/sootr/media/media_files/2025/11/03/phalodi-accident-2025-11-03-12-48-04.jpg)
Photograph: (the sootr)
Jodhpur. राजस्थान के फलोदी एक्सप्रेस-वे पर भीषण सड़क हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में सात जने एक ही परिवार के हैं। वे जोधपुर के सूरसागर के हैं।
हादसे में मरने वालों और घायलों को केन्द्र और राज्य सरकार की तरफ से सहायता की घोषणा की गई, लेकिन मुआवजा की मांग को लेकर सोमवार सुबह से ही मृतकों के परिजन और माली समाज के लोग सड़क पर आ गए। उनका आरोप है कि इतने बड़े हादसे के बाद भी सरकार के मंत्री नहीं आए। जिला प्रशासन की ओर से हमारी मांगों पर कोई जवाब नहीं दिया गया।
राजस्थान में भीषण सड़क हादसाः फलोदी में टेंपो ट्रेवलर ने खड़े ट्रेलर में मारी टक्कर, 18 की मौत
सड़क पर ही धरना
प्रत्येक मृतक के परिजन को 25-25 लाख रुपए और घायल को 5 लाख रुपए और संविदा पर नौकरी की मांग की थी, लेकिन अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक धरने पर बैठेंगे। मुआवजे की मांग को लेकर परिजन और कांग्रेस नेता करण सिंह उचियारड़ा धरने पर बैठ गए, जिसके चलते पोस्टमार्टम नहीं हो पाए। विधायक देवेंद्र जोशी धरना स्थल पर मृतकों के परिजनों के साथ बैठे हुए हैं।
भजनलाल सरकार की सर्जरी : राजस्थान की खाकी में जंबो बदलाव, 180 RPS के किए तबादले
ऐसे बन पाई सहमति
धरने पर बड़ी संख्या में लोगों के जुटने के बाद प्रशासन के आला अफसर भी मौके पर पहुंचे। बातचीत के बाद मुआवजा राशि का हल निकला। एडीएम अंजुम ताहिर के मुताबिक, मृतक आश्रितों को दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिनके परिवार में तीन या इससे अधिक लोगों की मौत हुई है। उन्हें पच्चीस लाख रुपए की सहायता दी जाएगी। पीएम सहायता कोष से दो लाख रुपए की सहायता अलग से दी जाएगी। सहमति बनने पर धरना समाप्त हो गया है।
फलोदी के मतोडा क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) November 2, 2025
जिला प्रशासन के अधिकारियों को सभी घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिए गए हैं। प्रभु से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति दें…
मोर्चरी के बाहर भीड़
मुआवजे समेत अन्य मांगों को लेकर बड़ी संख्या में लोग मोर्चरी के बाहर जमा हो गए। जैसे-जैसे लोगों को हादसे और धरने की जानकारी मिली तो महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में लोगों की भीड़ जमा होने लगी। भीड़ को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया है। माली समाज के लोग हादसे में शिकार परिजनों को संबल देते हुए नजर आए। हादसे में एक ही मोहल्ले और परिवार के सदस्यों की मौत हुई है। मरने वालों में दस महिलाएं, चार बच्चे और टेम्पो चालक है। दो गंभीर महिलाएं अस्पताल में भर्ती हैं।
प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री ने जताया दुख
रविवार रात फलोदी में मतोड़ा थाना क्षेत्र में भारतमाला एक्सप्रेस-वे पर सड़क दुर्घटना में 18 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। पीएम नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सड़क हादसे पर गहरा दुख जताते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। पीएम मोदी ने मुआवजे का भी ऐलान किया है। मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। वहीं घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे।
हजारों यात्रियों के लिए बड़ा झटका, एमपी से राजस्थान जाने वाली स्लीपर बसें बंद, जानें वजह
खड़े ट्रेलर से टकरा गई ट्रैवलर
फलोदी पुलिस अधीक्षक कुंदन कंवरिया के मुताबिक, मतोड़ा के हनुमान सागर चौराहा के पास एक ट्रेलर खड़ा था। तभी दर्शनार्थियों से भरे टेंपो ट्रैवलर ने खड़े ट्रेलर के पीछे से टक्कर मार दी। टेंपो की रफ्तार इतनी तेज थी कि ट्रक से टकराने के बाद वह चकनाचूर हो गई। दुर्घटना के बाद टेंपों में सवार लोगों की चीख-पुकार मच गई। वाहन में लोग बुरी तरह से फंसे हुए थे और खून बह रहा था। लोगों और पुलिस ने फंसे हुए लोगों को निकाला और उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
RPSC SI Bharti | Highcourt की सरकार को लताड़ ! क्या सुधरेगी राजस्थान सरकार ?
कोलायत मेला दर्शन करके आ रहे
पुलिस के मुताबिक, टेंपो ट्रैवलर में सवार लोग एक ही परिवार के हैं और जोधपुर जिले के सूरसागर के रहने वाले हैं। वे सभी कोलायत में मेला दर्शन के लिए गए थे। वापसी में मतोड़ा के हनुमान सागर चौराहे के पास यह सड़क हादसा हो गया। दुर्घटना की सूचना मिलते ही आला अधिकारी अस्पताल पहुंचे। घायलों के इलाज की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। पुलिस ने लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को लाए
बताया जा रहा है कि फलोदी में सड़क हादसा में मौके पर ही कई लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें महिलाएं व बच्चे अधिक हैं। गंभीर रूप से घायलों को जोधपुर भेजा गया है। इसके लिए ओसियां से जोधपुर तक हाई स्पीड ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को लाया गया। एमडीएम अस्पताल में घायलों का उपचार चल रहा है। घायलों में चांदपोल दर्शनी, गुलवंती, तारा देवी को जोधपुर लाया गया है। मृतकों के शव जोधपुर भेजे गए हैं।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us