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Photograph: (the sootr)
Jaipur. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) की एडहॉक कमेटी सियासी घमासान का अखाड़ा बनी हुई है। एडहॉक कमेटी के कंवीनर और चार सदस्यों के बीच आपसी लड़ाई सड़क पर आ चुकी है। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। वित्तीय अनियमितताओं से लेकर एक पक्षीय फैसले करने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लग चुके हैं।
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अलग-अलग कर रहे मीटिंग
अलग-अलग मीटिंग करके एक-दूसरे को हटाने और जांच करवाने को लेकर सहकारिता विभाग को पत्र व्यवहार भी हो चुके हैं। एक तरफ कंवीनर दीनदयाल कुमावत हैं तो दूसरी तरफ एडहॉक कमेटी के सदस्य धनंजय सिंह खींवसर और उनके समर्थक सदस्य हैं। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ खूब बयानबाजी कर रहे हैं और कागजी कार्यवाही करते हुए आरोप-प्रत्यारोप भी लगा रहे हैं।
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जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन ने खोला मोर्चा
आरसीए की एडहॉक कमेटी के कंवीनर कुमावत के खिलाफ जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन की निवर्तमान कार्यकारिणी ने मोर्चा खोल दिया है। जोधपुर की निवर्तमान क्रिकेट एसोसिएशन ने सहकारिता विभाग को एक पत्र भेजा है। लंबे-चौड़े पत्र में पदाधिकारियों ने कुमावत पर वित्तीय अनियमितताएं करने, फर्जीवाड़ा करने और गलत जानकारी देकर पद पर बने रहने जैसे आरोप लगाए हैं। पत्र में कुमावत को हटाने की मांग की गई है। जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन की कार्यकारिणी को हाल ही भंग कर दिया गया है।
आरोप मिथ्या, कोई सच्चाई नहीं
उधर, कुमावत ने कहा कि सहकारिता विभाग को जो पत्र देकर आरोप लगाए जा रहे हैं, वे पूर्णतया मिथ्या हैं। इनमें किसी भी तरह की सच्चाई नहीं है। पूर्व में भी दबाव बनाने के लिए इसी तरह के आरोप-प्रत्यारोप और झूठे आरोपों का सहारा लिया गया था। पहले भी मैं न तो डरा हूं और ना ही आगे किसी तरह के दबाव में रहूंगा।
दबाव में आकर काम नहीं
कुमावत ने यह भी कहा कि वे किसी के दबाव में आकर गलत काम नहीं करेंगे। कोर्ट ने जोधपुर जिला क्रिकेट एसोसिएशन को निलंबित कर दिया है। ऐसे में उनके पदाधिकारियों को आरोप लगाने का अधिकार नहीं है। कुमावत ने कहा कि गलत और मिथ्या आरोप लगाने वालों के खिलाफ मानहानि का केस किया जाएगा।
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कुमावत के खिलाफ पत्र मिला
जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन के निवर्तमान पदाधिकारियों की ओर से सहकारिता विभाग के साथ एडहॉक कमेटी के सदस्यों को भी पत्र भेजे गए हैं। पत्र मिलने के बाद एडहॉक कमेटी के सदस्य खींवसर ने कहा है कि कुमावत के खिलाफ शिकायती पत्र मिला हैं।
इसमें कई तरह के आरोप लगाते हुए इनकी जांच सहकारिता विभाग से करवाए जाने का आग्रह है। जोधपुर जिला क्रिकेट एसोसिएशन के निवर्तमान सचिव अरिष्ट सिंघवी ने सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार को भेजे पत्र में दावा किया है कि कुमावत के खिलाफ जयपुर कोर्ट ने बीएनएस की धारा 147 और 188 के तहत आरोप तय किए हैं।
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कुमावत को बर्खास्त किया जाए
कुमावत के खिलाफ जयपुर के ज्योति नगर थाने में धारा 306/2025 के तहत धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के गंभीर आरोप भी लगे हैं। लोढ़ा कमेटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार, कोई भी व्यक्ति जिसके खिलाफ आरोप तय हो चुके हों, वह राजस्थान क्रिकेट संघ की एडहॉक कमेटी का सदस्य नहीं हो सकता। कुमावत की नियुक्ति पूरी तरह नियमों के विपरीत है। उन्होंने कुमावत को बर्खास्त किए जाने की मांग की है।
दो महीने से खींचतान
आरसीए एडहॉक कमेटी के सदस्यों के बीच दो महीने से खींचतान चल रही है। वे अलग-अलग मीटिंग करके आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। कमेटी के चार सदस्य जिसमें खींवसर और तीन अन्य सदस्य अलग-अलग मीटिंग करके कुमावत पर एकपक्षीय और मनमाने फैसले लेने के आरोप लगा चुके हैं।
लगातार बढ़ रहा विवाद
साथ ही जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन ने कुमावत के चहेते लोगों पर फर्जी बिलों के जरिए भ्रष्टाचार करने और राजस्थान सरकार के नाम के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। साथ ही आरसीए के कार्यों और आरसीए के वित्तीय लेनदेन की जांच स्वतंत्र एजेंसी से करवाने की मांग उठ चुकी है। लगातार बगावत के सुर बढ़ रहे हैं। कंवीनर व सदस्यों के बीच विवाद अब दूसरे जिलों तक पहुंचने लगा है।
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