बजट 2025 : क्यों लाल रंग का होता है बजट ब्रीफकेस, जानिए इसके पीछे छुपे धार्मिक और ऐतिहासिक राज
बजट ब्रीफकेस का लाल रंग ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखता है। यह रंग भारतीय संस्कृति में शुभता, समृद्धि और लक्ष्मी देवी के आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है।
हर साल भारत में बजट पेश करते समय वित्त मंत्री लाल रंग के ब्रीफकेस का इस्तेमाल करते हैं। यह परंपरा ब्रिटिश काल से चली आ रही है। यह परंपरा न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। लाल रंग का बजट ब्रीफकेस सबसे पहले ब्रिटिश काल में शुरू हुआ था और तब से यह भारतीय संसद में भी बनाए रखा गया है।
आपको बता दें कि, सबसे पहले ब्रिटिश चांसलर ग्लैडस्टोन ने 1860 में रानी के मोनोग्राम के साथ लाल चमड़े का ब्रीफकेस पेश किया था। उस समय से यह एक पारंपरिक रूप से बजट पेश करने का तरीका बन गया। भारतीय बजट में भी यह परंपरा अपनाई गई है और अब तक यह निरंतर जारी है।
लेकिन अब सवाल ये उठता है कि बजट का ब्रीफकेस हमेशा लाल क्यों होता है? क्या इसका संबंध लक्ष्मी माता से है? तो चलिए आज हम जानेंगे कि लाल रंग के बजट ब्रीफकेस की परंपरा की शुरुआत कहां से हुई और इसके धार्मिक महत्व का क्या अर्थ है।
हिंदू धर्म में लाल रंग को बहुत शुभ माना जाता है। यह रंग समृद्धि, सौभाग्य और शुभता का प्रतीक है। धार्मिक अनुष्ठानों में लाल रंग का इस्तेमाल विशेष रूप से शुभ कार्यों और नए अवसरों की शुरुआत के लिए किया जाता है। यही कारण है कि बजट के दिन लाल रंग के ब्रीफकेस का उपयोग किया जाता है, ताकि यह शुभता और समृद्धि का संकेत दे सके। यह ब्रिटिश काल से चली आ रही परंपरा है, जिसे भारतीय बजट में भी अपनाया गया है।
हिंदू धर्म में लाल रंग को शुभ माना जाता है और यह लक्ष्मी माता से जुड़ा हुआ है, जो समृद्धि और सौभाग्य की देवी मानी जाती हैं। लक्ष्मी माता धन, समृद्धि और सुख-शांति की देवी मानी जाती हैं और इसलिए उनके रंग से जुड़ी हर चीज को शुभ माना जाता है। बजट के दिन लाल ब्रीफकेस का प्रयोग लक्ष्मी माता से आशीर्वाद प्राप्त करने के रूप में देखा जाता है, ताकि आर्थिक फैसलों और घोषणाओं के माध्यम से समृद्धि आए और देश में सुख-शांति का माहौल बने। इसलिए बजट पेश करते समय लाल रंग का ब्रीफकेस समृद्धि और आर्थिक सफलता का प्रतीक माना जाता है।
बजट के समय लाल रंग का ब्रीफकेस नई घोषणाओं और आर्थिक सुधारों के लिए एक शुभ प्रारंभ का प्रतीक है। यह न केवल एक परंपरा है, बल्कि एक सांस्कृतिक और धार्मिक मान्यता भी है। वित्तीय वर्ष की शुरुआत में इस रंग के ब्रीफकेस का उपयोग यह सुनिश्चित करता है कि सरकार द्वारा किए गए निर्णय और आर्थिक फैसले देश के लिए समृद्धि, विकास और सौभाग्य लेकर आएंगे। लाल रंग पर लक्ष्मी माता का आशीर्वाद बनाए रखने का विश्वास इस परंपरा का मुख्य कारण है।