खेलो इंडिया गेम्स : करोड़ों का बजट खर्च करने के बाद भी नतीजा सिफर, न खिलाड़ी पहुंचे और ना ही दर्शक

राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित हो रहे खेलो इंडिया गेम्स में करोड़ों का बजट खर्च हो रहा है। बावजूद इसके नतीजा सिफर है। गेम्स में न तो खिलाड़ी पहुंच रहे हैं और ना ही दर्शक। इसके बाद खेलों के आयोजन पर सवाल खड़े हो गए हैं।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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Jaipur. राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित खेलो इंडिया गेम्स को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। करोड़ों का बजट खर्च करने के बावजूद इस आयोजन में न तो खिलाड़ी पहुंचे और ना ही दर्शक। इस खेल महाकुंभ की भव्यता पर खिलाड़ियों और दर्शकों की अनुपस्थिति का असर भारी पड़ रहा है।

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400 मीटर दौड़ में मनीषा अकेले दौड़ी

खेलो इंडिया गेम्स के महिला 400 मीटर दौड़ के फाइनल में सिर्फ एक खिलाड़ी मनीषा अकेले दौड़ी। वह कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से आई हैं। आयोजन में कोई अन्य महिला खिलाड़ी शामिल नहीं हुई, जिससे यह आयोजन सवालों के घेरे में आ गया। फाइनल राउंड में सलेक्ट होने के बावजूद अन्य खिलाड़ी ने हिस्सा नहीं लिया, जिससे इस खेल के आयोजन को लेकर गंभीर चिंताएं उठने लगीं।

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हर्डल्स रेस में अकेले रुचित मोरी का प्रदर्शन

वहीं पुरुषों की 400 मीटर हर्डल्स रेस के फाइनल में भी कोई खास दृश्य नहीं दिखा। इस इवेंट में 8 एथलीटों का दौड़ना तय था, लेकिन जब रेस की बारी आई तो सिर्फ एक खिलाड़ी रुचित मोरी दौड़े। इस पर आयोजकों की तैयारी और खिलाड़ियों के प्रति अपील पर सवाल उठने लगे हैं।

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करोड़ों खर्च मगर न दर्शक, ना खिलाड़ी

खेलो इंडिया गेम्स के आयोजनों के लिए सरकार ने भारी-भरकम बजट आवंटित किया था, लेकिन यह आयोजन पूरी तरह से विफल साबित हुआ है। न तो खिलाड़ियों ने अपने कार्यक्रम में हिस्सा लिया और ना ही दर्शकों ने इन इवेंट्स में रुचि दिखाई। ऐसे में आयोजकों की तैयारी पर सवाल उठते हैं, खासकर उस पैमाने पर जिस पर इस इवेंट को प्रस्तुत किया गया था।

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समिति पर उठ रहे सवाल

जयपुर में आयोजित खेलो इंडिया गेम्स में इस तरह की लापरवाही और असफलता से आयोजन समिति और प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। आयोजकों ने करोड़ों रुपए खर्च किए, लेकिन आयोजनों का प्रभाव नकारात्मक ही रहा।

सरकार और आयोजकों से अपेक्षाएं

इस मामले में अब सरकार और आयोजकों से यह अपेक्षाएं की जा रही हैं कि भविष्य में इस तरह के आयोजनों के लिए बेहतर तैयारी की जाए और खिलाड़ियों के साथ ही दर्शकों को भी आकर्षित किया जाए। इसके अलावा आयोजकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर इवेंट में सटीक रूप से प्रतियोगिता हो और सभी खिलाड़ी समय पर पहुंचे।

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गेम्स के मुख्य बिंदु

  • खेलो इंडिया गेम्स में करोड़ों का बजट खर्च हुआ।
  • महिला 400 मीटर रेस में केवल एक खिलाड़ी ने दौड़ लगाई।
  • पुरुष 400 मीटर हर्डल्स रेस में सिर्फ एक खिलाड़ी ने भाग लिया।
  • आयोजन में न खिलाड़ी पहुंचे, ना ही दर्शक।
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