/sootr/media/media_files/2025/09/25/crowd-2025-09-25-18-19-34.jpg)
हर साल दीपावली और छठ पूजा जैसे बड़े त्योहारों के दौरान रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ एक चुनौती बन जाती है। इस बार जयपुर जंक्शन, जो राजस्थान का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है, ने भीड़ प्रबंधन को लेकर ठोस कदम उठाए हैं। रेलवे प्रशासन ने खास त्योहारी सीजन के लिए "क्राउड मैनेजमेंट" (Crowd Management) प्लान तैयार किया है, जो दस अक्टूबर से लागू होगा और दीपावली तक जारी रहेगा।
जयपुर जंक्शन पर विशेष क्राउड मैनेजमेंट प्लान के तहत, यात्रियों की आवाजाही को नियंत्रित करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।
आवागमन पर नियंत्रण और यात्रियों की सुरक्षा
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस बार दीपावली और अन्य त्योहारों के दौरान रोजाना यात्रियों की संख्या 1.5 लाख से 2 लाख तक पहुंचने की संभावना है। ऐसे में, स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ पर नियंत्रण सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।
यात्रियों की अधिक संख्या को ध्यान में रखते हुए, जयपुर जंक्शन पर विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो और यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
ये खबरें भी पढ़ें
राजस्थान में स्टेट-नेशनल हाईवे पर लगेंगे आईटीएमएस कैमरे, वाहन चालकों के हर मूवमेंट पर रहेगी पैनी नजर
राजस्थान के सांसद भूपेन्द्र यादव को मिली बंगाल में यह खास जिम्मेदारी, निभाएंगे अहम भूमिका
प्रवेश और निकासी में बदलाव
इस बार के "क्राउड मैनेजमेंट" प्लान में यात्रियों के प्रवेश और निकासी को लेकर कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं।
1. हावड़ा ब्रिज और हसनपुरा गेट से बंद होगी एंट्री
पहली बार, जयपुर जंक्शन पर हावड़ा ब्रिज और हसनपुरा गेट से यात्री प्रवेश नहीं कर सकेंगे। इन दोनों गेट्स से केवल बाहर निकलने की अनुमति होगी। इसके साथ ही, यात्रियों के प्रवेश के लिए केवल मुख्य गेट नंबर एक का उपयोग किया जाएगा।
रेलवे प्रशासन का मानना है कि इससे स्टेशन परिसर में आने-जाने की आवाजाही पर नियंत्रण पाया जा सकेगा और प्लेटफॉर्म पर भीड़ को अचानक उमड़ने से रोका जा सकेगा।
2. होल्डिंग एरिया में ठहराए जाएंगे यात्री
यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए, रेलवे ने होल्डिंग एरिया में ठहराने की व्यवस्था की है। मुख्य गेट से आने वाले यात्रियों को ट्रेन आने तक होल्डिंग एरिया में ठहराया जाएगा, जहां बैठने और आराम करने की व्यवस्था की जाएगी।
जैसे ही ट्रेन का समय नजदीक होगा, यात्रियों को प्लेटफॉर्म की ओर भेजा जाएगा। यह कदम भीड़ नियंत्रण की दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
प्लेटफॉर्म टिकट पर असमंजस
भीड़ को सीमित करने के लिए रेलवे प्लेटफॉर्म टिकट धारकों की एंट्री पर भी रोक लगाने पर विचार कर रहा है। यदि यह निर्णय लागू होता है, तो केवल यात्रा टिकट धारकों को ही स्टेशन परिसर में प्रवेश मिलेगा।
हालांकि, इस फैसले के लागू होने से यात्रियों के परिजनों को प्लेटफॉर्म तक पहुंचने में दिक्कत हो सकती है, लेकिन रेलवे अधिकारियों का मानना है कि यह कदम सुरक्षा और प्रबंधन की दृष्टि से आवश्यक है।
अगर प्लेटफॉर्म टिकट से प्रवेश जारी रखा जाता है, तो एक साथ कई लोगों की बजाय एक ही व्यक्ति को प्रवेश मिलेगा।
ये खबरें भी पढ़ें
राजस्थान में हर चौथी महिला के लिए शादी एक बुरा सपना! होना पड़ता घरेलू हिंसा का शिकार
राजस्थान में शिक्षक ने फर्जी डिग्री लगाई, रिटायरमेंट से 7 दिन पहले 32 साल की नौकरी रद्द
विकास कार्यों पर अस्थायी विराम
भीड़ प्रबंधन को सुचारू बनाने के लिए रेलवे ने स्टेशन परिसर में चल रहे रीडवलपमेंट कार्यों को अस्थायी रूप से रोक दिया है। जहां-जहां बैरिकेट्स लगाए गए थे, उन्हें हटा दिया गया है ताकि यात्रियों की आवाजाही में कोई रुकावट न हो।
फिलहाल केवल प्लेटफॉर्म नंबर 6 और 7 पर काम जारी रहेगा। बाकी विकास कार्य त्योहारों के बाद शुरू किए जाएंगे।
सुरक्षा और मॉनिटरिंग में सख्ती
जयपुर जंक्शन पर इस बार सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। आरपीएफ (RPF) और जीआरपी (GRP) की संख्या बढ़ाई जाएगी, और स्टेशन के हर कोने पर सुरक्षा तैनात की जाएगी।
कंट्रोल रूम से लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रत्याशित स्थिति पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा, अनाउंसमेंट और डिस्प्ले सिस्टम के जरिए यात्रियों को ट्रेनों के बारे में समय पर जानकारी दी जाएगी।
यात्रियों से अपील
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे समय से पहले स्टेशन पहुंचे, केवल मुख्य गेट का ही उपयोग करें और यात्रा टिकट लेकर ही सफर करें। अधिकारियों ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे भीड़ के दौरान धैर्य बनाए रखें, ताकि सभी की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
प्रशासन ने यह भी कहा है कि त्योहारी सीजन में यह विशेष व्यवस्था थोड़ी असुविधाजनक हो सकती है, लेकिन इसे यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया है। रेलवे का मानना है कि यदि यात्री सहयोग करेंगे, तो यह सीजन सभी के लिए सुरक्षित और सुगम होगा।