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Photograph: (the sootr)
Jaipur. राजस्थान में पंचायतों के चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में होने हैं, लेकिन इससे पहले राज्य की पंचायतों की सूरत पूरी तरह बदल जाएगी। राज्य में नए साल में सभी ग्राम पंचायत और पंचायत समितियों के साथ ही जिला परिषदों के वार्ड भी नए सिरे से बनाए जाएंगे। इस कवायद से राजस्थान की ग्राम पंचायतों में करीब 45 हजार नए वार्ड बनेंगे।
एक लाख की जनसंख्या पर 15 वार्ड
वार्ड बढ़ेंगे तो वार्ड पंच की संख्या में भी 45 हजार का इजाफा होगा और इनकी संख्या एक लाख से ज्यादा हो जाएगी। राज्य के पंचायती राज विभाग ने इसके लिए सभी कलेक्टरों को दो हफ्ते में वार्ड पुर्नगठन के काम को पूरा करने केा कहा है। वहीं पंचायत समितियों में एक लाख तक की जनसंख्या पर 15 वार्ड का प्रावधान है। एक लाख से ज्यादा जनसंख्या पर प्रत्येक 15 हजार जनसंख्या पर दो वार्ड बढ़ेंगे।
ग्राम पंचायत बढ़कर हुईं 14 हजार से ज्यादा
राजस्थान में 3441 नई ग्राम पंचायतें बनने से ग्राम पंचायतों की संख्या 11,194 से बढ़कर 14635 हो गई है। इसके अतिरिक्त 85 नई पंचायत स​मिति और आठ नई जिला परिषद भी बनी हैं। इससे पंचायत ​समिति बढ़कर 450 और 41 जिला परिषद हो गई हैं। इस कारण सभी में वार्ड बढ़ेंगे। एसडीएम पंचायतों के वार्ड पुनर्गठन और डिलिमिटेशन की और जिला परिषद और पंचायत समितियों के वार्डों के पुनर्गठन की अधिसूचना कलेक्टर जारी करेंगे।
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बदलेगा पंचायतों का नक्शा
आगामी पंचायती राज चुनावों में सबसे ज्यादा इजाफा वार्ड पंच के पद पर होगा और इनकी संख्या एक लाख से ज्यादा हो जाएगी, जबकि सरपंचों के 3,441 पद बढ़ेंगे और सरपंचों के कुल 14635 पद के लिए चुनाव होंगे। 85 नई पंचायत समितियां बनने से अब कुल संख्या 450 होने से प्रधान भी 450 होंगे। आठ नई जिला परिषद बनने से 41 हो गई तो जिला प्रमुख भी 41 बनेंगे।
हर पंचायत में कम से कम सात वार्ड
अब प्रत्येक तीन हजार की आबादी वाली ग्राम पंचायत में वार्ड की संख्या पांच से बढ़कर कम से कम सात होगी। नए मापदंडों के कारण औसतन हर पंचायत में दो वार्ड बढ़ेंगे। इस प्रकार पुरानी 11 हजार पंचायतों में ही करीब 22 हजार वार्ड बढ़ जाएंगे तथा 3,441 नई पंचायतों में हर पंचायत में औसतन सात वार्ड के हिसाब से 24 हजार वार्ड की बढ़ोतरी होगी। जनसंख्या के अनुसार भी इसमें बदलाव हो सकता है।
4 लाख की जनसंख्या पर 17 वार्ड
वहीं नए मापदंडों के अनुसार, जिला परिषदों में चार लाख तक की आबादी वाली परिषद में 17 वार्ड का प्रावधान है। ऐसे में जिस जिला परिषद की आबादी चार लाख से ज्यादा है, तो वहां हर एक लाख की आबादी पर 2 वार्ड बढ़ेंगे। इस प्रकार पांच लाख की आबादी पर 19 वार्ड और छह लाख पर 21 वार्ड होंगे।
विषम रहेगी वार्डों की संख्या
सभी कलेक्टर को वार्ड पुनर्गठन के दौरान सभी वार्ड में एक समान आबादी व प्रत्येक पंचायती राज संस्था में वार्ड की संख्या विषम नंबर में रखनी होगी। पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद के सभी वार्ड बदलने से नए पुनर्गठन के अनुसार ही वोटर लिस्ट भी बनेंगी, तो सीमाएं बदलने से वार्ड के नंबर भी बदलेंगे।
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ग्राम पंचायतों में प्रतिनिधित्व
नए मापदंडों के अनुसार, ग्राम पंचायतों में तीन हजार तक की जनसंख्या के लिए सात वार्ड रखे जाने का प्रावधान है। किसी ऐसी ग्राम पंचायत के मामले में जिसकी जनसंख्या 3000 से ज्यादा है, तो वहां हर एक हजार या उसके भाग के लिए दो और वार्ड बढ़ेंगे।
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