प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार, 2 जुलाई को जयपुर के कूकस स्थित होटल फेयर माउंट में महादेव बेटिंग ऐप से जुड़े संदिग्धों पर छापेमारी की। यह छापेमारी छत्तीसगढ़ के रायपुर से आई ED की टीम ने की। टीम को सूचना मिली थी कि महादेव बेटिंग ऐप मामले से जुड़े कुछ लोग होटल में ठहरे हुए हैं, जो एक शादी में शामिल होने आए थे। इसके बाद ED की टीम ने होटल पर दबिश दी और वहां मौजूद लोगों को हिरासत मे ले लिया।
कार्रवाई में मिले सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत
ईडी की कार्रवाई के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सबूत मिले। सबूत महादेव बेटिंग ऐप से जुड़े सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले को साबित करने में मदद कर सकते हैं। इससे पहले 16 अप्रैल को भी जयपुर में महादेव बेटिंग ऐप से जुड़े लोगों के 60 ठिकानों पर सर्च कार्रवाई की गई थी। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़, भोपाल (Madhya Pradesh), कोलकाता (West Bengal), दिल्ली और राजस्थान में एक साथ की गई थी। इस कार्रवाई में मनी लॉन्ड्रिंग और शैल कंपनियों से जुड़े सबूत मिले थे।
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ईडी की जांच में कई बड़े व्यापारियों के नाम
ईडी के अनुसार, जयपुर के कई बड़े व्यापारी भी इस महादेव बेटिंग ऐप घोटाले से जुड़े पाए गए हैं। इन व्यापारियों के खाते महादेव बेटिंग ऐप से जुड़े थे। ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई जारी है, जिनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए, जो आगे की जांच में मदद करेंगे। टीम ने फिलहाल पकडे गए लोगों की पहचान उजागर नहीं की है, लेकिन ईडी की इस कार्रवाई से जयपुर के बड़े व्यापारियों में हड़कंप की स्थिति है। बताया जा रहा है कि महादेव एप से जुडे़ कई बडे़ खिलाड़ी भूमिगत भी हो गए हैं।
क्या है महादेव बेटिंग ऐप
महादेव बेटिंग ऐप (Mahadev Betting App) एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है, जो क्रिकेट, फुटबॉल जैसे खेलों पर अवैध सट्टा लगाने का काम करता है। यह ऐप और वेबसाइट के माध्यम से करोड़ों रुपए का लेन-देन करती है और इसके नेटवर्क में कई प्रभावशाली लोग शामिल हैं। महादेव बेटिंग ऐप पिछले कुछ सालों में भारत में सबसे बड़े अवैध सट्टेबाज प्लेटफार्मों में से एक बन चुका है। इसके जरिए होने वाली मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering), क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) और शैल कंपनियों (shell companies) की गतिविधियां ईडी के रडार पर हैं।
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महादेव एप का छत्तीसगढ़ से संबंध
महादेव बेटिंग ऐप (Mahadev Betting App) और छत्तीसगढ़ का गहरा संबंध है। इस ऐप के बारे में सबसे पहले जानकारी छत्तीसगढ़ की ईडी टीम को मिली थी। यह ऐप एक अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है, जो क्रिकेट, फुटबॉल जैसे खेलों पर सट्टा लगाने का काम करता है। छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने महादेव एप से जुड़े संदिग्धों पर जांच शुरू की थी और बाद में इस जांच के परिणामस्वरूप देशभर में छापेमारी की गई। छत्तीसगढ़ की ईडी टीम ने महादेव एप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) और अन्य अवैध गतिविधियों का पता लगाया था। इसके बाद ईडी ने छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों में इस एप से जुड़े संदिग्धों पर रेड डालने की कार्रवाई की, जिससे कई महत्वपूर्ण सबूत मिले। इस कार्रवाई का प्रमुख उद्देश्य उन लोगों को पकड़ना था जो इस अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क का हिस्सा थे और मनी लॉन्ड्रिंग कर रहे थे।
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