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Photograph: (the sootr)
Bundi. राजस्थान की राजनीति में पिछले दो सालों में तीन विधानसभा चुनावों में भाग लेकर चर्चा में आए नरेश मीणा ने 2028 के विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने हाल ही में यह घोषणा की कि वह आगामी चुनाव में दो विधानसभा सीटों से मुकाबला करेंगे। उन्होंने पहली सीट का नाम हिंडोली-नैंनवा विधानसभा सीट के रूप में सार्वजनिक किया है, जो बूंदी जिले में स्थित है।
पहली बार हार के बाद नया फैसला
मीणा ने पहली बार कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद कांग्रेस के खेल को बिगाड़ने के लिए 2018 में बारां जिले की छबड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ा था। इसके बाद उन्होंने देवली-उनियारा और अंता विधानसभा उपचुनाव भी लड़ा, लेकिन हर बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके, वह अपनी राजनीतिक यात्रा में आगे बढ़ते रहे हैं। अब 2028 में अपनी ताकत दिखाने के लिए फिर से मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
प्रमोद जैन भाया से अदावत
मीणा का कहना है कि उन्होंने अंता उपचुनाव में अपनी हार के बाद पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया से हिसाब बराबर करने का मन बना लिया है। मीणा ने कहा कि अगला चुनाव वह हिंडोली-नैंनवा विधानसभा सीट से लड़ेंगे, जहां उन्हें भाया से अपना पुराना हिसाब चुकता करना है। हालांकि उन्होंने दूसरी सीट का नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है।
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राजस्थान में तीसरे मोर्चे की तैयारी
मीणा ने कहा कि वह राजस्थान में तीसरे मोर्चे को लेकर गंभीर तैयारी कर रहे हैं। अंता उपचुनाव में उन्होंने आम आदमी पार्टी और आरएलपी के सहयोग से चुनाव लड़ा था और इस दौरान पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा का भी समर्थन प्राप्त था। अब वह अपनी पार्टी और राजनीतिक संगठन को मजबूत करने के लिए और भी प्रयास कर रहे हैं।
भगत सिंह सेना का गठन
चुनाव हारने के बाद मीणा ने भगत सिंह सेना का गठन किया है। वह 2028 विधानसभा चुनाव के लिए अपनी टीम को मजबूत कर रहे हैं और हर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर अपनी पार्टी को स्थापित करने का काम कर रहे हैं। मीणा ने कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ विधायक बनना नहीं, बल्कि प्रदेश में एक बड़ा राजनीतिक प्रभाव स्थापित करना है।
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राजनीतिक जिम्मेदारी निभाने की बात
मीणा ने कहा कि हाड़ौती क्षेत्र का विकास पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है। यहां के नेता किसानों की आवाज को मजबूती से नहीं उठाते, जिसके कारण यह क्षेत्र पिछड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में वह खुद इस क्षेत्र में एक बड़ी राजनीतिक भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
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कई नेताओं की आलोचना
मीणा ने राजस्थान के कई नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि बूंदी और अन्य हाड़ौती क्षेत्रों के नेता अब बड़े पूंजीपतियों और राजनीति दबावों के सामने झुक चुके हैं। इसका सीधा नुकसान यहां के किसानों और आम जनता को उठाना पड़ रहा है।
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मुख्य बिंदु
- नरेश मीणा ने 2028 विधानसभा चुनाव में दो सीटों से चुनाव लड़ने की घोषणा की है, जिनमें से एक हिंडोली-नैंनवा सीट है।
- नरेश मीणा ने कहा कि वह अंता उपचुनाव में अपनी हार के बाद पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया से हिसाब बराबर करेंगे।
- नरेश मीणा ने आरएलपी और आम आदमी पार्टी के सहयोग से अंता विधानसभा उपचुनाव लड़ा था। उनके चुनाव में पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने भी उनका समर्थन किया था।
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