आज का इतिहास: बेनजीर भुट्टो को क्यों कहा जाता है पाकिस्तान की आयरन लेडी, दो बार बनी थीं प्रधानमंत्री

बेनजीर भुट्टो ने 19 अक्टूबर 1993 को दूसरी बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री के तौर पर सत्ता संभाला। यह उनके राजनीतिक संघर्ष और पिता जुल्फिकार अली भुट्टो की विरासत की वापसी थी। दूसरे कार्यकाल में भी भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।

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Kaushiki
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आज हम बात करेंगे पाकिस्तान की राजनीति की सबसे दमदार शख्सियत, बेनजीर भुट्टो की। 19 अक्टूबर 1993 का दिन सिर्फ पाकिस्तान के कैलेंडर में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के इतिहास में एक खास जगह रखता है। इसी दिन बेनजीर भुट्टो ने दूसरी बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री के तौर पर सत्ता संभाली थी।

यह किसी भी महिला लीडर के लिए आसान नहीं था। खासकर एक ऐसे मुल्क में जहां मिलिट्री इंटरवेंशन और राजनीतिक अस्थिरता हमेशा हावी रही है। यह कोई साधारण वापसी नहीं थी।

यह एक ऐसे परिवार की विरासत थी, जिसने पाकिस्तान की राजनीति में गहरा प्रभाव डाला था। यह एक महिला नेता की दृढ़ता का प्रमाण था, जिसने पुरुष-प्रधान समाज में अपनी जगह बनाई। बेनजीर भुट्टो को अक्सर पाकिस्तान की 'आयरन लेडी' कहा जाता था।

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भुट्टो परिवार की राजनीतिक विरासत

बेनजीर भुट्टो का जन्म एक बेहद प्रभावशाली राजनीतिक परिवार में हुआ था। उनके पिता जुल्फिकार अली भुट्टो, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के संस्थापक थे।

1979 में जनरल जिया-उल-हक (General Zia-ul-Haq) के सैन्य शासन में जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी दे दी गई थी। इस घटना के बाद, भुट्टो पर अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी आ गई।

उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया और सैन्य शासन के खिलाफ एक लंबी और कठिन लड़ाई लड़ी, जिसमें उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा और निर्वासन में भी रहना पड़ा।

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पहला कार्यकाल और सत्ता से बेदखली

बेनजीर भुट्टो ने पहली बार 1988 में 35 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचा था। वह किसी भी मुस्लिम बहुल देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। लेकिन उनका पहला कार्यकाल सिर्फ 20 महीने ही चला।

  • करप्शन के आरोप: 

    1990 में, राष्ट्रपति गुलाम इशाक खान ने उनकी सरकार को भ्रष्टाचार और कुप्रशासन के आरोप लगाकर बर्खास्त कर दिया था।

  • विपक्षी नवाब: 

    इसके बाद नवाज शरीफ की सरकार बनी लेकिन पाकिस्तान की अस्थिर राजनीति में नवाज शरीफ की सरकार को भी 1993 में बर्खास्त कर दिया गया।

  • मिड-टर्म इलेक्शन: 

    देश में एक बार फिर अविश्वास और राजनीतिक खींचतान का माहौल था। ऐसे में, अक्टूबर 1993 में मिड-टर्म इलेक्शन कराए गए।

बेनज़ीर भुट्टो - विकिपीडिया

1993 का चुनाव: दूसरी बार की जीत

बेनजीर भुट्टो की पार्टी, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP), ने 1993 के चुनावों में दमदार प्रदर्शन किया।

  • पीपीपी का परफॉर्मेंस: 

    पीपीपी ने नेशनल असेंबली में सबसे ज्यादा सीटें जीतीं, हालाँकि उन्हें पूर्ण बहुमत नहीं मिला।

Full Story Of Pakistans Former Prime Minister Benazir Bhutto - Amar Ujala  Hindi News Live - पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के सफर की  पूरी कहानी

  • गठबंधन की सरकार: 

    बेनजीर ने छोटी पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ मिलकर एक गठबंधन की सरकार बनाई।

  • शपथ ग्रहण: 

    इस जीत के बाद, 19 अक्टूबर 1993 को बेनजीर भुट्टो ने पाकिस्तान की 22वीं प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। यह उनकी राजनीतिक वापसी थी, जिसने उनके समर्थकों में एक नया जोश भर दिया था।

Pakistan's former Prime Minister Benazir Bhutto addresses a news conference  in Islamabad, Pakistan on Tuesday, November 06, 2007 - Photogallery

चुनौतियों से भरा दूसरा कार्यकाल

उनका दूसरा कार्यकाल (1993-1996) कई बड़ी चुनौतियों से भरा रहा। खासकर इकोनॉमी, गवर्नेंस और आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर।

  • आर्थिक स्थिरता: 

    बेनजीर ने देश की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश की। उन्होंने प्राइवेटाइजेशन और विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया।

  • आतंकवाद और आंतरिक संघर्ष: 

    इस दौरान कराची में जातीय हिंसा और आतंकवाद बड़ी समस्या बन गए थे। सरकार को इसे कंट्रोल करने में काफी मुश्किल हुई।

  • विवाद और करप्शन के आरोप: 

    बेनजीर और उनके पति, आसिफ अली जरदारी पर एक बार फिर बड़े पैमाने पर करप्शन के आरोप लगने लगे। इन आरोपों ने उनके खिलाफ एक मजबूत विपक्षी माहौल बना दिया।

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कार्यकाल का दुखद अंत

बेनजीर भुट्टो अपना दूसरा कार्यकाल भी पूरा नहीं कर पाईं। भले ही उनके दोनों कार्यकाल पूरे नहीं हो पाए, लेकिन बेनजीर भुट्टो का पाकिस्तान की राजनीति पर गहरा प्रभाव रहा। वह अपनी दृढ़ता और साहस के लिए जानी जाती थीं।

नवंबर 1996 में, तत्कालीन राष्ट्रपति फारूक लेघारी ने बेनजीर सरकार को भ्रष्टाचार और अस्थिरता के आरोप लगाकर एक बार फिर बर्खास्त कर दिया। हैरानी की बात यह थी कि लेघारी को खुद बेनजीर ने ही राष्ट्रपति नियुक्त किया था।

इस तरह, बेनजीर भुट्टो एक बार फिर समय से पहले ही सत्ता से बाहर हो गईं। उनका दूसरा कार्यकाल उनकी राजनीतिक सूझबूझ और जनता के समर्थन का प्रतीक था। उनकी मौत 27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी में एक चुनावी रैली के बाद आत्मघाती हमले में हुई थी। हमलावर ने पहले उन्हें गोली मारी और फिर खुद को उड़ा लिया था। बेनजीर भुट्टो की यह दूसरी पारी हमेशा उनकी जीवटता और पाकिस्तान की जटिल लोकतांत्रिक यात्रा के लिए याद की जाती रहेगी।

Reference Links

  • Dawn (Pakistani Newspaper Archives): News reports and editorials covering the 1993 general elections and Benazir Bhutto's second oath-taking ceremony.

  • BBC History: Articles and documentaries discussing Benazir Bhutto's political career, focusing on her two terms as Prime Minister and the controversies surrounding them.

  • Pakistan: A Hard Country by Anatol Lieven: Analysis of Pakistan's political system, the role of the military, and the recurrent pattern of dismissals of elected governments in the 1990s.

  • Library of Congress Country Study: Pakistan: Detailed information on the 1993 elections, the political parties involved, and the subsequent formation of the coalition government under Benazir Bhutto.

19 अक्टूबर की महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं

हर दिन का अपना एक अलग महत्व होता है और 19 अक्टूबर का दिन भी इतिहास (आज की यादगार घटनाएं) में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए दर्ज है।

इस दिन दुनिया में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिन्होंने इतिहास की दिशा बदल दी। आइए जानते हैं 19 अक्टूबर को भारत और विश्व में घटी कुछ प्रमुख घटनाओं के बारे में, जो आपके सामान्य ज्ञान को बढ़ा सकती हैं।

विश्व इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं

  • 1469: आरागॉन के फर्डिनेंड द्वितीय ने कैस्टिले के इसाबेला I से शादी की, जिसने बाद में स्पेन के एकीकरण का मार्ग प्रशस्त किया।

  • 1630: बोस्टन में पहली बार आम अदालत का आयोजन किया गया।

  • 1722: फ्रांसीसी सी होफर ने आग बुझाने की मशीन का निर्माण किया।

  • 1739: इंग्लैंड ने स्पेन से युद्ध की घोषणा की।

  • 1781: ब्रिटिश जनरल कॉर्नवॉलिस ने यॉर्कटाउन में आत्मसमर्पण किया, जिसके परिणामस्वरूप अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध समाप्त हुआ।

  • 1781: अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध का समापन हुआ जब लॉर्ड कार्नवालिस के नेतृत्व में ब्रिटिश सेनाओं ने फ्रेंको-अमेरिकी बलों के सामने औपचारिक रूप से आत्मसमर्पण कर दिया।

  • 1789: जॉन जे ने यूनाइटेड स्टेट्स के पहले मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।

  • 1813: लैपजिंग का युद्ध समाप्त हुआ।

  • 1853: अमेरिका के हवाई प्रांत में पहली आटा चक्की शुरू की गयी।

  • 1864: अमेरिकी गृहयुद्ध में, केंद्रीय सेना देवदार क्रीक की लड़ाई में विजयी हुई।

  • 1872: न्यू साउथ वेल्स में विश्व का सबसे बड़ा सोने का टुकड़ा (215 किग्रा) पाया गया।

  • 1900: पेंटर हेनरी ओ टानर ने पेरिस प्रदर्शनी में मेडल ऑफ़ ऑनर जीता।

  • 1900: जर्मन वैज्ञानिक माक्स प्लांक ने 'प्लांक का नियम' प्रतिपादित किया था।

  • 1904: नामांकन के मामले में देश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय, फिलीपींस का पॉलिटेक्निक विश्वविद्यालय, मनीला बिजनेस स्कूल के रूप में खोला गया।

  • 1917: डलास लव फील्ड हवाई अड्डा पब्लिक के लिए खोला गया।

  • 1924: अब्दुल अजीज ने मक्का में पवित्र स्थानों की रक्षा की स्वयं घोषणा की।

  • 1926: इंपीरियल सम्मेलन का आयोजन लंदन में किया गया।

  • 1943: रटगर्ज विवि के छात्र एल्बर्ट शात्ज ने तपेदिक के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा 'स्ट्रेप्टोमाइसिन' विकसित की।

  • 1943: मित्र देशों के विमानों ने मालवाहक जहाज सिनफ्रा को डूबो दिया, जिसमें 2,000 से अधिक लोग मारे गए।

  • 1947: संघीय लोक निर्माण प्रशासक के अनुसार न्यूनतम 40 सेंट प्रति घंटे की मजदूरी को 75 सेंट प्रति घंटे के हिसाब से सुधारा जाना चाहिए।

  • 1956: रूस और जापान ने हस्ताक्षर कर दोनों देशों के बीच 1945 से चले आ रहे युद्ध को आधिकारिक रूप से समाप्त किया।

  • 1960: अमेरिका ने क्यूबा को निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया।

  • 1986: मोजाम्बिक के राष्ट्रपति समोरा मचेल और 43 अन्य लोग मारे गए जब उनका विमान लेबोम्बो पर्वत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

  • 1987: ईरान-इराक युद्ध के दौरान, युनाइटेड स्टेट्स नेवी बलों ने फारस की खाड़ी में दो ईरानी तेल प्लेटफार्मों को नष्ट कर दिया।

  • 1988: सीनेट द्वारा अनुमोदित एक बिल बच्चों के टीवी कार्यक्रमों के दौरान दिखाए जाने वाले विज्ञापनों की मात्रा को प्रतिबंधित करता है।

  • 1989: 'द ट्रबल्स' घटना में, द गिल्डफोर्ड फोर ने अपने गलत विश्वासों को गिनाया।

  • 1993: बेनजीर भुट्टो दूसरी बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनीं।

  • 2003: पोप जॉन पाॅल द्वितीय ने मदर टेरेसा को धन्य घोषित किया।

  • 2004: आयरिश सहायता कार्यकर्ता मार्गरेट हसन का बगदाद में अपहरण कर लिया गया, जिनकी बाद में हत्या कर दी गई थी।

  • 2005: तूफान विल्मा 882 mbar के न्यूनतम वायुमंडलीय दबाव के साथ सबसे तीव्र अटलांटिक तूफान बन गया।

  • 2006: दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री बान की मून ने आगाह किया कि उत्तर कोरिया द्वारा आयोजित दूसरे परमाणु परीक्षण के "गंभीर परिणाम होंगे।"

  • 2007: यूरोपीय संघ के नेताओं ने लिस्बन संधि पर समझौता किया।

  • 2008: पूर्वी दिल्ली में एक पुल (डीएमआरटीएस के लिए निर्माणाधीन) गिरने से 1 की मौत हो गई और कम से कम 9 घायल हुए।

  • 2009: 32 अतिरिक्त सौर ग्रह खोजे गए, जिसने एक दिन में खोजे गए एक्सोप्लैनेट के लिए एक नया रिकॉर्ड बनाया।

  • 2012: लेबनान की राजधानी बेरुत में बम विस्फोट में आठ लोगों की मौत हुई और 110 घायल हुए।

  • 2014: स्वीडन एक रूसी पनडुब्बी द्वारा रूसी भाषा के आपातकालीन संचार की पहचान करने के बाद एक संभावित घुसपैठ के लिए अपना पानी खोज रहा है।

  • 202: रोमन गणराज्य के प्रोकोनसुल सिपियो ने ज़ामा की लड़ाई में हैमिबाल और कार्टागिनियंस को हराया, दूसरा पुनिक युद्ध समाप्त हुआ।

भारत में हुई महत्वपूर्ण घटनाएं

  • 1950: मदर टेरेसा ने कोलकाता में मिशनरी आफ़ चैरिटीज की स्थापना की।

  • 1970: भारत में निर्मित पहला मिग-21 विमान भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया।

  • 1920: स्वाध्याय परिवार के संस्थापक पाण्डुरंग शास्त्री अठालवे का महाराष्ट्र में जन्म हुआ।

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