अब नहीं होगी मनमानी... टोल प्लाजा पर AI तकनीक से होगा काम, घोटालों पर लगेगी लगाम
सरकार टोल कलेक्शन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का इस्तेमाल करने जा रही है...
टोल प्लाजा ( toll plaza ) पर लंबी कतारें और अनियमित वसूली को रोकने के लिए सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक को अपनाने का निर्णय लिया है। इस नई व्यवस्था के तहत टोल कलेक्शन की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी और अवैध वसूली पर रोक लगेगी। साथ ही, सरकार बैरियर लेस टोल प्रणाली को भी लागू करने की दिशा में काम कर रही है, जिससे टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं होगी।
टोल प्लाजा पर एआई तकनीक से ये होंगे फायदे...
1. एआई तकनीक से टोल प्लाजा की होगी निगरानी
toll plaza की पारदर्शिता को बढ़ाने और अवैध वसूली को रोकने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। इसके तहत टोल प्लाजा पर एआई आधारित ऑडिट कैमरे लगाए जाएंगे, जो हर गुजरने वाले वाहन की रिकॉर्डिंग करेंगे। इससे टोल कलेक्शन की सही जानकारी मिलेगी और किसी भी प्रकार की अनियमितता को तुरंत पकड़ा जा सकेगा।
2. ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
toll plaza पर ट्रैफिक जाम की समस्या आम यात्रियों के लिए बड़ी परेशानी बनी हुई है। सरकार ने इस समस्या के समाधान के लिए बैरियर लेस टोल सिस्टम पर काम शुरू कर दिया है। इस प्रणाली के तहत वाहन चालकों को बिना रुके टोल प्लाजा से गुजरने की सुविधा मिलेगी, जिससे समय की बचत होगी और ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार, देश के कुछ राष्ट्रीय राजमार्गों पर बैरियर लेस टोल प्रणाली का पायलट प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है। अगर यह सफल रहा, तो इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत वाहनों को टोल टैग के माध्यम से स्वचालित रूप से चार्ज किया जाएगा, जिससे उन्हें toll plaza पर रुकना नहीं पड़ेगा।
सरकार यात्रियों की सुविधा के लिए टोल पास योजना पर भी विचार कर रही है। सूत्रों के अनुसार, सालाना ₹3,000 में टोल पास और 15 साल के लिए ₹30,000 का लाइफटाइम टोल पास देने की योजना बनाई जा रही है। इससे यात्री बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के नेशनल हाईवे पर यात्रा कर सकेंगे और toll plaza पर बार-बार भुगतान करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
5. टोल वसूली में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार गंभीर
toll plaza से जुड़ी अनियमितताओं की शिकायतें लगातार आती रही हैं। कई बार यह देखा गया है कि टोल कंपनियां तय समय में अपनी लागत निकाल लेने के बाद भी वसूली जारी रखती हैं। सरकार इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए सर्वमान्य हल निकालने की दिशा में काम कर रही है। एआई तकनीक से टोल कलेक्शन की निगरानी की जाएगी, जिससे अनियमितताओं पर लगाम लगाई जा सकेगी।
FAQ- खबर से संबंधित सामान्य प्रश्न
टोल प्लाजा पर एआई तकनीक कैसे काम करेगी?
एआई आधारित ऑडिट कैमरे टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों को ट्रैक करेंगे और टोल कलेक्शन प्रक्रिया की निगरानी करेंगे। इससे अनियमितताओं को रोकने में मदद मिलेगी।
बैरियर लेस टोल प्रणाली क्या है और इससे यात्रियों को क्या फायदा होगा?
इस प्रणाली के तहत वाहन बिना रुके टोल प्लाजा से गुजर सकेंगे। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी और यात्रियों को समय की बचत होगी।
लाइफटाइम टोल पास क्या है और इसकी कीमत कितनी होगी?
सरकार 15 साल के लिए ₹30,000 का लाइफटाइम टोल पास देने पर विचार कर रही है, जिससे यात्री बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के हाईवे पर यात्रा कर सकेंगे।
क्या यह प्रणाली पूरे देश में लागू होगी?
फिलहाल सरकार इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कुछ हाईवे पर लागू कर रही है। सफल होने पर इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा।