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आज की तारीख का इतिहास:क्या आपने कभी सोचा है कि हर 184 सेकंड में हमारे देश में एक जीवन क्यों खत्म हो रहा है? ये सिर्फ आंकड़े नहीं बल्कि वो कहानियां हैं जो अधूरी रह गईं, वो सपने हैं जो टूट गए और वो रिश्ते हैं जो हमेशा के लिए बिखर गए।
जब एक व्यक्ति आत्महत्या करता है तो उसके पीछे अकेलापन, निराशा और एक गहरी खामोशी होती है। यह खामोशी एक ऐसी पुकार है जिसे अक्सर हम सुन नहीं पाते।
आज जब दुनिया विश्व आत्महत्या निषेध दिवस मना रही है तो यह जरूरी है कि हम इस मौन संकट की गहराई को समझें। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की 2022 की रिपोर्ट कुछ कड़वे सच सामने लाती है जो हमें सोचने पर मजबूर करती है।
यह रिपोर्ट हमें बताती है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की समस्या नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय इमरजेंसी है जिस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है।
एनसीआरबी क्या है
एनसीआरबी यानी National Crime Records Bureau भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण विभाग है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह 1986 में बना था और इसका मुख्य काम भारत में होने वाले अपराधों का डेटा इकट्ठा करना और उनका विश्लेषण करना है।
यह ब्यूरो पुलिस और अन्य एजेंसियों को क्राइम से जुड़ी जानकारी देकर कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करता है। करंट में इसके डायरेक्टर विवेक गोगिया हैं।
NCRB 2022 की रिपोर्ट
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) या NCRB ने 2022 (ncrb data 2022) के लिए जो रिपोर्ट जारी की वह चिंताजनक था। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में भारत में लगभग 1 लाख 70 हजार 924 लोगों ने आत्महत्या की।
यह आंकड़ा बताता है कि हमारे देश में हर 184 सेकंड में एक व्यक्ति आत्महत्या कर रहा है और हर घंटे में करीब 20 जानें जा रही हैं। यह आकंड़े सिर्फ संख्या नहीं हैं, बल्कि एक गंभीर सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य संकट की ओर इशारा करते हैं।
क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में हर घंटे 20 लोग अपनी जान दे देते हैं और इनमें से आधे से अधिक मामले सिर्फ इन पांच राज्यों से आते हैं।
ये आर्टिकल सिर्फ एक रिपोर्ट नहीं बल्कि एक चेतावनी है जो हमें इस सीरियस पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी को समझने और रोकने के लिए आगे आना होगा।
शीर्ष 5 राज्यों में आत्महत्या के मामले
NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में आत्महत्या के 50% से अधिक मामले सिर्फ पांच राज्यों से आते हैं।
महाराष्ट्र (Maharashtra): 2021 में 22,207 आत्महत्याओं के साथ महाराष्ट्र इस लिस्ट में सबसे ऊपर था। 2022 के आंकड़ों के अनुसार भी यह राज्य आत्महत्या के मामलों में पहले स्थान पर है।
तमिलनाडु (Tamil Nadu): 18,925 मामलों के साथ तमिलनाडु दूसरे स्थान पर है।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh): मध्य प्रदेश में 15,386 मामले दर्ज किए गए हैं, जो इसे देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य बनाता है।
पश्चिम बंगाल (West Bengal): 13,500 आत्महत्याओं के साथ पश्चिम बंगाल चौथे स्थान पर है।
कर्नाटक (Karnataka): कर्नाटक में 13,056 मामले दर्ज किए गए हैं, जो इसे पांचवें स्थान पर रखता है।
दिलचस्प बात यह है कि देश का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य, उत्तर प्रदेश इस लिस्ट में काफी नीचे है, जहां पूरे देश के आत्महत्या मामलों का केवल 3.6% हिस्सा ही दर्ज किया गया है। वहीं, केंद्र शासित प्रदेशों में, दिल्ली में 2,840 मामले सामने आए हैं।
MP क्यों बन रहा है आत्महत्या का हब
एनसीआरबी की 2022 (ncrb report on madhya pradesh) की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश में आत्महत्या के मामले देश में तीसरे स्थान पर हैं और राज्य के बड़े शहरों में इंदौर पहले और भोपाल दूसरे स्थान पर है।
यह स्थिति तब और भी गंभीर हो जाती है जब हमें पता चलता है कि मध्य प्रदेश सरकार ने आत्महत्या रोकने के लिए एक पॉलिसी लाने का वादा किया था लेकिन वह अभी तक कागजों से बाहर नहीं निकल पाई है।
इंदौर: 746 मामलों के साथ पहले स्थान पर है।
भोपाल: 527 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है।
जबलपुर: 307 मामलों के साथ तीसरे स्थान पर है।
ग्वालियर: 213 मामलों के साथ चौथे स्थान पर है।
Reference: National Crime Records Bureau, Ministry of Home Affairs, Government of India
आत्महत्या के मेजर कारण
सीनियर साइकेट्रिस्ट डॉ सत्यकांत त्रिवेदी के मुताबिक, आत्महत्या के पीछे कई जटिल कारण होते हैं। यह सिर्फ मेन्टल हेल्थ का मुद्दा नहीं है, बल्कि इसके पीछे सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक पहलू भी शामिल होते हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट में आत्महत्या के कारणों को भी विस्तार से बताया गया है:
घरेलू कलह (Domestic Disputes): यह सबसे बड़ा कारण है, जो 32% मामलों के लिए जिम्मेदार है। पारिवारिक झगड़े और संबंधों में तनाव लोगों को इतना परेशान कर देते हैं कि वे अपनी जान लेने का फैसला कर लेते हैं।
लंबी बीमारी (Prolonged Illness): 20% आत्महत्याओं का कारण लंबी और गंभीर बीमारियाँ हैं, जिनसे पीड़ित लोग शारीरिक और मानसिक रूप से थक जाते हैं।
विवाह से संबंधित मुद्दे (Marriage-Related Issues): 4.8% मामले विवाह से जुड़ी समस्याओं के कारण होते हैं, जैसे तलाक, बेवफाई या वैवाहिक जीवन में असंतोष।
बेरोजगारी (Unemployment): 8.4% मामले बेरोजगार लोगों से जुड़े हैं, जो आर्थिक तंगी और निराशा के कारण अपनी जान ले लेते हैं।
दैनिक मजदूर और गृहिणियां (Daily Wage Earners and Housewives): आत्महत्या करने वालों में सबसे बड़ा वर्ग दैनिक मजदूरों (25.6%) और गृहिणियों (14.1%) का है, जो समाज के सबसे कमजोर तबके में से हैं।
छात्र और युवा (Students and Youth): छात्रों में भी आत्महत्या की दर बढ़ रही है, जो 8.0% मामलों के लिए जिम्मेदार हैं। यह शैक्षिक दबाव, करियर की चिंता और परीक्षा में असफल होने का परिणाम है।
सबसे ज्यादा प्रभावित वर्ग
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, आत्महत्या करने वाले लोगों में सबसे बड़ा हिस्सा दैनिक मजदूरों और गृहणियों का है। यह दिखाता है कि समाज के इन वर्गों पर सबसे ज्यादा दबाव है:
दैनिक मजदूर: 25.6%
गृहिणी: 14.1%
व्यवसायी (Businessmen): 12.3%
नौकरीपेशा (Salaried Persons): 9.7%
बेरोजगार (Unemployed): 8.4%
छात्र (Students): 8.0%
किसान (Farmers): 6.6%
यह (NCRB report) भी सामने आया है कि 20 से 50 वर्ष की आयु के लोग सबसे ज्यादा जोखिम में हैं। यह डेटा स्पष्ट रूप से दिखाता है कि शहरी क्षेत्रों में भी यह समस्या गंभीर रूप ले रही है।
आत्महत्या के जोखिम को पहचानें और बचाव करें
सीनियर साइकेट्रिस्ट डॉ सत्यकांत त्रिवेदी कहते हैं कि हमें आत्महत्या को सिर्फ एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में नहीं देखना चाहिए। यह एक सामाजिक समस्या भी है। हमें संवाद के तरीके को बदलना होगा और उन संकेतों को पहचानना होगा जो कोई व्यक्ति दे रहा हो।
आत्महत्या के चेतावनी भरे संकेत
व्यवहार में अचानक बदलाव: व्यक्ति का व्यवहार अचानक से बदल जाए, जैसे वह बहुत शांत या बहुत बेचैन रहने लगे।
नशे की लत: शराब या नशीली दवाओं का सेवन बढ़ाना।
नकारात्मक बातें करना: हर बात पर नकारात्मक सोचना या निराशाजनक बातें करना।
अकेला रहना: लोगों से मिलना-जुलना बंद कर देना और अकेला रहना पसंद करना।
भावनात्मक अलगाव: अपने विचारों और भावनाओं को किसी के साथ साझा न करना।
बचाव के तरीके
बातचीत करें: किसी ऐसे व्यक्ति से बात करें जिस पर आपको भरोसा हो।
व्यावसायिक मदद लें: तनाव महसूस होने पर किसी मानसिक रोग विशेषज्ञ या मनोविज्ञानी से मिलें।
सक्रिय रहें: योग और ध्यान करें।
व्यस्त रहें: खुद को किसी न किसी काम में व्यस्त रखें।
हेल्पलाइन से संपर्क करें: नेशनल साइकोलॉजिकल हेल्प लाइन जैसी सेवाओं से संपर्क करें।
पॉजिटिव माहौल बनाएं: अपने आस-पास के लोगों के साथ सकारात्मक बातें करें और उन्हें अकेले न छोड़ें।
Reference Link
National Crime Records Bureau (NCRB) - Accidental Deaths & Suicides in India 2022 Report: https://ncrb.gov.in/en/Accidental-Deaths-Suicides-India-2022
10 सितंबर का इतिहास
हर दिन का अपना एक अलग महत्व होता है और 10 सितंबर का दिन भी इतिहास (आज की यादगार घटनाएं) में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए दर्ज है।
इस दिन दुनिया में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिन्होंने इतिहास की दिशा बदल दी। आइए जानते हैं 10 सितंबर को भारत और विश्व में घटी कुछ प्रमुख घटनाओं के बारे में, जो आपके सामान्य ज्ञान को बढ़ा सकती हैं।
विश्व की महत्वपूर्ण घटनाएं
1509: कॉन्स्टेंटिनोपल (आज का इस्तांबुल) में आए भीषण भूकंप से लगभग 10,000 लोगों की मौत हुई। इसे 'जजमेंट डे' भी कहा गया।
1547: एंग्लो-स्कॉटिश युद्धों में, अंग्रेजी सेना ने स्कॉटलैंड को पिंकी क्लेघ की लड़ाई में हराया।
1570: दस जेसुइट मिशनरी अल्पकालिक अजाकैन मिशन स्थापित करने के लिए वर्जीनिया प्रायद्वीप पर उतरे।
1785: प्रशिया ने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ एक महत्वपूर्ण व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए।
1794: नॉक्सविले, टेनेसी में टेनेसी विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।
1813: 1812 के युद्ध में, ओलिवर हैजर्ड पेरी के नेतृत्व में अमेरिकी सेना ने एरी झील पर अंग्रेजों को हराया।
1823: सिमोन बोलिवर पेरू के राष्ट्रपति बने।
1846: एलियास होवे ने सिलाई मशीन का पेटेंट कराया।
1847: प्रशांत महासागर के हवाई द्वीप में पहला अमेरिकी थिएटर खुला।
1858: जॉर्ज मेरी सारले ने क्षुद्रग्रह 55 पॉनडोरा की खोज की।
1880: पियरे डी ब्राजा ने कांगो के राजा मकोको के साथ एक संधि पर हस्ताक्षर किए।
1889: अल्बर्ट होनोर चार्ल्स ग्रिमाल्डी मोनाको के राजकुमार अल्बर्ट प्रथम बने।
1894: लंदन के टैक्सी ड्राइवर जॉर्ज स्मिथ को पहली बार नशे में गाड़ी चलाने के लिए जुर्माना लगाया गया।
1897: अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में एक शांतिपूर्ण श्रम प्रदर्शन के दौरान हुए नरसंहार में खनिकों की जान चली गई।
1898: अराजकतावादी लुइगी लुचेनी ने स्विट्जरलैंड के जिनेवा में ऑस्ट्रिया की महारानी एलिजाबेथ की हत्या कर दी।
1914: जर्मनी और रूस की सेनाओं के बीच मेसूरी झील के पास युद्ध शुरू हुआ।
1919: प्रथम विश्व युद्ध के बाद, विजयी देशों और ऑस्ट्रिया-हंगरी शासन के बीच सेंट जर्मन संधि पर हस्ताक्षर हुए।
1923: आयरिश मुक्त राज्य लीग ऑफ नेशंस में शामिल हुआ।
1937: नौ देशों ने भूमध्य सागर में समुद्री डकैती को रोकने के लिए न्योन सम्मेलन में भाग लिया।
1938: मर्लिन मेसेक ने मिस अमेरिका का खिताब जीता।
1939: दूसरे विश्व युद्ध में कनाडा ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1940: जर्मनी ने बकिंघम पैलेस पर बम गिराया।
1942: ब्रिटिश विमानों ने इतालवी विमानवाहक पोत अर्ने को टारपीडो से क्षतिग्रस्त कर दिया।
1943: जर्मन सेना ने रोम पर कब्जा कर लिया और वेटिकन सिटी की सुरक्षा अपने हाथों में ले ली।
1945: कोलोराडो में एक मुर्गा, माइक, सिर काटे जाने के बाद भी 18 महीने तक जीवित रहा।
1946: दार्जिलिंग में एक ट्रेन यात्रा के दौरान मदर टेरेसा को गरीबों की सेवा करने का 'कॉल' महसूस हुआ।
1954: अल्जीरिया में आए भूकंप से लगभग 1400 लोगों की मौत हुई।
1960: मिकी मेंटल ने बेसबॉल इतिहास के सबसे लंबे होम रन में से एक मारा, जिसकी अनुमानित दूरी 643 फीट थी।
1961: इतालवी ग्रैंड प्रिक्स में जर्मन ड्राइवर वोल्फगैंग वॉन ट्रिप्स की दुर्घटना में 15 दर्शकों के साथ मौत हो गई।
1961: सोवियत संघ ने नोवाया जेमलिया में परमाणु परीक्षण किया।
1970: जनरल मोटर्स ने अपनी "शेवरले वेगा" कार बाजार में उतारी।
1974: गिनी-बिसाऊ को पुर्तगाल से स्वतंत्रता मिली।
1976: ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट 476 और एक अन्य विमान की टक्कर से 176 लोगों की मौत हो गई।
1989: नॉर्वे की सत्तारूढ़ लेबर पार्टी संसदीय चुनाव में हार गई।
1990: सोवियत संघ में पहला पिज्जा हट रेस्तरां खुला।
2000: अंतरिक्ष शटल अटलांटिस अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए अपने पहले स्थायी दल के साथ उतरा।
2000: ऑपरेशन बारास के तहत ब्रिटिश सैनिकों ने सिएरा लियोन में बंधक बनाए गए छह सैनिकों को सफलतापूर्वक छुड़ाया।
2002: स्विट्जरलैंड संयुक्त राष्ट्र का 190वां सदस्य बना।
2007: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ निर्वासन से सात साल बाद वापस लौटे।
2008: दुनिया का सबसे बड़ा कण त्वरक, लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (LHC), स्विट्जरलैंड और फ्रांस की सीमा पर चालू हुआ।
2011: काहिरा में प्रदर्शनकारियों के विरोध के कारण इजरायल के राजदूत को मिस्र से भागना पड़ा।
2012: न्यूयॉर्क में 9/11 मेमोरियल एंड म्यूजियम को पूरा करने के लिए एक समझौते को मंजूरी दी गई।
2014: बराक ओबामा ने इराकी सरकार और कुर्द क्षेत्र को 25 मिलियन डॉलर की तत्काल सैन्य सहायता को मंजूरी दी।
भारत की महत्वपूर्ण घटनाएं
1887: भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री गोविंद वल्लभ पंत का जन्म अल्मोड़ा के खोत गाँव में हुआ।
1966: भारतीय संसद ने पंजाब और हरियाणा राज्यों के गठन को मंजूरी दी।
2009: नई दिल्ली में एक भगदड़ में पांच लड़कियों की मौत हो गई और 30 अन्य छात्र घायल हो गए।
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