति से 36 हजार रुपए व 17,668 रुपए की दो अदायगी की। जब पैसे दे दिए गए, तो आरोपी ने अपना फोन बंद कर दिया और धोखा दे दिया। इस मामले में पीड़ित ने श्याम नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया।

आरोपी का शातिर तरीका

आरोपी परमिंदर सिंह उर्फ सन्नी (43) ने खुद को प्रॉपर्टी ब्रोकर बताकर कई लोगों को ठगा। वह किराए पर मकान दिलवाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठता था। जांच में यह सामने आया कि उसने तत्कालीन जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को भी धोखा दिया था। उसने कलेक्टर से 90 हजार रुपए ठगे थे, जिनका इस्तेमाल बाद में सट्टे के खातों में किया गया।

पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

जयपुर पुलिस ने मानसरोवर, शिप्रापथ और श्याम नगर से 6 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने 5 करोड़ रुपए की ठगी की थी।  Cyber ​​crime  में परमिंदर सिंह भी शामिल था। पुलिस ने आरोपी से 39 एटीएम कार्ड, 6 लैपटॉप, 26 सिम कार्ड, 3 चेकबुक, और 4 लाख 56 हजार रुपए बरामद किए हैं। आरोपी के खिलाफ पहले भी 50 लाख रुपए की साइबर ठगी के मामले दर्ज हो चुके हैं।  

ये खबरें भी पढ़िए

राजस्थान में फर्जी मार्कशीट से बनी सरपंच, अब तीन साल गुजरेंगे सलाखों के पीछे

राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2025 : आंसर की जारी, ऐसे करें डाउनलोड

साइबर ठगी से जुड़े अन्य मामलों का खुलासा

परमिंदर सिंह ने ऑनलाइन सट्टा खेलने के लिए ठगी से आए पैसे सटोरियों के खातों में जमा करवा दिए थे। इस तरह के साइबर ठगी के मामलों में पुलिस को लगातार बढ़ोतरी हो रही है। आरोपी का नेटवर्क काफी बड़ा था, और उसे गिरफ्तार करने के लिए कई टीमों को लगाना पड़ा।

FAQ

1. परमिंदर सिंह उर्फ सन्नी ने किस तरीके से ठगी की?
परमिंदर सिंह ने खुद को प्रॉपर्टी ब्रोकर बताकर लोगों से किराए पर मकान दिलवाने के नाम पर पैसे ऐंठे। उसने जयपुर कलेक्टर और एक बैंककर्मी से ठगी की और पैसा सट्टे के खातों में जमा किया।
2. जयपुर पुलिस ने कितने साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है?
जयपुर पुलिस ने 5 करोड़ की साइबर ठगी के मामले में 6 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक ठग परमिंदर सिंह भी शामिल था, जिसने कई ठगी की वारदातों को अंजाम दिया था।
3. पुलिस ने आरोपी से क्या-क्या सामान बरामद किया?
पुलिस ने आरोपी से 39 एटीएम कार्ड, 6 लैपटॉप, 26 सिम कार्ड, 3 चेकबुक, और 4 लाख 56 हजार रुपए बरामद किए हैं। इसके अलावा अन्य कई साक्ष्य भी आरोपियों से प्राप्त किए गए हैं।

जयपुर में प्रॉपर्टी ब्रोकर बनकर ठगी पूर्व आईएएस अंतर सिंह नेहरा से साइबर ठगी ऑनलाइन सट्टा Cyber ​​crime Cyber ​​fraud
Advertisment