/sootr/media/media_files/2025/08/15/court-2025-08-15-16-48-34.jpeg)
Photograph: (the sootr)
मुकेश शर्मा @ जयपुर
राजस्थान में अदालतें मुकदमों के बढ़ते बोझ के तले हांफ रही हैं। वर्तमान में प्रदेश की अधीनस्थ अदालतों और हाई कोर्ट में 30 लाख 27 हजार 148 मुकदमे पेडिंग चल रहे हैं। इनमें महिलाओं और सीनियर सिटीजन (Senior Citizen) के मुकदमों के एक-एक लाख से ज्यादा मामले लंबित हैं।
हालांकि हाई कोर्ट में एक साल के दौरान जजों की नियुक्तियों के बाद पेडिंग मुकदमों के निपटारे में तेजी की उम्मीद जगी है, लेकिन सरकारी स्तर पर बार-बार छोटे-छोटे मुकदमों को वापस लेने की घोषणा के बावजूद निचली अदालतों में ऐसे मुकदमों का अंबार लगा हुआ है।
यश शर्मा हत्याकांड के सभी आरोपियों को मिली उम्रकैद,तीन महीने में आया कोर्ट का फैसला
कैसे हो त्वरित सुनवाई?
संविधान के तहत त्वरित न्याय नागरिकों का एक मौलिक अधिकार है, जो अनुच्छेद 21 में निहित जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार का एक अभिन्न अंग है। इसका मतलब है कि किसी भी व्यक्ति को कानून की उचित प्रक्रिया के बिना उसके जीवन या स्वतंत्रता से वंचित नहीं कि जा सकता। उसे त्वरित सुनवाई का अधिकार है, जिससे उसे बिना देरी के त्वरित न्याय मिल सके, लेकिन अदालतों में पेडिंग मुकदमों का अंबार लगा हुआ है।
एसआई भर्ती 2021 पेपर लीक : हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित किया
अदालतों में पेडिंग मुकदमों पर एक नजर
अधीनस्थ अदालतों में पेडिंग मुकदमे
कुल मुकदमे : 23,62,455
एक साल से ज्यादा पुराने : 15,62,987
प्री-लिटिगेशन या प्री-ट्रायल वाले मुकदमे : 3,58,897
सिविल (Civil) : 4,75,265
क्रिमिनल (Criminal) : 18,87,190
एक साल से ज्यादा पुराने
सिविल : 2,00,850, क्रिमिनल : 5,98,618
एक से 3 तक साल पुराने
सिविल : 1,27,254, क्रिमिनल : 5,35,317
3 से 5 साल तक पुराने
सिविल : 57,694, किमिनल : 3,02,309
5 से 10 साल तक पुराने
सिविल : 72,422, क्रिमिनल : 4,16,689
10 साल से ज्यादा पुराने
सिविल : 17,045, क्रिमिनल : 34,057
पिछले महीने दर्ज हुए मुकदमे
सिविल : 17,071, क्रिमिनल : 72,390
पिछले महीने तक निपटाए गए मुकदमे
सिविल : 14,711, क्रिमिनल : 72,390
महिलाओं के 6, सीनियर सिटीजन के 5 फीसद मुकदमे
राजस्थान की अधीनस्थ अदालतों में पेंडिंग चल रहे कुल मुकदमों के 6 फीसदी महिलाओं के और 5 फीसदी सीनियर सिटीजन के मुकदमे पेंडिंग हैं।
महिलाओं के पेंडिंग मुकदमे
सिविल : 71,330, क्रिमिनल : 77,885
सीनियर सिटीजन के पेंडिंग मुकदमे
सिविल : 85,728, क्रिमिनल : 30,456
जुलाई, 2025 में दर्ज मुकदमे
सिविल : 17,071, क्रिमिनल : 72,390
जुलाई, 2025 में निपटे मुकदमे
सिविल : 14,711, क्रिमिनल : 20,317
हाई कोर्ट का सवाल : एमपी-एमएलए के चुनाव हो सकते हैं, तो छात्रसंघ चुनाव क्यों नहीं?
हाई कोर्ट में नए जजों के आने से जागी उम्मीद
राजस्थान हाई कोर्ट में कुल जजों के 50 पद स्वीकृत हैं। इनमें 38 पोस्ट परमानेंट और 12 एडिशनल जज की पोस्ट हैं। पूर्व में हाई कोर्ट में कुल पोस्ट 40 ही थीं और वो भी कभी पूरी नहीं भरी गईं। इसी तरह 50 पोस्ट होने के बाद इस साल पहली बार 43 जज कार्यरत हैं। हालांकि अभी एडिशनल जज की 7 पोस्ट रिक्त हैं, जबकि जोधपुर मुख्य पीठ और जयपुर बेंच में कुल पेंडिंग मुकदमे साढ़े छह लाख से ज्यादा हैं।
राजस्थान हाई कोर्ट में मुकदमों के हालात
कुल पेंडिंग : 6,64,693
सिविल : 4,75,016
क्रिमिनल : 1,89,677
जोधपुर मुख्य पीठ में पेंडिंग मुकदमे
कुल पेंडिंग : 2,67,987
सिविल : 1,97,631
क्रिमिनल : 70,266
जुलाई, 2025 में कुल दर्ज मुकदमे : 11,649
सिविल : 6,454, क्रिमिनल : 5,195
जुलाई, 2025 में निपटे मुकदमे
सिविल : 2,343, क्रिमिनल : 3,905
जयपुर बेंच में कुल पेंडिंग मुकदमे : 3,96,796
सिविल : 2,7,385, क्रिमिनल : 1,19,411
जुलाई, 2025 में दर्ज मुकदमे : 11,566
सिविल : 6,547, क्रिमिनल : 5,019
जुलाई, 2024 में निपटे कुल मुकदमे : 7,980
सिविल : 3,972, क्रिमिनल : 4,008
FAQ
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स औरएजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧