राजस्थान के करौली में एक शख्स 15 लाख का कर्ज लेकर अपनी पत्नी को रेलवे में नौकरी दिलवा दी, लेकिन नौकरी लगने के बाद पत्नी ने उसे छोड़ दिया। धोखा खाए पति ने मामले का खुलासा कर दिया। गुस्साए पति ने पूरे फर्जीवाड़े की पोल खोल दी, जिसके बाद यह मामला सीबीआई के पास पहुंच गया। जानिए इस चौंकाने वाली घटना की पूरी कहानी!
प्यार में मिला धोखा, पति ने खोली पोल
राजस्थान के करौली जिले के नादौती के रौंसी गांव निवासी मनीष मीणा ने अपनी पत्नी सपना मीणा को रेलवे में नौकरी दिलाने के लिए जी-जान लगा दी थी। उसने अपनी जमीन गिरवी रखकर 15 लाख रुपये का कर्ज लिया और परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाकर सपना का सेलेक्शन करवा दिया। लेकिन नौकरी लगते ही सपना ने मनीष को छोड़ दिया।
पत्नी के इस धोखे से आहत मनीष ने रेलवे सतर्कता विभाग और सीबीआई को इस फर्जीवाड़े की जानकारी दी। इसके बाद अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी।
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15 लाख रुपये में हुई थी नौकरी की सेटिंग
मनीष के मुताबिक, सपना के रिश्तेदार चेतनराम और रेलवे गार्ड राजेंद्र ने उसे डमी कैंडिडेट के जरिए रेलवे में नौकरी दिलाने की योजना बताई थी। इसके लिए 15 लाख रुपये की डील तय हुई। सपना के स्थान पर लक्ष्मी मीणा नाम की लड़की को परीक्षा में बैठाया गया, जिससे सपना का चयन रेलवे के पॉइंट्समैन पद के लिए हो गया।
नौकरी लगते ही सपना ने बेरोजगार पति को छोड़ दिया, जिससे मनीष टूट गया और उसने सच्चाई उजागर कर दी।
सीबीआई जांच में खुलासा, रेलवे ने किया सस्पेंड
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई ने करौली, कोटा और अलवर में छापेमारी की। जांच में पुष्टि हुई कि सपना मीणा ने फर्जी तरीके से नौकरी पाई थी। रेलवे ने तत्काल प्रभाव से सपना को निलंबित कर दिया और सीबीआई ने सपना मीणा व डमी कैंडिडेट लक्ष्मी मीणा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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सरकारी नौकरियों में फर्जीवाड़ा – एक गंभीर मुद्दा
यह मामला सरकारी नौकरियों में हो रहे फर्जीवाड़े का एक और उदाहरण है। डमी कैंडिडेट्स के जरिए नौकरियां हथियाने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिससे योग्य उम्मीदवारों का हक मारा जा रहा है। अब यह देखना होगा कि जांच में और कौन-कौन से बड़े खुलासे होते हैं।