अजमेर में सेवन वंडर्स पर चला बुलडोजर, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई शुरू, 17 तक होगी पूरी

राजस्थान के अजमेर में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना करते हुए आनासागर झील के वेटलैंड क्षेत्र में बने सेवन वंडर्स पार्क को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू हुई। यह प्रक्रिया 17 सितंबर तक पूरी होगी।

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Amit Baijnath Garg
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रोहित पारीक @ अजमेर

राजस्थान के अजमेर के आनासागर झील के वेटलैंड क्षेत्र में बने सेवन वंडर्स पार्क को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुक्रवार को शुरू हुई। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना करते हुए अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) और जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की। 

करीब 12 करोड़ की लागत से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तैयार इस पार्क का उद्घाटन वर्ष 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया था।

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सबसे पहले रोम का कोलोजियम तोड़ा

कार्रवाई के तहत सबसे पहले रोम का कोलोजियम तोड़ा गया, जिसे पूरी तरह मलबे में तब्दील कर दिया गया है। इसके बाद मिस्र के पिरामिड को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की गई। वहीं एफिल टॉवर, पीसा की झुकी हुई मीनार, ताजमहल, स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी और क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमा को हटाने की तैयारी चल रही है। एफिल टॉवर पर क्रेन और गैस कटर लगाए गए हैं।

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शुरू से ही विवादित रहा

प्रोजेक्ट की शुरुआत से ही विवाद रहा। भाजपा के पूर्व पार्षद अशोक मलिक ने एनजीटी में याचिका दायर कर वेटलैंड क्षेत्र पर अतिक्रमण और मास्टर प्लान की अवहेलना का मुद्दा उठाया था। इसके बाद 2023 में एनजीटी ने सेवन वंडर्स, पटेल स्टेडियम, गांधी स्मृति उद्यान और झील किनारे बने फूड कोर्ट को ध्वस्त करने के आदेश दिए। मार्च, 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने भी टिप्पणी की थी कि जल निकाय और आर्द्र भूमि की सुरक्षा के बिना कोई शहर स्मार्ट नहीं बन सकता।

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आनासागर का भराव क्षेत्र कम कर दिया

याचिकाकर्ता अशोक मलिक का कहना है कि निर्माण के दौरान प्रशासन ने मिट्टी भरकर आनासागर का भराव क्षेत्र कम कर दिया। अब मिट्टी हटाकर झील का भराव क्षेत्र बहाल किया जाए और आसपास बने 39 अवैध निर्माणों को भी ध्वस्त किया जाए। अजमेर प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट को हलफनामे में 17 सितंबर तक कार्रवाई पूरी करने का आश्वासन दिया है। इसी डेडलाइन से पहले कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

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17 सितंबर तक हटाने का हलफनामा

अजमेर विकास प्राधिकरण ने सेवन वंडर्स को हटाने के लिए टेंडर भी निकाला था, जिसमें एक ही कंपनी ने रुचि दिखाई थी। सुप्रीम कोर्ट में पूर्व में हुई पेशी के दौरान अजमेर जिला प्रशासन ने सेवन वंडर को 17 सितंबर तक हटाने का हलफनामा दिया था। इसकी अंतिम तिथि नजदीक आने के बाद प्रशासन हरकत में आया। अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने 12 करोड़ की लागत से पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस सेवन वंडर को बनाया था।

FAQ

1. सुप्रीम कोर्ट ने अजमेर के सेवन वंडर्स पार्क को ध्वस्त करने का आदेश क्यों दिया?
सुप्रीम कोर्ट ने जल निकायों और आर्द्र भूमि की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह आदेश दिया था, ताकि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट कानूनी और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से सही हो।
2. कौन से प्रमुख स्मारक सेवन वंडर्स पार्क से हटाए जा रहे हैं?
इसमें रोम का कोलोसियम, मिस्र के पिरामिड, एफिल टॉवर, पीसा की झुकी हुई मीनार, ताजमहल, स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी, और क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमाएं शामिल हैं।
3. अजमेर में इस ध्वस्तीकरण अभियान से जुड़े अन्य मुद्दे क्या हैं?
इसके साथ-साथ झील के भराव क्षेत्र को पुनः बहाल करना और आसपास के अवैध निर्माणों को ध्वस्त करना भी महत्वपूर्ण कदम हैं।

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