यूपी के एटा में पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए एक विवाद सुलझाने के लिए पहुंचा था। इस दौरान असली पुलिस ने उसकी बेमेल वर्दी देखकर शक किया और सख्ती से पूछताछ में उसने सारी सच्चाई उगल दी। कार्रवाई के दौरान आरोपी की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
इस तरह पकड़ाया फर्जी IPS अधिकारी
दरअसल, पूरा मामला एटा के जलेसर कस्बे से सामने आया है। यहां एक व्यक्ति खुद को भारतीय पुलिस सेवा (IPS) का अधिकारी बताते हुए रौब झाड़ रहा था। वह कस्बे में एक विवाद सुलझाने पहुंचा था, इस दौरान उसका सामना असली पुलिस से हो गया। इसके बाद इसकी वर्दी देखकर पुलिस अधिकारी को शक हुआ तो उन्होंने पूछताछ शुरू तो सारी हकीकत सामने आ गई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
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बेमेल वर्दी देखकर पुलिस को हुआ संदेह
जलेसर थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) सुधीर कुमार राघव ने बताया कि पुलिस शनिवार की देर शाम नगर में गश्त कर रही थी, इस दौरान रास्ते में उन्होंने एक कार खड़ी देखी, इस कार में बैठे व्यक्ति ने कहा कि यह "यह आईपीएस की गाड़ी है," और गाड़ी को साइड से निकालने के लिए कहा गया। तो यह सुनकर वे हैरान रह गए। इसके बाद पुलिस को व्यक्ति के हाव-भाव और वाहन में टोपी देखकर शक हुआ तो उसे पकड़ कर थाने लाया गया।
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उतरवाई गई फर्जी अधिकारी की वर्दी
फर्जी अधिकारी के बारे में मामला संदिग्ध लगा, जिसके बाद सीओ नितीश गर्ग ने पूछताछ की। सीओ के सवालों का वह व्यक्ति जवाब नहीं दे सका, और उसकी वर्दी उतारकर सील कर दी गई। पुलिस की सख्ती से पूछताछ में सामने आया कि आरोपी का नाम हेमंत प्रताप सिंह बुंदेला है, जो झांसी चुंगी नाका थाना ललितपुर का निवासी है। वह पत्नी की सहेली के घर विवाद को लेकर मामले में समझौता कराने के लिए जलेसर पहुंचा था। एसएचओ ने बताया कि आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
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बिगड़ गई फर्जी आईपीएस की तबीयत
पुलिस के अनुसार आरोपी ने खाकी वर्दी पहनी हुई थी, लेकिन आईपीएस अधिकारी के हिसाब उसकी वर्दी बेमेल थी, जिसे देखकर पुलिस को शव हुआ और पूछताछ से सच्चाई सामने आई। आरोपी ने अपना अपराध कबूल करते हुए बताया कि उसने शौक में वर्दी पहनी थी, उसने कहा कि वह को आईपीएस अधिकारी नहीं है। वहीं कार्रवाई के दौरान आरोपी के सीने में दर्द उठने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां हालत में सुधार नहीं होने पर उसे एसएन मेडिकल आगरा में भर्ती कराया गया।
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