NEW DELHI. दिल्ली विधानसभा ( delhi vidhansabha ) का बुधवार को अभूतपूर्व सेशन हुआ। सदन की कार्यवाही (House proceedings ) सीएम अरविंद केजरीवाल ( cm kejriwal ) की गैर मौजूदगी में हुई, लेकिन बैठक में उनको ही लेकर खासा हंगामा हुआ और नारेबाजी की गई। विधानसभा अध्यक्ष ( speaker ) ने मामले को संभालने की बहुत कोशिश की, लेकिन हंगामा व शोरशराब बढ़ते देख सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। दूसरी और विधानसभा परिसर में बैठक से पूर्व और बाद में हंगामा-रैली का दौर निकला। सत्ता पक्ष के सदस्य केजरीवाल को रिहा करने की मांग पर परिसर में घूम रहे थे तो विपक्ष केजरीवाल के इस्तीफे की मांग पर प्रदर्शन में जुटा था। विपक्ष ने आरेाप लगाया है कि सत्ता पक्ष विधानसभा का इस्तेमाल स्वार्थ की राजनीति के लिए कर रहा है।
हंगामे के कारण 15 मिनट में ही बैठक स्थगित कर दी गई
सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, सत्ता पक्ष आम आदमी पार्टी के विधायक वेल में आ गए और सीएम अरविंद केजरीवाल के समर्थन में और प्रधानमंत्री मोदी व उनकी सरकार के विरोध में तेज नारेबाजी करने लगे। उनके इस व्यवहार के बाद विपक्षी सदस्य भी अपने आसन छोड़कर वेल में आ गए और केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने दोनों पक्षों को समझाना चाहा, लेकिन हंगाम कम होते न देख उन्होंने सदन की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
सदन में केजरीवाल को लेकर हुआ जबर्दस्त हंगामा
ब्रेक के बाद सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, सत्ता पक्ष के सदस्य फिर से मोदी सरकार के खिलाफ तेज नारेबाजी करने लगे। इससे खफा होकर विपक्षी सदस्यों ने भी केजरीवाल के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। सत्ता पक्ष के विधायक 'केजरीवाल को रिहा करो, रिहा करो' के नारे लगाते रहे। वहीं, विपक्ष के विधायक 'केजरीवाल इस्तीफा दो, इस्तीफा दो' के नारे लगा रहे थे। हंगामा लगतार बढ़ता रहा। एकाध बार तो ऐसा लगा कि सदन में ही सत्ता व विपक्षी के सदस्यों में भिड़ंत न हो जाए। जब हंगामा नहीं थमा तो अध्यक्ष ने कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
सदन जिस लिए बुलाया गया, उस पर चर्चा ही नहीं हुई
सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित होने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य विधानसभा परिसर में घूम-घूमकर एक दूसरे के विरोध में नारेबाजी करने लगे। सत्ता पक्ष के सदस्य ‘मैं हूं केजरीवाल’ नाम की टी शर्ट पहनकर अपने नेता की रिहाई की मांग कर रहे थे। कुछ सदस्यों ने तो केजरीवाल का मुखौटा भी लगा रखा था। दूसरी ओर विपक्षी सदस्य दिल्ली सरकार व केजरीवाल को भ्रष्ट बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे। यह हंगामा काफी देर तक चला। गौरतलब है कि सत्ता पक्ष ने आज की बैठक दिल्ली में बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता और अफसरों की जवाबदेही को लेकर बुलाई थी। विपक्ष का आरोप है कि इस मसले पर तो बैठक में सत्ता पक्ष ने कोई बातचीत नहीं की और सदन का उपयोग अपनी ओछी राजनीति के लिए किया।
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