पीटीआई भर्ती-2022 में बड़ा घोटाला, शिकोहाबाद के जेएस विश्वविद्यालय से फर्जी डिग्रियों का खुलासा

राजस्थान की पीटीआई भर्ती-2022 में बड़ा घोटाला, 202 अभ्यर्थियों और उत्तर प्रदेश के शिकोहाबाद की जेएस यूनिवर्सिटी के खिलाफ केस, फर्जी डिग्रियों का खुलासा।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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राजस्थान में शारीरिक शिक्षक (पीटीआई) भर्ती-2022 में बड़ी धांधली का पर्दाफाश हुआ है। एसओजी ने उत्तर प्रदेश के शिकोहाबाद के जेएस विश्वविद्यालय से जुड़े एक मामले की जांच शुरू की, जिसमें 202 अभ्यर्थियों ने फर्जी डिग्रियां लेकर आवेदन किया था। इनमें से कई अभ्यर्थियों को नौकरी भी मिल गई थी। एसओजी ने इस घोटाले में जेएस विश्वविद्यालय के प्रबंधन और 202 अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बड़ा सवाल यह है कि क्या अभी और भी फर्जी डिग्रियों का खुलासा होगा?

फर्जी डिग्रियों का बड़ा मामला

एसओजी जांच में यह सामने आया कि पीटीआई भर्ती-2022 में 2 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों ने शिकोहाबाद स्थित जेएस विश्वविद्यालय से प्राप्त डिग्रियों का इस्तेमाल किया। यह विश्वविद्यालय बीपीएड कोर्स के लिए केवल 100 सीटों पर प्रवेश देता है, जबकि इस मामले में बड़ी संख्या में बैक डेट में जारी की गई फर्जी डिग्रियां सामने आईं। हालांकि इस विश्वविद्यालय से अधिकतम 400 डिग्रियां ही जारी की जा सकती थीं, लेकिन इससे कहीं अधिक डिग्रियां जारी की गई थीं।

सर्वर के डाटा की जांच से खुलासा

एसओजी ने जेएस विश्वविद्यालय के आधिकारिक सर्वर की जांच की, जिससे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। सर्वर के डाटा में पाया गया कि 203 में से केवल एक अभ्यर्थी की अंकतालिका वैध शैक्षणिक सत्र के भीतर प्रिंट की गई थी, जबकि बाकी की अंकतालिकाएं बाद में तैयार की गईं। यह स्पष्ट रूप से दस्तावेजों में हेराफेरी के संकेत थे।

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अंकतालिकाओं में भी धोखाधड़ी

एसओजी की जांच में यह भी पता चला कि कई अभ्यर्थियों ने आवेदन के समय अन्य विश्वविद्यालयों से डिग्रियां बताईं, जबकि चयन के बाद जेएस विश्वविद्यालय की डिग्री पेश की। इसके अतिरिक्त, 43 अभ्यर्थियों की डिग्रियां 25 सितंबर, 2022 के बाद की थीं, जबकि भर्ती विज्ञप्ति में यह स्पष्ट था कि केवल 25 सितंबर तक की डिग्रियां ही मान्य होंगी।

संदिग्ध अन्य विश्वविद्यालयों की डिग्रियां

एसओजी की पड़ताल में यह भी सामने आया कि पीटीआई भर्ती-2022 में मेघालय के विलियम कैरी विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ के कलिंग विश्वविद्यालय और गुजरात के साबरमती विश्वविद्यालय की डिग्रियां भी संदिग्ध पाई गईं। इन डिग्रियों की विस्तृत जांच जारी है। एसओजी इस पूरे फर्जी डिग्री रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए जांच का दायरा बढ़ा रही है।

FAQ

1. पीटीआई भर्ती 2022 में किस विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्रियों का खुलासा हुआ है?
शिकोहाबाद के जेएस विश्वविद्यालय से फर्जी डिग्रियां प्राप्त की गईं, जिनका उपयोग कई अभ्यर्थियों ने पीटीआई भर्ती-2022 में किया।
2. क्या एसओजी ने इस घोटाले में किन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया?
एसओजी ने जेएस विश्वविद्यालय प्रबंधन और 202 अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिनमें से कई पहले से ही पीटीआई भर्ती में फर्जी डिग्रियों के आरोप में फंसे थे।
3. क्या एसओजी ने अन्य विश्वविद्यालयों की डिग्रियों की भी जांच की है?
हां, एसओजी ने मेघालय के विलियम कैरी विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ के कलिंग विश्वविद्यालय और गुजरात के साबरमती विश्वविद्यालय की डिग्रियों की भी जांच शुरू की है, जो संदिग्ध पाई गई हैं।

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