एक्शन में एसीबी : ASI को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा, भागने की कोशिश में तुड़वा लिए पैर

एसीबी ने राजस्थान के पाली जिले में ASI को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। पकड़े जाने के बाद उसने भागने की कोशिश की, जिससे उसके पैर टूट गए। इसके बाद एसीबी ने उसे दबोच लिया। एसीबी की कार्रवाई से भ्रष्टाचारियों में कड़ा मैसेज जा रहा है।

author-image
Amit Baijnath Garg
New Update
acb asi

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

Pali. राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। हाल ही में पाली जिले में एसीबी ने एक और बड़ी सफलता हासिल की। ब्यावर के पीपलिया कल्ला चौकी के ASI (असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर) भागाराम को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार को लेकर एसीबी द्वारा उठाए गए सख्त कदमों का हिस्सा है।

एसीबी कोर्ट में अपर आयकर आयुक्त को 9 साल बाद 4 साल की सजा, 7 लाख की रिश्वत का है मामला

पीड़ित ने की थी शिकायत

एसीबी को यह शिकायत मिली थी कि ASI भागाराम ने एक व्यक्ति से उसके मुकदमे में FR (फाइनल रिपोर्ट) लगाने के बदले रिश्वत की मांग की थी। परिवादी ने एसीबी को सूचित किया था कि उसे परेशान कर 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। इसके बाद एसीबी ने शिकायत का सत्यापन किया और कार्रवाई की योजना बनाई।

रिपोर्ट कार्ड : राजस्थान सरकार के 2 साल पूरे, CM भजनलाल शर्मा ने लगाई दावों की झड़ी, योजनाएं गिनवाईं

एसीबी का ट्रैप और गिरफ्तारी

एसीबी डीजी गोविंद गुप्ता के निर्देशन में ASP खीव सिंह राठौड़ ने यह कार्रवाई की। जैसे ही एसीबी की टीम मौके पर पहुंची, आरोपी ASI भागाराम ने घबराकर दीवार फांदकर खेतों की ओर भागने की कोशिश की। हालांकि एसीबी टीम ने उसे पीछा कर तुरंत पकड़ लिया। इस दौरान भागाराम के पैर में फ्रैक्चर होने की भी जानकारी मिली, जिसे लेकर उसे चिकित्सकीय जांच के बाद आगे की कार्रवाई के लिए पाली ले जाया गया।

एक्शन में एसीबी : महिला सब इंस्पेक्टर सवा लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ी, दो लाख में हुई थी डील

भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई

यह पूरी कार्रवाई एक गोपनीय सूचना के आधार पर की गई। एसीबी द्वारा की गई यह गिरफ्तारी एक बार फिर से यह दर्शाती है कि राज्य में भ्रष्टाचार पर कड़ी नजर रखी जा रही है और अधिकारियों को कानून के दायरे में लाया जा रहा है। इस घटना से यह भी स्पष्ट है कि एसीबी ने अपनी निगरानी को और मजबूत किया है।

एसीबी का ट्रिपल एक्शन : डॉक्टर को 3.70 लाख, रेवेन्यू इंस्पेक्टर को 7 लाख और सहायक सचिव को 8 हजार की रिश्वत लेते दबोचा

ASI भागाराम की गिरफ्तारी

इस तरह के घटनाक्रम से यह पता चलता है कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ें काफी गहरी हैं। अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को भूलकर भ्रष्टाचार में लिप्त हो रहे हैं, जबकि उन्हें जनता की सेवा करने की जिम्मेदारी दी गई है। एसीबी की कार्रवाई से यह भी सिद्ध हो रहा है कि अब भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

एसीबी के हत्थे चढ़ा होमगार्ड का कंपनी कमांडर, ड्यूटी लगाने के नाम पर ली चार हजार रुपए की घूस

मुख्य बिंदु

  • ASI भागाराम को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी ने गिरफ्तार किया। उसने एक मुकदमे में FR (फाइनल रिपोर्ट) लगाने के बदले रिश्वत की मांग की थी।
  • एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करने के बाद ट्रैप कार्रवाई की। जैसे ही ASI भागाराम मौके से भागने की कोशिश की, टीम ने उसे पकड़ लिया और गिरफ्तारी की।
  • ASI भागाराम ने परिवादी से 1 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी, जिसके बाद एसीबी ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
राजस्थान भ्रष्टाचार पुलिस विभाग acb एसीबी एंटी करप्शन ब्यूरो पाली ASI भागाराम की गिरफ्तारी
Advertisment