अहमदाबाद विमान हादसाः दावा- कैप्टन सुमीत सभरवाल ने रोकी थी फ्यूल सप्लाई, FIP ने जताया विरोध

अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया इंडिया विमान हादसे की जांच को लेकर अमेरिकी अखबार ने दावा किया है कि विमान हादसे से पहले कैप्टन ने फ्यूल सप्लाई रोकी थी। इस बारे में पायलटों के बीच हुई बातचीत को आधार बनाया गया है। इस बातचीत के कुछ अहम हिस्से अब सामने आए हैं।

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Sanjay Dhiman
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plane crush original report.

Photograph: (the sootr)

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12 जून को अहमदाबाद में हुई एअर इंडिया की विमान दुर्घटना ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। इस हादसे में विमान के दोनों पायलटों के बीच हुई आखिरी बातचीत के नए खुलासे ने विमानन उद्योग में एक हलचल मचा दी है। 

अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की रिपोर्ट के अनुसार, विमान के कैप्टन सुमीत सभरवाल ने फ्यूल सप्लाई को अचानक रोक दिया था, जिसकी वजह से विमान के दोनों इंजन बंद हो गए थे। इधर पायलट संगठन ने इस जांच रिपोर्ट को एकतरफा बताते हुए आपत्ति दर्ज कराई है। 

पायलटों के बीच हुई बातचीत का खुलासा

वॉयस रिकॉर्डिंग के अनुसार, को-पायलट क्लाइव कुंदर ने कैप्टन सुमीत से पूछा था, "आपने फ्यूल स्विच को 'CUTOFF' पोजिशन में क्यों कर दिया?" इस सवाल के दौरान उनकी आवाज में घबराहट साफ-साफ सुनाई दे रही थी, जबकि कैप्टन सुमीत शांत और नियंत्रित थे। इस बातचीत से यह स्पष्ट होता है कि फ्यूल स्विच की स्थिति में अचानक बदलाव विमान के हादसे का एक प्रमुख कारण हो सकता है। 

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एअर इंडिया ने कहा, विमान में नहीं थी तकनीकी खराबी 

एअर इंडिया ने अहमदाबाद विमान हादसा में अपनी जांच पूरी कर ली है। एयरलाइन ने पुष्टि की कि विमान निर्माता कंपनी बोइंग के बोइंग-787 विमानों के फ्यूल स्विच में कोई तकनीकी खराबी नहीं पाई गई। इसके अलावा, कंपनी ने पायलटों को यह सूचना दी कि सभी बोइंग-787 विमानों में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल (TCM) भी बदल दिए गए हैं।

एअर इंडिया के अनुसार हादसे वाले विमान में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी। एअर इंडिया के अनुसार तकनीकी कारणों से यह हादसा नहीं हुआ था।  

ऐसे समझें अहमदाबाद विमान हादसे की जांच के नए तथ्यों को 

  1. 12 जून को अहमदाबाद में एअर इंडिया के विमान दुर्घटना में पायलटों के बीच हुई बातचीत में कैप्टन सुमीत सभरवाल ने फ्यूल स्विच को 'CUTOFF' पोजिशन में कर दिया था, जिससे दोनों इंजन बंद हो गए थे।
  2. को-पायलट क्लाइव कुंदर ने घबराहट में कैप्टन से पूछा था, "फ्यूल स्विच को क्यों बंद किया?", जबकि कैप्टन सुमीत शांत रहे।
  3. एअर इंडिया ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया कि बोइंग-787 विमानों में फ्यूल स्विच में कोई तकनीकी खराबी नहीं पाई गई है।
  4. पायलट संगठन FIP ने जांच रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है, आरोप लगाया कि यह रिपोर्ट अधूरी और एकतरफा है, जिससे पायलटों की छवि खराब हो रही है।
  5. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सभी एयरलाइंस को बोइंग-737 और 787 विमानों के फ्यूल स्विच की जांच करने का आदेश दिया है।

 

 फ्यूल स्विच हो गए थे 'RUN' से 'CUTOFF'

एअर इंडिया के विमान हादसे की जांच में पता चला कि फ्यूल स्विच अचानक 'RUN' से 'CUTOFF' पोजिशन में चले गए थे, जिससे दोनों इंजन बंद हो गए थे। लेकिन यह सवाल अब भी कायम है कि फ्यूल स्विच कैसे और क्यों बंद हुए।

प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में एक पायलट को दूसरे से यह पूछते हुए सुना गया कि उसने फ्यूल क्यों बंद कर दिया। दूसरा पायलट जवाब देता है कि उसने ऐसा नहीं किया।  

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पायलट संगठन ने रिपोर्ट पर उठाए सवाल 

देशभर के पेशेवर पायलटों की संस्था फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP)  पायलटस ने इस हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है। संगठन का कहना है कि बिना ठोस सबूतों और पारदर्शी जांच के पायलटों को दोषी सिद्ध किया जा रहा है।

संगठन ने इस रिपोर्ट को एकतरफा व आधा अधूरा बताया है। संगठन का कहना है कि जांच रिपोर्ट में काकपिट में हुई बातचीत का कुछ हिस्सा ही लिया गया है। इस जांच रिपोर्ट से पायलटों की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।  

इधर डीजीसीए ने दिए बोइंग विमानों की जांच के आदेश 

भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने अहमदाबाद विमान हादसे के बाद सभी एयरलाइन कंपनियों को बोइंग-737 और 787 सीरीज के सभी विमानों के फ्यूल स्विच की जांच करने के आदेश दिए है। 

14 जुलाई को डीजीसीए ने यह जांच आदेश जारी किए, सभी कंपनियों को अपनी जांच रिपोर्ट 21 जुलाई तक प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए है।   

क्या होता है काॅकपिट वाॅयस रिकार्डर,कैसे करता है काम

कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर, जिसे सीवीआर भी कहा जाता है, विमान के कॉकपिट में होने वाली ध्वनियों को रिकॉर्ड करता है, जिसमें पायलटों की बातचीत, इंजन की आवाजें और अन्य महत्वपूर्ण ऑडियो शामिल हैं। यह एक महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरण है जो विमान दुर्घटनाओं की जांच में मदद करता है।

सीवीआर में रिकॉर्ड की गई जानकारी का उपयोग यह समझने के लिए किया जाता है कि दुर्घटना क्यों हुई और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या किया जा सकता है.

कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर क्यों महत्वपूर्ण है?

कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर विमान दुर्घटनाओं की जांच में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह जानकारी प्रदान करता है कि दुर्घटना से पहले क्या हुआ, जिससे जांचकर्ताओं को यह समझने में मदद मिलती है कि दुर्घटना का कारण क्या था. 

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