सरिस्का टाइगर रिजर्व में बिछेगा सड़कों का जाल, पर्यावरणविदों ने इसे बताया खतरनाक

राजस्थान की पहचान बन चुके सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की निगरानी के लिए सड़कों का जाल बिछाने की तैयारी है। वन विभाग इन सड़कों से शिकारियों पर भी नजर रखेगा। इधर संरक्षित वन्यक्षेत्र में सड़क निर्माण पर पर्यावरण विद चिंता जता रहे है,

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Gyan Chand Patni
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Photograph: (the sootr)

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अलवर। राजस्थान के प्रसिद्ध सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की निगरानी और शिकारियों से जुड़ी घटनाओं की रोकथाम के लिए सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। वन विभाग का कहना है कि इस कदम से बाघों की निगरानी करना और दुर्गम क्षेत्रों में आगजनी की घटनाओं को रोकना आसान होगा। लेकिन, यह कदम पर्यावरणविदों के लिए चिंता का विषय बन गया है।

क्या है योजना?

सरिस्का में सड़कों का निर्माण मुख्य रूप से बाघों के मूवमेंट कॉरिडोर, जल स्रोतों और घासभूमियों को जोड़ने के लिए किया जा रहा है। इससे बाघ मॉनिटरिंग टीम को सुगम आवाजाही और रियल-टाइम निगरानी में मदद मिलेगी। हालांकि, पर्यावरणविदों का मानना है कि सड़क निर्माण कार्य कदम सरिस्का के लिए नुकसानदायक हो सकता है। उनका कहना है कि नए रास्तों से शिकारियों के लिए रास्ते खुल सकते हैं और टूरिज्म के कारण बाघों के लिए खतरा बढ़ सकता है।

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गश्ती दल को हो रही परेशानी

वर्तमान में सरकार ने 45 किलोमीटर के रास्ते तैयार कर दिए हैं, जिनकी लागत लगभग 60 लाख रुपए आई है। इन रास्तों का उद्देश्य गश्ती दल को जंगल में आवाजाही को सरल बनाना है। अधिकारियों का कहना है कि इन रास्तों से बाघों की सटीक निगरानी, अवैध गतिविधियों की रोकथाम और मानवीय संघर्षों पर नियंत्रण प्राप्त करना संभव होगा। 

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पर्यावरणविदों की चिंताएं

अलवर के पर्यावरणविद राजेश कृष्ण सिद्ध ने कहा कि जंगल में पहले ही पगडंडियां और रास्ते मौजूद हैं। नए रास्तों के निर्माण से शिकारियों की सक्रियता में वृद्धि होगी और सरिस्का की वनस्पति की तस्करी बढ़ेगी। इसके अलावा, जिप्सियों का प्रवेश भी बाघों के लिए खतरे का कारण बन सकता है।
निष्कर्ष: सरिस्का टाइगर रिजर्व में सड़कों का निर्माण विकास के रूप में किया जा सकता है, लेकिन इसके साथ आने वाले पर्यावरणीय खतरे बाघों और अन्य वन्यजीवों के लिए गंभीर चिंता का कारण बन सकते हैं। 

FAQ

सरिस्का में सड़कों का निर्माण क्यों किया जा रहा है?
सरिस्का में सड़कों का निर्माण बाघों की निगरानी और दुर्गम स्थानों तक पहुंच बनाने के लिए किया जा रहा है। यह कदम आगजनी की घटनाओं को रोकने और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण पाने के लिए जरूरी माना जा रहा है।
क्या सरिस्का में नए रास्तों से बाघों की सुरक्षा को खतरा होगा?
पर्यावरणविदों का मानना है कि नए रास्ते बाघों के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। इन रास्तों से शिकारियों की सक्रियता बढ़ सकती है और टूरिज्म के कारण बाघों को परेशान किया जा सकता है।

 

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