4 जून को लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद, आज (24 जून) से 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का शुभारंभ होगा। यह सत्र 3 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान नए सांसदों की शपथ, स्पीकर का चुनाव, राष्ट्रपति का अभिभाषण और प्रधानमंत्री का संबोधन होगा। 10 दिन के सत्र में कुल 8 बैठकें होंगी। इसके अलावा इस बार यह पहला मौका होगा जब नरेंद्र मोदी के सामने नेता प्रतिपक्ष ( leader of opposition ) होगा।
सत्ता पक्ष बनाम विपक्ष
18वीं लोकसभा में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सत्ता में है। गठबंधन के पास 293 सीटें हैं। इसमें सबसे बड़ा दल भाजपा है। पार्टी के पास 240 सीटें हैं। हालांकि यह पिछले दो टर्म से कम हैं। इसके बाद टीडीपी के पास 16, जेडीयू के पास 12, शिवसेना (शिंदे) के पास 7 और चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (आर) के पास 5 सीटें हैं।
दूसरी ओर पिछले दो टर्म से इस बार विपक्ष कहीं ज्यादा मजबूत स्थिति में है। इंडिया गठबंधन के पास कुल 233 सीटें हैं। इसमें से 99 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ा दल है। समाजवादी पार्टी के पास 37, तृणमूल कांग्रेस के पास 29, डीएमके के पास 22 और शिवसेना (उद्धव) के पास 9 सीटें हैं।
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नए सांसदों की शपथ
नई लोकसभा के पहले संसद सत्र में सबसे पहले नए निर्वाचित हुए सांसदों का शपथ ग्रहण होगा ( new mp oath )। 24 और 25 जून को प्रोटेम स्पीकर नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे।
प्रोटेम स्पीकर का चुनाव वरिष्ठता के आधार पर राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है। इस बार भाजपा के ओडिशा से 8 बार के सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर चुना गया है।
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एनडीए में किसे मिलेगा लोकसभा स्पीकर का पद
सभी सांसदों के शपथ ग्रहण के बाद 26 जून को लोकसभा के स्पीकर का चुनाव होगा। इस बार बीजेपी के पास बहुमत नहीं है। उसे गठबंधन सरकार चलानी है।
इस बीच बीजेपी के साथी दल जेडीयू और टीडीपी द्वारा स्पीकर पद की मांग करने की बात उठी थी। हालांकि यह कुर्सी भाजपा अपने पास ही रखना चाहेगी। ऐसे में फिर एक बार ओम बिड़ला लोकसभा के स्पीकर बन सकते हैं।
राहुल होंगे नेता प्रतिपक्ष ?
बतौर प्रधानमंत्री यह पहला मौका होगा जब नरेंद्र मोदी के सामने कोई नेता प्रतिपक्ष होगा। सदन में नेता प्रतिपक्ष का कद भी नेता सदन जितना होता है। चुनाव आयुक्तों सहित कई जरूरी नियुक्तियों की कमेटी में नेता प्रतिपक्ष शामिल रहते हैं।
पिछले दो टर्म से नरेंद्र मोदी के सामने कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं था। दरअसल, नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए पार्टी के पास लोकसभा की 10 परसेंट सीटें यानी 543 में से 54 सीटें होनी चाहिए। 2014 और 2019 में कांग्रेस 10 परसेंट सीटें नहीं ला पाई थी। इसके चलते उन्हें नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं मिला था। इस बार कांग्रेस की तरफ से नेता प्रतिपक्ष होगा। ऐसे में राहुल गांधी के यह पद संभालने की चर्चाएं चल रही है।
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इन मुद्दों पर होगी चर्चा
सदन में 27 जून को राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा। इस दौरान राष्ट्रपति महोदया लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। इसके बाद 1 से 3 जुलाई अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इस दौरान विपक्ष की ओर से नीट पेपर में गड़बड़ी, नेट एग्जाम कैंसिलेशन, जैसे अन्य मुद्दों पर बहस की जा सकती है।
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