अब नागौर के सरकारी स्कूल की छत गिरी, क्या स्कूलों की जर्जर हालत पर ध्यान देगी सरकार?

राजस्थान के नागौर जिले के डेगाना में सरकारी स्कूल की छत गिरने का हादसा, बच्चों और शिक्षकों की जान बची, जर्जर स्थिति की जांच के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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राजस्थान के नागौर जिले के डेगाना क्षेत्र स्थित खरियाबास की ढाणी के सरकारी स्कूल में फिर से छत गिरने का हादसा हुआ। 21 जुलाई को हुई बारिश के कारण स्कूल के बरामदे की छत में सीलन के कारण दरारें आ गई थीं, जिसके बाद शुक्रवार सुबह बारिश के कारण चार पट्टियां टूटकर गिर गईं। गनीमत यह रही कि हादसे के समय स्कूल बंद था, जिससे कोई छात्र या शिक्षक घायल नहीं हुआ।

जर्जर भवनों की समस्या

स्कूल के बरामदे की छत पहले से ही जर्जर (Dilapidated) स्थिति में थी और लगातार मरम्मत की आवश्यकता थी। 21 जुलाई को भी बरामदे की एक पट्टी टूटकर गिर गई थी, जिसके बाद प्रशासन ने इस क्षेत्र को जाली लगाकर बंद कर दिया था। हालांकि इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे स्कूल की हालत और भी खराब हो गई।

स्कूल प्रशासन की लापरवाही

इस घटना के बाद स्कूल प्रशासन ने जर्जर छत की मरम्मत का प्रस्ताव तैयार किया था, लेकिन जब अधिकारियों को इस मामले की सूचना दी गई, तो कार्रवाई में कोई तेजी नहीं दिखाई दी। सीबीईओ गीता शर्मा ने इस बारे में जांच की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि एसीबीओ गोरधन राम डूडी ने रिपेयरिंग की योजना बनाई और उस स्थान को सुरक्षित करने के लिए प्लास्टिक की जाली लगाई।

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सरकारी स्कूलों में बिगड़ी स्थिति

राजस्थान में सरकारी स्कूलों की जर्जर स्थिति (Dilapidated Condition) चिंता का विषय बनी हुई है। पिछले कुछ महीनों में कई स्कूलों की छतें गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं से बच्चों की जान का खतरा पैदा हो रहा है और इस पर सरकार की ओर से सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।

क्या है समाधान?

राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करते हुए घोषणा की है कि जल्द ही स्कूलों की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि इस स्कूल की छत का पुनर्निर्माण जल्दी किया जाएगा। इसके बावजूद ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए एक स्थायी समाधान की आवश्यकता है।

FAQ

1. क्या नागौर के स्कूल की छत गिरने से कोई नुकसान हुआ?
नहीं, गनीमत यह रही कि स्कूल बंद था और कोई छात्र या शिक्षक स्कूल में मौजूद नहीं था, इसलिए कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
2. स्कूल की छत के जर्जर होने की जानकारी अधिकारियों को दी गई थी या नहीं?
हां, 21 जुलाई को स्कूल की छत में दरारें आने के बाद अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
3. राजस्थान में सरकारी स्कूलों के जर्जर भवनों का क्या हल निकाला जा रहा है?
राज्य सरकार ने स्कूलों की मरम्मत के लिए योजना बनाई है और जल्द ही इन स्कूलों की छतों का पुनर्निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा, स्कूलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण की व्यवस्था की जा रही है।

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