कई बार बच्चों के लिए पढ़ाई बोझ बन जाती है और वे इससे बचने के तरीके ढूंढने लगते हैं। दिल्ली के एक किशोर ने कुछ ऐसा ही किया। 21 फरवरी 2024 को एक 17 वर्षीय लड़का दिल्ली के रोहिणी इलाके से अपने घर से भाग गया। वह झुग्गी बस्ती में रहकर निर्माण स्थल पर काम करने लगा। दिल्ली पुलिस ने उसे कृष्णागिरी से बरामद किया, जो कर्नाटक-तमिलनाडु सीमा के पास स्थित है।
पढ़ाई से बचने के लिए किशोर का कदम
लड़के का परिवार 21 फरवरी को बुद्ध विहार थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवा चुका था। पुलिस उपायुक्त (अपराध) विक्रम सिंह ने बताया कि लड़का कनॉट प्लेस के एक प्रसिद्ध स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ता था, लेकिन उसे पढ़ाई में बिल्कुल रुचि नहीं थी। जांच में यह सामने आया कि लड़का अपनी वार्षिक परीक्षा देने से बचना चाहता था।
किशोर ने घर छोड़ने से पहले अपने पिता को बताया कि वह जा रहा है और किसी को उसकी तलाश नहीं करनी चाहिए। वह सीधे बेंगलुरु चला गया, जहां उसने एक निर्माण स्थल पर काम करना शुरू किया।
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कृष्णागिरी से किशोर गिरफ्तार
मामले की जानकारी मिलने के बाद, पुलिस ने कई टीमें बनाई। पुलिस ने कृष्णागिरी, तमिलनाडु से किशोर को गिरफ्तार किया। वह वहां एक परिचित व्यक्ति से संपर्क कर ट्रेन से वहां पहुंचा था। किशोर वहां झुग्गी में रहकर दैनिक काम करता था। जांच के दौरान पुलिस को यह जानकारी मिली कि किशोर कनॉट प्लेस के एक प्रतिष्ठित स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ रहा था, लेकिन फाइनल एग्जाम देने से बचना चाहता था। इसलिए वह घर छोड़कर सीधे बेंगलुरु गया और वहां से कृष्णागिरी पहुंचा।
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किशोर को माता-पिता के पास सौंपा गया
पुलिस ने किशोर को उसके माता-पिता के हवाले कर दिया। इसके साथ ही उसकी काउंसलिंग भी की गई, ताकि वह भविष्य में इस तरह के कदम से बच सके।
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