भोपाल. केंद्रीय ओद्योगिक सुरक्षा बल यानी सीआईएसएफ (CISF) में फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी करने का मामला सामने आया है। सीआईएसएफ के बड़वाह सेंटर पर हुई जांच में ये युवक यूपी के निकले। इन्हें प्रारंभिक जांच के आधार पर नौकरी से निकाल दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्रीय ओद्योगिक सुरक्षा बल की ओर से कुछ समय पहले भर्ती निकाली गई थीं। चयन के बाद प्रशिक्षणार्थी को आरक्षक का पदभार ग्रहण करने और प्रशिक्षण के लिए क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र बड़वाह रिपोर्ट करना था। यहां प्रशिक्षणार्थी को बतौर आरक्षक नियुक्त कर दो वर्ष की परिवीक्षा अवधि में रखा गया। इसके बाद जब इनके दस्तावेजों की जांच की गई तो उसमें कुछ के निवासी प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए।
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चयनित उम्मीदवारों ने आवेदन के दौरान मूल निवासी प्रमाण पत्र लगाया था। सीआईएसएफ की ओर से वहां के संबंधित अधिकारियों को जांच के लिए लिखा गया। जब वहां जांच की गई तो प्रथम दृष्टया प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। जब जांच रिपोर्ट सीआईएसएफ को मिली तो उनके द्वारा ऐसे लोगों के विरुद्ध पुलिस को कार्रवाई के लिए आवेदन लिखा गया। जांच में पता चला तहसीलदार ने जारी ही नहीं किया है।
छह के खिलाफ केस दर्ज
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बड़वाह थाना इंचार्ज प्रीतम सिंह ठाकुर के अनुसार प्रारंभिक जांच में यूपी के छह युवओं के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। इनके खिलाफ धारा 420, 68-68 की एफआईआर जीरो पर दर्ज कर सबंधित थानों को भेजी गई है। ज्ञात हो कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल गृह मंत्रालय के अधीन एक संघीय पुलिस संगठन है। यह केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है। सीआईएसएफ पूरे भारत में स्थित 356 से अधिक औद्योगिक इकाइयों, सरकारी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और सुविधाओं और प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान करता है। सरकारी नौकरी | UP | government-jobs