जमीन से जुड़े, सख्त प्रशासन और संवेदनशीलता के लिए जाने जाते हैं आईएएस स्वरोचिष सोमवंशी

आईएएस स्वरोचिष सोमवंशी उन अफसरों में से हैं जो अपने व्यवहार और संवेदनशीलता से लोगों का दिल जीतते हैं। 13 साल की सेवा में उन्होंने साबित किया है कि ईमानदारी, धैर्य और मानवता प्रशासन की सबसे बड़ी ताकत होती है।

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Abhilasha Saksena Chakraborty
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IAS Swarochish Somvanshi
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आईएएस स्वरोचिष सोमवंशी ने अपनी कार्यशैली और ईमानदार छवि से खास पहचान बनाई है। उनकी सादगी और जमीनी स्तर पर काम करने की आदत अन्य अफसरों से अलग बनाती है। उनका कहना है कि दृढ़ निश्चय, लगातार अभ्यास और सकारात्मक सोच किसी भी कठिन परीक्षा में सफलता दिला सकती है।

पिता रहे हैं आईपीएस अधिकारी

IAS Swarochish Somvanshi उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता डॉ. तहसीलदार सिंह आईपीएस अधिकारी रहे हैं। इससे बचपन से ही उन्हें एक अनुशासित वातावरण मिला।
बचपन में उन्होंने पढ़ाई पर पूरा ध्यान दिया। परिवार की पृष्ठभूमि प्रशासनिक थी, लेकिन उन्होंने हमेशा अपनी मेहनत और योग्यता से आगे बढ़ने का फैसला किया।

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इंजीनियरिंग के बाद यूपीएससी की ओर रुख

स्वरोचिष ने एचबीटीआई कानपुर से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में बीटेक किया। कॉलेज के दौरान वे तकनीकी दुनिया से जुड़े रहे, लेकिन उनका लक्ष्य इससे बड़ा था।

इसी दौरान उन्होंने तय किया कि वे देश की प्रशासनिक सेवा में योगदान देना चाहते हैं। इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू की।

पहले ही प्रयास में UPSC क्लियर, लेकिन आईएएस से चूके

साल 2009 में उन्होंने पहली बार UPSC की परीक्षा दी। इस कठिन परीक्षा को उन्होंने पहले ही प्रयास में क्लियर कर लिया। उनका चयन इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विसेज (IRTS) में हुआ।

लेकिन उनका लक्ष्य आईएएस बनना था। इसलिए उन्होंने 2011 में दोबारा UPSC दी। इस बार उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 49 हासिल की।

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निरंतरता और धैर्य जरूरी है

IAS Swarochish Somvanshi का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी शुरू करने के लिए दो चीजों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है निरंतरता और धैर्य।

उनका कहना है कि तैयारी के दौरान हर दिन कम से कम आठ घंटे पढ़ाई करना जरूरी है। ऐसा नहीं कि आप चार दिन 12 घंटे पढ़ लें और फिर किसी दिन 2 घंटे भी ना पढ़ें। निरंतरता बनाए रखना जरूरी है, जिससे विषयों पर पकड़ मजबूत हो।

वह यह भी कहते हैं कि जरूरी नहीं आपका चयन पहले या दूसरे प्रयास में ही हो जाए। इसलिए असफलता से परेशान नहीं हों। धैर्य रखें, बस अपना पूरा प्रयास करें। फल की चिंता नहीं करें।

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ऑफिस का AC बच्चों के लिए दान

उमरिया कलेक्टर रहते हुए स्वरोचिष सोमवंशी का एक निर्णय काफी चर्चा का विषय बना था। जून महीने में भीषण गर्मी पड़ रही थी। वे पुनर्वास केंद्र के निरीक्षण पर पहुंचे। यहां उन्होंने कुपोषित और कमजोर बच्चों को तेज गर्मी से परेशान देखा।

उन्होंने AC लगवाने की योजना बनाई, लेकिन उसी समय जानकारी मिली कि सरकारी प्रक्रिया के कारण तुरंत AC लगवाना संभव नहीं है। ऐसे में उन्होंने एक मिसाल पेश की।

उन्होंने अपने ऑफिस का AC निकलवाकर पुनर्वास केंद्र भिजवा दिया। स्वरोचिष खुद पंखे में बैठकर काम करते रहे। उनके इस कदम की काफी सराहना की गई।

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आईएएस स्वरोचिष सोमवंशी के विवाद

आईएएस स्वरोचिष सोमवंशी अपने शांत और विवाद- रहित करियर के लिए जाने जाते हैं। करीब 13 साल के करियर में वे किसी बड़े विवाद से दूर रहे हैं।

लेकिन हाल ही में वन्यजीव कार्यकर्ता अजय दुबे ने उन पर आरोप लगाए हैं कि वे दोस्तों के साथ संजय टाइगर रिजर्व घूमने जाते हैं और नियमों का पालन नहीं करते। अजय दुबे ने NTCA से जांच की मांग भी की है।

हालांकि कलेक्टर सोमवंशी ने सभी आरोपों को खारिज किया है।

उन्होंने कहा उनका कोई व्यक्तिगत वाहन या जिप्सी नहीं है, यहां तक कि वो गाड़ी चलाना भी नहीं जानते। उन्होंने कहा वीडियो किसने शूट किया, कहां शूट किया, इसकी जांच होनी चाहिए।

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करियर एक नजर

नाम: स्वरोचिष सोमवंशी 

जन्म: 24-12-1984

जन्मस्थान: उत्तर प्रदेश 

एजुकेशन: बीटेक

बैच: 2012

कैडर: मध्य प्रदेश 

पदस्थापना 

स्वरोचिष सोमवंशी वर्तमान में सीधी कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। इसके पहले वो राज्यपाल के सचिव, उमरिया कलेक्टर, सिवनी जिला पंचायत सीईओ भी रह चुके हैं, असिस्टेंट कलेक्टर सागर, एसडीओ सिंगरौली, सीईओ जिला पंचायत रायसेन के पदों पर रह चुके हैं।  

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स्वरोचिष सोमवंशी जहां भी गए, वहां उन्होंने न सिर्फ प्रशासन संभाला बल्कि लोगों के बीच भरोसा भी जीता। वे अपनी शांत और स्थिर कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। स्वरोचिष सोमवंशी की कार्यशैली प्रशासनिक सख्ती और मानवीय संवेदना का सुंदर मिश्रण है।

FAQ

IAS स्वरोचिष सोमवंशी कौन हैं?
स्वरोचिष सोमवंशी मध्यप्रदेश कैडर के 2012 बैच के IAS अधिकारी हैं, जो अपनी सादगी, संवेदनशीलता और निर्णय क्षमता के लिए पहचान रखते हैं।
IAS स्वरोचिष सोमवंशी की शैक्षणिक योग्यता क्या है?
उन्होंने एचबीटीआई कानपुर से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में बीटेक किया है।
उमरिया कलेक्टर रहते हुए उनका कौन-सा निर्णय सुर्खियों में रहा?
भीषण गर्मी में पुनर्वास केंद्र के बच्चों को परेशानी में देखकर उन्होंने अपने ऑफिस का AC निकलवाकर केंद्र में भिजवा दिया था। उनकी यह संवेदनशील पहल काफी सराही गई।

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