/sootr/media/media_files/2025/08/08/rajasthan-top-news-08-aug-2025-08-08-19-40-20.jpg)
राजस्थान: लॉरेंस गैंग के ठिकानों पर NIA की रेड, तीन जिलों में 13 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार सुबह राजस्थान के तीन जिलों श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और दौसा में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस ऑपरेशन में 13 से अधिक संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की गई। इसमें आतंकी फंडिंग, अवैध हथियारों की सप्लाई और विदेशी हवाला नेटवर्क की जांच शामिल है। यह कार्रवाई शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे शुरू हुई और कई घंटों तक चली। एनआईए की टीमें स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर संदिग्ध ठिकानों पर पहुंचीं, हालांकि कुछ जगहों पर स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। राजस्थान: लॉरेंस गैंग के ठिकानों पर NIA की रेड के लिए पहले भी चर्चा में रहा है। खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजपूताना में केवल अजमेर में रहा मराठों का शासन, वहां भी लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा
राजस्थान के इतिहासकार प्रो. टीके माथुर ने हाल ही में एक बड़ा दावा किया है कि राजपूताना में केवल अजमेर (Ajmer) ही वह स्थान था जहां मराठों का शासन रहा था। उनका कहना है कि अन्य क्षेत्रों जैसे जैसलमेर, मेवाड़ और बूंदी में कभी भी मराठों का आधिपत्य नहीं था, जैसा कि एनसीईआरटी पुस्तक में बताया गया है। उनका यह बयान शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण विवाद को जन्म दे रहा है, जिसमें किताबों में ऐतिहासिक तथ्यों के गलत प्रस्तुतिकरण पर सवाल उठाए जा रहे हैं। हाल ही में एनसीईआरटी की आठवीं कक्षा की सामाजिक विज्ञान की पुस्तक को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ है। इस पुस्तक में जैसलमेर, मेवाड़ और बूंदी को मराठों के अधीन बताया गया है, जबकि प्रो. टीके माथुर का स्पष्ट कहना है कि यह जानकारी तथ्यों के खिलाफ है। खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें...
गहलोत ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए, बीजेपी पर मिलीभगत का आरोप
राजस्थान rajasthan के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों को लेकर चुनाव आयोग को घेरा है। गहलोत ने कहा कि पहले चुनाव आयोग की साख इतनी मजबूत थी कि अन्य देश अपने चुनावों के लिए प्रशिक्षण लेने आते थे, लेकिन आज भारतीय जनता ही चुनाव आयोग को शक की निगाह से देख रही है। गहलोत ने कहा, "जब चुनाव आयोग सत्ताधारी दल से मिलीभगत कर ले तो देश में लोकतंत्र कैसे बच सकता है?" उनका कहना था कि बीजेपी केवल चुनिंदा स्थानों पर ही गड़बड़ियां करवाती है, जिससे वह जीतने में सफल रहती है। खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें...
उदयपुर फाइल्स : कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म कड़ी सुरक्षा में रिलीज, बेटों ने सिनेमा हॉल में पिता की फोटो रखी साथ
राजस्थान के उदयपुर शहर के चर्चित और दिल दहला देने वाले कन्हैयालाल साहू हत्याकांड पर आधारित फिल्म उदयपुर फाइल्स आज देशभर के 4500 सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म के पहले शो को देखने के लिए कन्हैयालाल के बेटे यश और तरुण साहू उदयपुर के अरबन स्क्वायर मॉल स्थित थिएटर पहुंचे। इस दौरान दोनों बेटों ने अपने पिता की तस्वीर अपने साथ रखी और उनके लिए एक सीट भी रिजर्व की, जैसे कि कन्हैयालाल भी अपनी कहानी पर्दे पर देख रहे हों। फिल्म रिलीज के मौके पर उदयपुर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। साथ ही विशेष टीमें निगरानी के काम में लगाई गई। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सिनेमा हाल में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में मानसून एक सप्ताह और रहेगा सुस्त, 15 अगस्त के बाद झमाझम की उम्मीद, जानें मौसम का पूरा हाल
राजस्थान (Rajasthan) में 2025 के मानसून (Mansoon) सीजन में कुछ असामान्य बदलाव देखने को मिल रहे हैं। राज्य में मानसून के कमजोर पड़ने के कारण अगले कुछ दिनों तक बारिश की गतिविधियाँ कम रहने की संभावना है। जयपुर स्थित मौसम केंद्र के अधिकारियों के अनुसार, आगामी सप्ताह के लिए मानसून की गतिविधियाँ कमजोर रहेंगी, और 15 अगस्त के बाद मानसून फिर से सक्रिय हो सकता है। इस लेख में हम राजस्थान के मानसून से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे और आगामी मौसम का पूर्वानुमान करेंगे। मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन (Monsoon Turf Line) वर्तमान में फिरोजपुर, चंडीगढ़ होते हुए हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से होकर गुजर रही है। यह ट्रफ लाइन उत्तर दिशा की ओर शिफ्ट हो गई है, जो सामान्यत: दक्षिणी दिशा में रहती है। इस स्थिति के कारण राजस्थान में मानसून की गतिविधियाँ काफी सुस्त हो गई हैं। यह ट्रफ लाइन कुछ समय तक इस स्थिति में बनी रह सकती है, जिससे अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में बारिश की गतिविधियाँ कम रहेंगी। खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें...
ट्रंप टैरिफ का राजस्थान के 5 लाख लोगों के रोजगार पर असर, अमरीकी बायर्स के बदल रहे तेवर
अमेरिका द्वारा भारत पर 50% ट्रंप टैरिफ से राजस्थान में करीब 5 लाख कर्मचारियों की रोजी रोटी पर संकट है। निर्यातक इकाइयों के लिए सरकार से सहयोग की मांग की जा रही है। भारत पर अमेरिका द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के बाद राजस्थान के निर्यातकों की परेशान हैं। इससे प्रदेश के करीब 5 लाख कर्मचारियों की रोजी-रोटी पर संकट पैदा हो गया है। इस बीच सरकार से निर्यातक इकाइयों के लिए तत्काल सहयोग की मांग की गई है। अमेरिका के इस कदम से राजस्थान के निर्यातकों को वैश्विक बाजार में खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है। निर्यातक अब इस टैरिफ का विरोध करते हुए विकल्प तलाशने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसे नए बाजारों को ढूंढना आसान नहीं है। इस बीच, निर्यात से जुड़े कर्मचारियों के लिए नौकरी बचाना बड़ी चुनौती बन गई है। डॉनल्ड ट्रंप टैरिफ का राजस्थान के निर्यात पर असर होने से रोजगार भी प्रभावित होगा। खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें...
रेलवे ने आनन-फानन में चला दी कोटा से भोपाल तक स्पेशल ट्रेन, पूरी तरह गई खाली, जानें पूरा मामला
राजस्थान (Rajasthan) के कोटा में भारतीय रेलवे (Indian Railways) का एक अजीब मामला सामने आया है, जो कई सवालों के घेरे में है। हाल ही में कोटा-भोपाल स्पेशल ट्रेन को बिना किसी पूर्व सूचना के चलाया गया और यह ट्रेन भोपाल तक पूरी तरह से खाली रही। खास बात यह थी कि सामान्यत: ट्रेन चलने से दो दिन पहले सूचना दी जाती है, लेकिन इस बार केवल दो घंटे पहले ट्रेन के बारे में जानकारी दी गई। इसके परिणामस्वरूप, ट्रेन में कोई भी यात्री नहीं चढ़ सका और यह लगभग खाली ही भोपाल के लिए रवाना हो गई। इस ट्रेन का ठहराव कोटा के अलावा रामगंज मंडी, भवानी मंडी, शामगढ़, चौमहला, विक्रमगढ़ आलोट पर था। हालांकि, भोपाल तक जाने वाली इस ट्रेन के ठहराव की पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है, जिससे यात्रियों को और भी असुविधा हुई। खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में भारत-पाक सीमा पर मिला चायना मेड ड्रोन, जासूसी की आशंका, सुरक्षा अलर्ट जारी
भारत-पाकिस्तान सीमा (Indo-Pak Border) के पास राजस्थान (Rajasthan) के जैसलमेर जिले में एक संदिग्ध ड्रोन मिलने से सुरक्षा एजेंसियां सकते में हैं। बीएसएफ (BSF) के जवानों ने एक सूचना के आधार पर गुरुवार शाम को लोंगेवाला क्षेत्र में यह ड्रोन बरामद किया। इस ड्रोन पर “मेड इन चाइना” लिखा हुआ था, जिससे इसके पाकिस्तान से भेजे जाने की आशंका पैदा हो गई है। इस ड्रोन पर कैमरा भी लगा हुआ था, जिससे इसे एक जासूसी उपकरण के रूप में देखा जा रहा है। ड्रोन के माध्यम से सीमापार जानकारी इकट्ठा करने की संभावना को देखते हुए बीएसएफ ने इसकी गहन जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला कि ड्रोन छोटा आकार का है और इसे स्थानीय स्तर पर उड़ाया गया था या फिर यह सीमा पार से संचालित किया गया, यह जांच का विषय है। जैसलमेर में मेड इन चाइना ड्रोन बरामदगी महत्वपूर्ण है। खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें...