/sootr/media/media_files/2025/11/15/bihar-election-result-2025-2025-11-15-12-25-02.jpg)
Photograph: (the sootr)
बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन का प्रदर्शन काफी कमजोर रहा। 2020 में महागठबंधन ने सत्ता के करीब पहुंचने के बाद भी हार का सामना किया था। इस बार 2025 में महागठबंधन के लिए स्थिति और भी खराब हो गई। नतीजों में महागठबंधन सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गया। NDA ने 202 सीटें जीतकर धमाकेदार वापसी की।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे
चुनाव परिणामों के अनुसार, एनडीए ने 243 में से 202 सीटें हासिल की। महागठबंधन को सिर्फ 35 सीटें ही मिलीं। एनडीए की जीत में बीजेपी का अहम रोल रहा। उसने 87 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि जेडीयू ने 82 सीटें जीतीं।
महागठबंधन के घटक दलों में आरजेडी को 25 सीटें मिलीं, जो कि 2020 में प्राप्त 75 सीटों का एक तिहाई था। कांग्रेस की सीटें भी घटकर 6 रह गईं। वाम दलों का प्रदर्शन भी बहुत निराशाजनक रहा।
/sootr/media/post_attachments/e039e294-0b4.png)
2020 और 2025 के चुनावों में क्या फर्क था?
2020 में महागठबंधन ने 37% वोट शेयर हासिल किया था और 110 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार हालांकि, वोट शेयर में ज्यादा गिरावट नहीं आई, लेकिन NDA के वोट शेयर में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई। यह बढ़ोतरी महागठबंधन के लिए संकट का कारण बन गई।
ताजा नतीजों में महागठबंधन को सिर्फ 35 सीटें मिलीं। इसबार आरजेडी को 25 सीटें मिलीं, जो कि 2020 में मिली 75 सीटों का एक तिहाई था। कांग्रेस और वाम दलों का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा।
यह खबरें भी पढ़ें..
बिहार चुनाव में मोदी के साथ चला मोहन मैजिक, यादव बाहुल्य इलाकों में NDA की अप्रत्याशित जीत
बिहार चुनाव के नतीजों ने गरमाई छत्तीसगढ़ की राजनीति: भूपेश ने कसा तंज, पंकज झा का पलटवार, CM ने मनाया जश्न
महागठबंधन के घटक दलों का स्ट्राइक रेट गिरा
स्ट्राइक रेट के मामले में भी महागठबंधन के घटक दलों को बहुत झटका लगा। 2020 में महागठबंधन ने जेडीयू और बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन इस बार महागठबंधन का स्ट्राइक रेट बहुत घटा। आरजेडी का प्रदर्शन घटकर महज 25 सीटों तक सीमित रह गया। कांग्रेस भी सिर्फ 6 सीटों तक ही सिमट गई जबकि वाम दलों की स्थिति और भी खराब हो गई।
बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन के प्रदर्शन को ऐसे समझें
महागठबंधन का कमजोर प्रदर्शन: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन को महज 35 सीटें मिलीं, जबकि 2020 में इसने 110 सीटें जीती थीं। NDA की बड़ी जीत: एनडीए ने 243 में से 202 सीटों पर जीत हासिल की, बीजेपी ने 87 सीटों पर जीत दर्ज की और जेडीयू ने 82 सीटें जीतीं। आरजेडी का प्रदर्शन गिरा: आरजेडी को 2020 की 75 सीटों के मुकाबले सिर्फ 25 सीटें मिलीं, जो महागठबंधन के लिए एक बड़ा झटका था। वोट बंटवारा और AIMIM का असर: AIMIM के अच्छे प्रदर्शन और मुस्लिम वोटों के बंटवारे ने महागठबंधन के लिए परेशानी पैदा की। महिला कल्याण योजनाओं का असर: नीतीश कुमार की महिला कल्याण योजनाओं ने महिलाओं को आकर्षित किया, जिससे एनडीए को फायदा हुआ। |
2025 में महागठबंधन की हार के कारण
महागठबंधन के कमजोर प्रदर्शन के कई कारण रहे। पहला कारण था NDA का संगठित तरीके से चुनाव लड़ना। नीतीश कुमार की महिला कल्याण योजनाओं ने महिलाओं को आकर्षित किया, जिससे उनकी स्थिति मजबूत हुई। इसके अलावा, AIMIM का अच्छा प्रदर्शन भी महागठबंधन के लिए नुकसानदायक साबित हुआ। AIMIM के कारण मुस्लिम वोटों का बंटवारा हो गया।
महागठबंधन के घटक दलों द्वारा लगाए गए 'वोट चोरी' जैसे आरोप भी जनता के बीच असरदार साबित नहीं हुए। ये आरोप महागठबंधन के कट्टर समर्थकों को एकजुट कर सकते थे। फ्लोटिंग वोटर्स पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
2025 बनाम 2020: सीटों का अंतर
| पार्टी | 2020 | 2025 |
|---|---|---|
| बीजेपी | 72 | 89 |
| जेडीयू | 42 | 85 |
| राजद | 73 | 25 |
| कांग्रेस | 19 | 6 |
| अन्य | 31 | 37 |
यह खबरें भी पढ़ें..
बिहार चुनाव पर CM मोहन यादव बोले- बिहार में बहार है, NDA सरकार है, कांग्रेस को सबक, जमीनी राजनीति करो
महागठबंधन का 2025 में बुरा प्रदर्शन क्यों हुआ?
महागठबंधन के खराब प्रदर्शन के कई कारण थे। NDA ने रणनीतिक रूप से बेहतर काम किया और नीतीश कुमार की योजनाओं ने वोटरों को आकर्षित किया। वहीं, AIMIM का प्रभाव और मुस्लिम वोटों का बंटवारा भी महागठबंधन के लिए नुकसानदायक साबित हुआ। इसके अलावा, महागठबंधन के घटक दलों के आरोपों ने भी फ्लोटिंग वोटर्स का ध्यान नहीं खींचा।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us
/financial-express-hindi/media/media_files/2025/11/09/bihar-vidhan-sabha-chunav-2025-live-updates-2025-11-09-09-24-20.jpg)