/sootr/media/media_files/2025/10/01/jodhpur-railway-platform-confusion-vande-bharat-express-incident-2025-2025-10-01-13-32-23.jpg)
Photograph: (TheSootr)
जोधपुर रेलवे स्टेशन (Jodhpur Railway Station) पर 1 अक्टूबर 2025, बुधवार को एक अप्रत्याशित घटना घटित हुई, जब प्लेटफॉर्म 5 पर दो वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) ट्रेनों को खड़ा कर दिया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि यात्रियों के बीच भ्रम और असमंजस की स्थिति पैदा हो गई, जिससे दिल्ली जाने वाले 9 यात्री गलती से साबरमती जाने वाली वंदेभारत में सवार हो गए। जब तक उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ, तब तक दिल्ली की ट्रेन पहले ही निकल चुकी थी। रेलवे प्रशासन ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और प्रभावित यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने की योजना बनाई।
राजस्थान में पेंशन फर्जीवाड़ा, दूसरी शादी करने के बावजूद विधवा पेंशन उठा रहीं हजारों महिलाएं
एक प्लेटफॉर्म पर खड़ी दो वंदे भारत ट्रेनें
बुधवार की सुबह, जोधपुर रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म संख्या 5 पर दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को खड़ा किया गया था। इस प्लेटफॉर्म पर दोनों ट्रेनों के बीच पर्याप्त दूरी नहीं रखी गई थी, जिससे यात्रियों को भ्रम हुआ। एक ट्रेन दिल्ली कैंट (Delhi Cantt) जाने वाली केसरिया वंदे भारत एक्सप्रेस (Kesariya Vande Bharat Express) थी, जबकि दूसरी ट्रेन साबरमती (Sabarmati) जाने वाली सफेद वंदे भारत एक्सप्रेस (White Vande Bharat Express) थी।
रेलवे प्रशासन ने इस स्थिति को संभालने के लिए घोषणाओं (Announcements) और सिग्नल बोर्ड (Signal Boards) के माध्यम से यात्रियों को सूचित करने की पूरी कोशिश की थी। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म पर ड्यूटी दे रहे स्टाफ ने भी यात्रियों को सही ट्रेन के बारे में सूचित किया था। बावजूद इसके, कुछ यात्री जल्दबाजी में गंतव्य की जांच किए बिना ही ट्रेन में चढ़ गए।
यह खबर भी देखें...
आर्थिक अपराधों की राजधानी बना राजस्थान, देश में पहले स्थान पर, हत्या के मामलों में पांचवे पायदान पर
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/10/01/jodhpur-railway-platform-confusion-vande-bharat-express-incident-2025-2025-10-01-13-38-50.jpg)
यात्रा में हुई गलती का अहसास
दिल्ली जाने वाले यात्रियों ने जल्दी में जोधपुर-साबरमती वंदे भारत एक्सप्रेस में चढ़ने के बाद ट्रेन की स्टाफ और आपस में बातचीत शुरू की। तब जाकर उन्हें यह एहसास हुआ कि वे गलत ट्रेन में सवार हो गए हैं। इस समय तक, जोधपुर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस (Delhi Cantt Vande Bharat Express) जोधपुर से अपने निर्धारित समय सुबह 5:25 बजे (5:25 AM) रवाना हो चुकी थी।
यह खबर भी देखें...
दुनिया का सबसे ऊंचा रावण राजस्थान के इस शहर में बना, एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में होगा दर्ज
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/10/01/jodhpur-railway-platform-confusion-vande-bharat-express-incident-2025-2025-10-01-13-39-06.jpg)
यात्रियों का असंतोष और रेलवे प्रशासन की प्रतिक्रिया
जैसे ही यात्रियों को अपनी गलती का एहसास हुआ और वे वंदेभारत ट्रेन से उतरने की कोशिश करने लगे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। स्टेशन पर हड़कंप मच गया और यात्रियों में असंतोष फैल गया। यह स्थिति उन यात्रियों के लिए बेहद निराशाजनक थी जो दिल्ली जाने के लिए समय पर ट्रेन पकड़ने की उम्मीद कर रहे थे।
भारतीय रेलवे प्रवक्ता (Railway Spokesperson) ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि इस प्रकार की असमंजसपूर्ण स्थिति को भविष्य में रोकने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। प्रवक्ता ने बताया कि 2 अक्टूबर 2025 से दोनों वंदे भारत ट्रेनों के प्लेटफॉर्म बदल दिए जाएंगे। इस कदम का उद्देश्य यात्रियों को भ्रमित होने से बचाना था।
दोनों ट्रेनों के प्लेटफॉर्म बदल दिए जाएंगे
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की असुविधा को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया कि भविष्य में ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए दोनों ट्रेनों के प्लेटफॉर्म बदल दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, रेलवे अधिकारियों ने आंतरिक जांच करने का भी निर्णय लिया है कि प्लेटफॉर्म पर संकेतक बोर्ड (Platform Signage), घोषणाओं (Announcements), और स्टाफ की व्यवस्था सही थी या नहीं। इसके आधार पर सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे, ताकि भविष्य में इस प्रकार की समस्याएं न उत्पन्न हों।
यह खबर भी देखें...
मानसिक तनाव में कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा! खटखटाया राजस्थान हाईकोर्ट का दरवाजा
वैकल्पिक ट्रेनों से भेजने की कर रहे व्यवस्था
रेलवे प्रशासन ने इस स्थिति से प्रभावित यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक इंतजाम (Alternate Arrangements) किए। प्रभावित यात्रियों को अब सालासर-दिल्ली एक्सप्रेस, मरुधर एक्सप्रेस, और रानीखेत एक्सप्रेस जैसे ट्रेनों से दिल्ली भेजने का निर्णय लिया गया। इन यात्रियों को उसी वंदे भारत (Vande Bharat) टिकट पर ये ट्रेनें उपलब्ध कराई जाएंगी। हालांकि, यह इंतजाम यात्रियों के लिए समय पर और सुरक्षित तरीके से यात्रा करने के लिए प्रभावी साबित हुआ।
यह खबर भी देखें...
सरिस्का और रणथंभौर में टाइगर सफारी कल से, रोमांच से भरेंगे पर्यटक, जानें पूरा शेड्यूल
प्लेटफॉर्म पर सुधार की जरूरत
यह घटना इस बात का प्रतीक है कि रेलवे विभाग को प्लेटफॉर्म पर स्पष्ट संकेतक (Clear Signage), घोषणा प्रणाली (Announcement System), और स्टाफ के प्रशिक्षण (Staff Training) में सुधार की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति का सामना न करना पड़े और वे अपनी यात्रा को आसानी से और सही तरीके से पूरा कर सकें।