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Photograph: (the sootr)
देश के प्रतिष्ठित एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने हाल ही में अमेरिका से भारत का सफर पूरा किया। रविवार को वे अपनी पत्नी कामना और बेटे किआश के साथ दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे। इस माैके पर उनका स्वागत केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने किया। उनके साथ उनके पिता शंभु दयाल शुक्ला भी मौजूद थे।
शुभांशु शुक्ला, जिनका नाम अंतरिक्ष यात्रा में भारत के लिए एक मील का पत्थर बन चुका है, एक्सियम मिशन-4 के तहत 25 जून को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुए थे। 15 जुलाई को उन्होंने पृथ्वी पर सुरक्षित लैंडिंग की थी।
पीएम मोदी से आज होगी मुलाकात
शुभांशु शुक्ला के दिल्ली आगमन के बाद उनकी योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की है। पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान शुभांशु अपनी अंतरिक्ष यात्रा और सुरक्षित वापसी की जानकारी उन्हें देंगे। इसके बाद वे बेंगलुरु जाएंगे, जहां वे 23 अगस्त को इसरो के इंटरनेशनल स्पेस-डे सेलिब्रेशन में भाग लेंगे।
शुभांशु 25 अगस्त को अपने घर लखनऊ लौटेंगे, जहाँ उनके भव्य स्वागत की तैयारिया की जा रही है। लखनऊ में उनके स्वागत की तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं और सीएम योगी आदित्यनाथ को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।
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माॅ को बेसब्री से बेटे का इंतजार
शुभांशु की माॅ आशा शुक्ला को भी अपने बेटे का बेसब्री से इंतजार है। मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, एक साल हो गया बेटे को गले लगाए हुए। वो वीडियो काॅल पर काफी कमजोर दिख रहा है।
शुभांशु की मां ने कहा, दुनिया के लिए आज वह एक सेलिब्रिटी हो सकते हैं, लेकिन मेरे लिए वह अब भी मेरा नन्हा बेटा है। उसके वापस आने का बेसब्री से इंतजार है। यह भावना हर मां के दिल की आवाज है, जो अपने बेटे की सफलता पर गर्व करती है, लेकिन उसकी सुरक्षा और घर वापस लौटने की भी उम्मीद रखती है।
शुभांशु की अंतरिक्ष यात्रा और वापसी को ऐसे समझेंशुभांशु शुक्ला का भारत आगमन: लखनऊ के एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला अपनी पत्नी और बेटे के साथ दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उनका स्वागत केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और दिल्ली की CM रेखा गुप्ता ने किया। पीएम मोदी से मुलाकात: शुभांशु शुक्ला जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे और उसके बाद बेंगलुरु जाएंगे। गगनयान मिशन में योगदान: शुभांशु का अंतरिक्ष अनुभव भारत के गगनयान मिशन के लिए महत्वपूर्ण होगा, जो 2027 में लॉन्च होने की संभावना है। लखनऊ में भव्य स्वागत: 25 अगस्त को लखनऊ में शुभांशु का भव्य स्वागत किया जाएगा, जिसमें सीएम योगी को आमंत्रित किया गया है। अंतरिक्ष यात्रा का अनुभव: शुभांशु शुक्ला ने अपनी यात्रा के दौरान कहा कि उन्हें भारत लौटने का बेसब्री से इंतजार था और जीवन में बदलाव अनिवार्य है। |
पत्नी-बेटे से मिलकर भी हुए थे भावुक
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शुभांशु का अंतरिक्ष मिशन: एक गौरवमयी सफर
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर शुभांशु शुक्ला का यह सफर 41 साल बाद किसी भारतीय का अंतरिक्ष यात्रा करने जैसा था। इससे पहले 1984 में राकेश शर्मा ने सोवियत संघ के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी। शुभांशु को एक्सियम मिशन-4 के लिए अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और भारतीय एजेंसी इसरो के बीच हुए समझौते के तहत चुना गया था।
शुभांशु शुक्ला के इस अंतरिक्ष मिशन का महत्व भारत के गगनयान मिशन में भी नज़र आता है। गगनयान मिशन, भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है, जिसका उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना और सुरक्षित रूप से वापस लाना है। इस मिशन को 2027 में लॉन्च करने की संभावना है।
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लखनऊ में जोरदार स्वागत की तैयारियां
लखनऊ में शुभांशु शुक्ला के स्वागत के लिए बड़े पैमाने पर आयोजन की योजना बनाई गई है। उनके पुराने स्कूल, सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) ने एयरपोर्ट से लेकर गोमतीनगर एक्सटेंशन तक रैली निकालने की योजना बनाई है। इसके बाद एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन CMS के गोमतीनगर एक्सटेंशन ब्रांच में होगा, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ के शामिल होने की संभावना है।
शुभांशु ने यात्रा के अनुभव को किया साझा
शुभांशु ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी यात्रा के अनुभव को साझा किया। उन्होंने लिखा था, "जिंदगी गाड़ी है, समय पहिया... मुझे अपने देश पहुंचने की बेसब्री है।" इस संदेश में उन्होंने जीवन के उतार-चढ़ाव, बदलाव और मिशन के दौरान मिले प्यार और समर्थन का जिक्र किया।
मिशन के दौरान उन्होंने कहा था, "मैं उन शानदार लोगों को पीछे छोड़कर जाने का दुख महसूस कर रहा हूं, जो मेरे दोस्त और परिवार रहे। मुझे इस मिशन के बाद पहली बार अपने परिवार से मिलने का इंतजार है।"
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