नाहरगढ़ लॉयन सफारी में एशियाटिक शेरों का कुनबा बढ़ा, पर्यटकों के लिए रोमांचक अनुभव

राजस्थान के जयपुर स्थित नाहरगढ़ लॉयन सफारी में एशियाटिक शेरों का कुनबा बढ़ा, 2018 से पर्यटकों को खुले जंगल में शेरों का रोमांचक दृश्य देखने का मौका मिल रहा है। हर साल 10 अगस्त को वर्ल्ड लॉयन डे मनाया जाता है।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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राजस्थान के जयपुर स्थित नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लॉयन सफारी की शुरुआत से एशियाटिक शेरों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। यह सफारी अब पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन चुकी है, जहां शेरों की दहाड़ और उनकी अद्भुत गतिविधियां देखने को मिलती हैं।

नाहरगढ़ लॉयन सफारी में पर्यटक बंद गाड़ी में बैठकर शेरों को खुले जंगल में घूमते हुए देख सकते हैं। यह सफारी 36 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैली हुई है, जिसमें 5 मीटर ऊंची फेंसिंग की गई है, ताकि शेरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। हर साल 10 अगस्त को वर्ल्ड लॉयन डे मनाया जाता है।

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शेरों का संरक्षण और ब्रीडिंग

नाहरगढ़ लॉयन सफारी में शेरों के संरक्षण पर जोर दिया जा रहा है। एशियाटिक शेरों की ब्रीडिंग भी यहां हो रही है और शावक भी पैदा हो रहे हैं। शेरों के कुनबे के बढ़ने के साथ-साथ उनके संरक्षण को लेकर नई योजनाओं पर काम जारी है।

सफारी की शुरुआत और इसका विकास

नाहरगढ़ लॉयन सफारी की शुरुआत 2018 में हुई थी। यह सफारी राजस्थान में बाघों के रणथंभौर नेशनल पार्क के बाद अब शेरों के लिए एक नई जगह बन चुकी है। शेरों को खुले जंगल में देखना पर्यटकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव बन चुका है।

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शेरों के ब्रीडिंग और देखभाल में योगदान

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शेरों की ब्रीडिंग की प्रक्रिया लगातार चल रही है। 2019 में शेरनी तारा ने शावक को जन्म दिया, जिसे विशेष देखभाल के तहत बड़ा किया गया। शावक का वजन 990 ग्राम था और उसे नियो नेटल केयर यूनिट में रखा गया था।

सृष्टि और शेरों की भविष्यवाणी

वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर का कहना है कि शेरनी सृष्टि जल्द ही शावकों को जन्म दे सकती है। यह विकास नाहरगढ़ लॉयन सफारी में शेरों के कुनबे के बढ़ने का संकेत है। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में फिलहाल 6 एशियाटिक शेर मौजूद हैं। इनमें शेरनी तारा, सृष्टि और शेर शक्ति शामिल हैं, जबकि शेर त्रिपुर और शेरनी दुर्गा भी पार्क में हैं। मेल शावक शेरा को भी पार्क में रखा गया है।

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एक्सचेंज प्रोग्राम से शेरों का वितरण

आने वाले समय में नाहरगढ़ में पैदा हुए शेरों को एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत अन्य राज्यों के चिड़ियाघरों में भेजा जाएगा। इसके अलावा, अन्य वन्यजीवों को भी नाहरगढ़ लॉयन सफारी में लाने की योजना है। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क और लॉयन सफारी शेरों के संरक्षण और ब्रीडिंग में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। यह पार्क शेरों के लिए एक सुरक्षित स्थान है, जहां शेरों की देखभाल और संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाता है।

FAQ

1. नाहरगढ़ लायन सफारी कब शुरू हुई थी?
नाहरगढ़ लायन सफारी की शुरुआत 2018 में हुई थी और तब से यह पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन चुकी है।
2. नाहरगढ़ लायन सफारी में कितने एशियाटिक शेर हैं?
वर्तमान में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 6 एशियाटिक शेर हैं, जिनमें शेरनी तारा, सृष्टि, और शेर शक्ति शामिल हैं।
3. नाहरगढ़ में शेरों के ब्रीडिंग की प्रक्रिया क्या है?
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शेरों की ब्रीडिंग प्रक्रिया लगातार चल रही है। पिछले साल शेरनी तारा ने शावक को जन्म दिया, जिसे विशेष देखभाल के तहत बड़ा किया गया।

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