जयपुर वाहनों के बोझ से दब रहा, रफ्तार भी हर साल तेज हो रही, नफरी की भी भारी कमी

राजस्थान की राजधानी जयपुर में करीब 44 लाख की आबादी है। यहां अब तक 38 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हो चुके हैं यानी औसतन हर व्यक्ति पर एक वाहन है।

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Amit Baijnath Garg
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Jaipur Traffic

Photograph: (the sootr)

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राजस्थान की राजधानी जयपुर में पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में ट्रैफिक की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। करीब 44 लाख की आबादी वाले इस क्षेत्र में अब तक 38 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हो चुके हैं। औसतन हर व्यक्ति पर 0.86 वाहन यानी कि एक वाहन है। शहर की सड़कों की चौड़ाई और संख्या पहले जैसी ही है, लेकिन वाहनों की रफ्तार हर साल तेज हो रही है। इससे जाम और अव्यवस्था बढ़ती जा रही है।

सड़कों के किनारे पार्किंग बनी समस्या

राजधानी में प्रमुख बाजारों, सरकारी कार्यालयों, हॉस्पिटल्स और प्रमुख मार्गों पर सड़कों के किनारे ही पार्किंग हो रही है। इसके कारण दो लेन की सड़क एक लेन में सिमट जाती है। नतीजा यह होता है कि व्यस्त समय में घंटों तक जाम लग जाता है। सार्वजनिक परिवहन के कम इस्तेमाल से ट्रैफिक पर दबाव बढ़ रहा है। बड़ी समस्या यह भी है कि कई वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते। लाल बत्ती उल्लंघन करना, गलत दिशा में वाहन चलाना आम होता जा रहा है।

बढ़ रहे सिग्नल का उल्लंघन करने वाले

जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने जनवरी से मई, 2024 तक लाल बत्ती सिग्नल का उल्लघंन करने वाले 1,518 वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की, जो संख्या इस साल इसी अवधि में 7,807 पहुच गई।

इस तरह बढ़ती जा रही वाहनों की संख्या

जयपुर में साल 2025 में अब तक पंजीकृत होने नए वाहनों में 1,86,402 दोपहिया, 79,580 तिपहिया और 26,207 चौपहिया वाहन हैं। वहीं वर्ष 2024 तक 35,94,392 वाहन पंजीकृत थे, जबकि इस वर्ष यह संख्या 38,84,581 हो गई है। इस साल अब तक करीब 2.90 लाख नए वाहन पंजीकृत हुए हैं। 

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जरूरत 5,350 की, उपलब्ध मात्र 1,564 पुलिसकर्मी

जयपुर ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, वाहनों की संख्या के अनुसार 5,350 पुलिसकर्मियों की जरूरत है। वहीं जयपुर ट्रैफिक में 2,935 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की स्वीकृत नफरी है और वर्तमान में केवल 1,564 पुलिसकर्मी पदस्थ हैं। इससे पता चलता है कि ट्रैफिक जाम के चलते जयपुर ट्रैफिक पुलिस पर सुचारू यातायात संचालन का कितना भार है। वहीं वीवीआईपी मूवमेंट के लिए अलग से मशक्कत करनी पड़ती है। 

FAQ

1. जयपुर में वाहनों की संख्या किस प्रकार बढ़ रही है?
जयपुर में वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2025 में अब तक 2.90 लाख नए वाहन पंजीकृत हो चुके हैं। 2024 में 38,84,581 वाहन थे, जबकि 2023 में यह संख्या कम थी।
2. जयपुर में ट्रैफिक की समस्या का मुख्य कारण क्या है?
जयपुर में ट्रैफिक की समस्या का मुख्य कारण सड़कों की चौड़ाई का सीमित होना, वाहनों की बढ़ती संख्या, और सार्वजनिक परिवहन का कम इस्तेमाल है। इसके अलावा, वाहन चालकों की लापरवाही भी समस्या को बढ़ा रही है।
3. जयपुर ट्रैफिक पुलिस की स्थिति क्या है?
जयपुर ट्रैफिक पुलिस को 5,350 पुलिसकर्मियों की जरूरत है, जबकि वर्तमान में 1,564 पुलिसकर्मी ही तैनात हैं। इससे साफ है कि ट्रैफिक पुलिस पर दबाव बढ़ गया है।

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