JAIPUR. बिट्स पिलानी (झुंझुनूं) की एक महिला प्रोफेसर से 4 महीने के अंतराल में 7.67 करोड़ रुपए ठगे। बताया जा रहा है कि प्रोफेसर को मनी लॉन्ड्रिंग के नाम पर डराकर इस वारदात को अंजाम दिया गया है। बता दें कि महिला ने ठगों की डिमांड पूरी करने के लिए 80 लाख का लोन भी लिया। महिला प्रोफेसर ने झुंझुनूं SP देवेंद्र विश्नोई से इसकी शिकायत की है। इसके बाद मामला झुंझुनूं के साइबर सेल में दर्ज किया गया।
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युवक के खिलाफ 7 करोड़ 67 लाख की ठगी का मामला दर्ज
अपने साथ हुई करोड़ों रुपए की ठगी के बाद असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीजाता डे (57) शुक्रवार शाम को झुंझुनूं एसपी देवेंद्र विश्नोई के पास पहुंचीं। उन्होंने एसपी को पूरा घटनाक्रम बताया। एसपी विश्नोई के निर्देश पर जिला पुलिस की साइबर सेल में आकाश कुल्हरी और संदीप राव सहित एक अन्य युवक के खिलाफ 7 करोड़ 67 लाख की ठगी का मामला दर्ज किया गया है।
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29 अक्तूबर 2023 को आया था पहला फोन
बता दें कि श्रीजाता डे का कहना है कि 29 अक्तूबर 2023 को सुबह 8.39 पर मेरे पास एक युवक का फोन आया था। उसके बाद युवक ने कहा कि वह दूरसंचार विभाग (TRAI) से बोल रहा है। इस नंबर पर साइबर क्राइम से जुड़ी हुई शिकायत प्राप्त हुई है। आपका फोन नंबर एक घंटे में बंद हो जाएगा। आपके आधार नंबर पर दूसरा मोबाइल नंबर 677XXXXXXX रजिस्टर्ड है। आपके नंबर से अवैधानिक विज्ञापन व उत्पीड़न के मैसेज भेजे गए हैं। मुंबई पुलिस आपके खिलाफ कार्रवाई करेगी। मुंबई पुलिस से फोन आएगा। इसके तुरंत बाद मुझे एक नए नंबर से चार बार फोन आया।
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महिला ऐसे हुई ठगी का शिकार
श्रीजाता डे ने बताया - एक दिन और फोन आया। फोन करने वाला खुद को मुंबई पुलिस का सब इंस्पेक्टर संदीप राव बता रहा था। उसका कहना था आपके खिलाफ क्राइम ब्रांच मुंबई में शिकायत मिली है। SKYPE पर जुड़कर ऑनलाइन मीटिंग करनी होगी। मैंने मोबाइल फोन पर SKYPE (स्काइप) ऐप नहीं होने की बात कही। उसके बाद ठगों ने डरा धमकाकर ऐप डाउनलोड करवाकर मीटिंग का लिंक भेज दिया। ठगों ने कहा कि जांच के बाद आपकी मुश्किल बढ़ गई है। आप नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में संदिग्ध पाए गए हो। इस केस में 20 लाख रुपए मिले हैं, जिसकी ट्रांजैक्शन रिसीट हमलोगों के पास है। उसके बाद ठगों ने कहा आपके नाम से गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है। आपके नाम से एक केनरा बैंक का ATM कार्ड भी मिला है। महिला ने मना किया तो ठगों ने उसे गिरफ्तार करने, बैंक खाते तथा जायदाद को फ्रीज करने की धमकी दी। पीड़िता ने ऐसे किसी भी मामले में खुद की संलिप्तता से इनकार किया। ठगों ने मदद करने के नाम से मुंबई पुलिस सीबीआई ऑफिसर बताकर आकाश कुलेरी नाम के किसी व्यक्ति से स्काइप पर जुड़वाकर संदीप राव ने बात कराई। आकाश कुल्हरी ने कहा कि मामला ईडी से जुड़ा है और अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक जाएगा।
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महिला को ऐसे डराया-धमकाया
ठगों ने महिला से कहा कि आपके बैंक खाते में अभी जितना भी फंड है, उसको डिजिटल वैरिफिकेशन के लिए भेजना पड़ेगा। महिला ने बताया कि इतना कहने के बाद वह डर गई थी और अपने बैंक खाता से 29 अक्टूबर 2023 से 31 जनवरी 2024 तक कुल 42 ट्रांजैक्शन से 7.67 करोड़ रुपए अलग-अलग खातों में ऑनलाइन नेट बैंकिंग से डलवाती गई। इस दौरान ठगों ने रोज SKYPE पर सेल्फ रिपोर्ट भेजने के लिए कहा और हर दो घंटे में क्या-क्या काम कर रही हूं कहां जाती हो, किससे मिलते हो, इसकी जानकारी देने की बात कही। और यह कहकर डराते हुए कहा कि अगर रुपए ट्रांसफर नहीं हुए व सेल्फ रिपोर्ट नहीं भेजी तो जेल में डाल दिया जाएगा।
घटना के बाद महिला गई सदमें में
महिला को कहा गया कि ये मामला नेशनल सिक्योरिटी से जुड़ा है। किसी से इसके बारे में चर्चा नहीं करनी है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट से ही हल होगा। इसके बाद महिला इतनी डर गई कि उसने इसके बारे में किसी को नहीं बताया और ये सिलसिला लगातार तीन महीने तक चलता रहा। महिला कहती है कि उसे ये बताया गया था कि डिजिटल वैरिफिकेशन होने के बाद व कोर्ट से मामला हल होते ही उसका सारा पैसा वापस खाते में आ जाएगा। उसके बाद 2 फरवरी 2024 को मेरे पास मैसेज आया कि 12 फरवरी को केस का फैसला हो जाएगा और खाते में पैसे आ जाएंगे। उसके बाद महिला का कहना है कि 15 फरवरी तक उसके पास न तो किसी को फोन आया ना ही कोई मैसेज। उसके बाद महिला ने जब संपर्क करने की कोशिश की तो वह भी नहीं हो पाया। बता दें कि घटना के बाद महिला सदमे में चली गई थी। मेरे साथियों ने पूछा तो सारी बात बताई व उन्होंने मुझे हिम्मत बंधाई। तब पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। मुझे ब्लैकमेल करके मुझसे रुपए ऐंठ लिए गए हैं। उसने तीन बैंकों से 80 लाख का लोन लिया था। वो राशि भी ठगों ने हड़प ली।