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राजस्थान में होमगार्ड ड्यूटी अब पूरी तरह से ऑनलाइन सिस्टम से लगाने की तैयारी हो रही है। इस नई व्यवस्था के तहत, ड्यूटी आवंटन की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष बनेगी। जयपुर में इस प्रणाली का सफल प्रयोग हो चुका है और अब इसे कोटा, अजमेर और उदयपुर रेंज में लागू किया जा रहा है। इसके लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जिससे सभी होमगार्ड जवानों को बारी-बारी से ड्यूटी दी जाएगी।
ड्यूटी आवंटन में समस्याएं और शिकायतें
पिछले कुछ वर्षों में होमगार्ड जवानों के लिए ड्यूटी आवंटन में असमानता और पक्षपात की कई शिकायतें आई थीं। कई जवानों का आरोप था कि अधिकारियों द्वारा अपनी पसंद के जवानों को ही बार-बार ड्यूटी पर भेजा जाता था, जबकि अन्य जवान लंबे समय तक इंतजार करते रहते थे। एक होमगार्ड जवान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अधिकारियों के प्रभाव में ड्यूटी आवंटित करने की पुरानी परंपरा रही है, जिससे असंतोष फैलता था।
राजस्थान में होमगार्ड के लिए ड्यूटी का नया सिस्टम
नई ऑनलाइन ड्यूटी प्रणाली से अब सभी जवानों को समान अवसर मिलेगा। इस प्रणाली के लागू होने से ड्यूटी आवंटन की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो जाएगी। किसी जवान को अब ड्यूटी से वंचित नहीं रहना पड़ेगा और हर जवान को बारी-बारी से ड्यूटी दी जाएगी। जयपुर में इस प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू किया जा चुका है, और अब इसे राज्य के अन्य प्रमुख रेंज जैसे कोटा, अजमेर और उदयपुर में भी लागू किया जा रहा है।
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ड्यूटी चार्ट की पारदर्शिता
होमगार्ड अधिकारियों के अनुसार, इस नई व्यवस्था से ड्यूटी चार्ट आसान और पारदर्शी बनेगा। इससे न केवल जवानों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि अधिकारी भी किसी प्रकार के पक्षपाती आरोपों से मुक्त हो सकेंगे। यह व्यवस्था होमगार्ड विभाग की छवि को भी सुधारने में सहायक साबित होगी। अब जो जवान महीनों तक ड्यूटी का इंतजार करते थे, उन्हें भी नियमित रूप से अवसर मिलेगा।
होमगार्ड ड्यूटी के लिए बनाया सॉफ्टवेयर
नई ड्यूटी प्रणाली के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जिसे इस प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए उपयोग किया जाएगा। जयपुर में इस प्रणाली का सफल प्रयोग होने के बाद, अब इसे राज्य के अन्य हिस्सों में भी लागू करने की योजना है। यह सॉफ्टवेयर न केवल ड्यूटी आवंटन को सरल बनाएगा, बल्कि जवानों का विश्वास भी बढ़ाएगा।
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पूरे राज्य में लागू होगा सिस्टम
इस ऑनलाइन ड्यूटी प्रणाली को जयपुर में सफलतापूर्वक लागू करने के बाद अब कोटा, अजमेर और उदयपुर रेंज में भी लागू किया जा रहा है। आने वाले समय में इस प्रणाली को पूरे प्रदेश में लागू करने की योजना है, जिससे राज्य में होमगार्ड व्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।
होमगार्ड के कार्य और जिम्मेदारियां
राजस्थान में होमगार्ड्स एक सहायक पुलिस बल के रूप में काम करते हैं। उनका मुख्य कार्य आंतरिक सुरक्षा बनाए रखना, आपात स्थिति में समुदाय की सहायता करना, और सामाजिक कल्याणकारी गतिविधियों में भाग लेना है। वे पुलिस की सहायता करते हुए यातायात नियंत्रण, भीड़ प्रबंधन और आपदा प्रबंधन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
होमगार्ड के मुख्य कार्य
पुलिस की सहायता : आंतरिक सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद करते हैं।
आपदा प्रबंधन : आग, बाढ़, और अन्य आपात स्थितियों में सहायता प्रदान करते हैं।
सामाजिक गतिविधियों : वयस्क शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता विकास जैसी गतिविधियों में भाग लेते हैं।
चुनाव ड्यूटी : चुनावों में भी अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं।
भीड़ नियंत्रण : सार्वजनिक आयोजनों और उत्सवों में पुलिस की मदद करते हुए भीड़ नियंत्रण का कार्य करते हैं।
कैसे बनते हैं होमगार्ड
होमगार्ड बनने के लिए, राज्य के होमगार्ड विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध नोटिफिकेशन के आधार पर आवेदन करना होता है। इसके बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा, लिखित परीक्षा, और तकनीकी दक्षता परीक्षा को पास करना होता है। चयन प्रक्रिया में शैक्षिक योग्यता और शारीरिक मापदंडों को पूरा करना अनिवार्य होता है।