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Photograph: (the sootr)
Jaipur. राजस्थान सरकार की RGHS योजना में घोटालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार भरतपुर जिले से एक नया मामला सामने आया है। जहां पुलिस वालों का आरजीएसस योजना में घोटाला किया है। जिले के एसपी दिगंत आनंद ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। इस घटना से योजना की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं। अब सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मी IG से मुलाकात करके अपनी सफाई देने की तैयारी कर रहे हैं।
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7 पुलिसकर्मियों को किया निलंबित
जिला पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद ने बताया कि आरजीएचएस योजना में कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा घोटाला किया गया था। जिसके बाद डीजीपी के आदेश पर सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया। इन पुलिसकर्मियों में कांस्टेबल, महिला कांस्टेबल और हैड कांस्टेबल शामिल हैं। इन कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने योजना का गलत फायदा उठाया।
पहले भी कर्मचारियों के खिलाफ हुई कार्रवाई
इससे पहले भी राजस्थान में आरजीएचएस योजना से जुड़े घोटालों पर सख्त कार्रवाई की गई थी। पिछले कुछ दिनों में राज्य सरकार ने कई सरकारी कर्मचारियों को दोषी पाकर निलंबित किया है। खासकर पिछले सात दिनों में राज्य के तीन से चार अस्पतालों को पकड़ा गया। जो योजना में शामिल नहीं थे। लेकिन फर्जी बोर्ड लगाकर इसका फायदा उठा रहे थे। इन अस्पतालों ने झूठे दस्तावेज तैयार कर सरकारी बिलों को वसूला और सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ।
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फार्मा स्टोर्स पर भी गिरी गाज
राजस्थान की आरजीएचएस योजना से जुड़े घोटाले की जड़ें और गहरी हैं। कई फार्मा स्टोर्स को योजना से बाहर कर दिया गया। उन पर भारी जुर्माना लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग ने तीन फार्मा स्टोर्स और एक अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसके साथ ही दो डॉक्टरों और 12 अन्य कर्मचारियों को निलंबित किया गया है।
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473 कर्मचारियों पर लटकी तलवार
घोटाले की जांच अभी भी जारी है। 473 अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया तेज हो गई है। जिसमें आठ एलोपैथिक और दो आयुर्वेदिक डॉक्टर भी शामिल हैं। यह घोटाले सरकारी योजनाओं की विश्वसनीयता को चोट पहुंचा रहे हैं। कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। सरकार ने साफ कर दिया है कि ऐसे मामलों में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। योजना का असली लाभ केवल जरूरतमंदों तक पहुंचेगा।
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मुख्य बिंदु
RGHS घोटाला: राजस्थान में पहले भी आरजीएचएस योजना से जुड़े कई घोटाले सामने आ चुके हैं। हाल ही में कई अस्पतालों और फार्मा स्टोर्स पर कार्रवाई की गई है। जो योजना के तहत फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर रहे थे।
RGHS का दुरूपयोग: यदि किसी कर्मचारी द्वारा आरजीएचएस योजना का दुरुपयोग किया जाता है, तो उसे निलंबित किया जा सकता है। उसके खिलाफ जांच शुरू की जाती है। हाल ही में सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। जो इस योजना का गलत फायदा उठा रहे थे।
सरकार की सख्ती: सरकार ने आरजीएचएस योजना में घोटालों पर कड़ी नजर रखी है। हाल ही में कई फार्मा स्टोर्स और अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और विभाग ने 473 कर्मचारियों के खिलाफ जांच तेज कर दी है।
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